Most Populous Cities in 2050: इस्लाम धर्म विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। कई रिपोर्टों में इस बात की पुष्टि की गई है कि इस्लाम धर्म का विस्तार तेजी से हो रहा है और 2050 तक मुस्लिमों की आबादी शीर्ष पर होगी।
Most Populous Cities in 2050: इस रिपोर्ट का निर्माण मुस्लिमों की आंकड़ों के आधार पर किया गया है। अमेरिकी थिंक टैंक प्यू रिसर्च ने भी यहां तक कहा है कि यदि यह वृद्धि ऐसे ही बनी रही तो इस्लाम धर्म दुनिया में सबसे बड़ा धर्म बनेगा। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में 3 मुस्लिम शहर होंगे।
इस वृद्धि में विभिन्न कारकों का योगदान है, जैसे गरीबी से उत्पन्न आधार्मिक और सामाजिक तनाव, जनसंख्या की तेजी से बढ़ती दर, और अन्य समाजिक परिवर्तन। इसके अलावा, इस्लाम धर्म की सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक महत्वता भी इस वृद्धि में बड़ा योगदान दे रही है।
Most Populous Cities in 2050: यह रिपोर्ट भविष्य में धर्म और समाज के रूप में इस्लाम की भूमिका के संबंध में समझने की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इसलिए, समाज और शिक्षा संस्थानों को इस प्रकार की रिसर्च पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि वे समाज में हो रहे बदलावों को समझ सकें और उसके संबंध में समझ प्राप्त कर सकें।
Most Populous Cities in 2050: टोरंटो यूनिवर्सिटी के ग्लोबल सिटीज इंस्टीट्यूट ने आगामी 26 सालों में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले शहरों की सूची तैयार की है। इस सूची में भारत के तीन शहरों का नाम शामिल है। पहले और दूसरे स्थान पर मुंबई और दिल्ली को रखा गया है, जबकि कोलकाता को पांचवें स्थान पर सूचीबद्ध किया गया है।
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बड़ी आबादी वाले 10 शहरों में किनका नाम?
Most Populous Cities in 2050: वर्तमान में जापान का टोक्यो दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला शहर है, लेकिन 2050 में इस सूची में मुंबई शीर्ष पर होगा, जबकि दिल्ली दूसरे स्थान पर होगा। फिलहाल मुंबई नौवां सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है, जबकि दिल्ली अभी भी दूसरे स्थान पर है। वहीं, कोलकाता 17वें स्थान पर है।
आबादी के मामले में 2050 तक टोक्यो सातवें स्थान पर आ जाएगा। 2050 की सबसे बड़ी आबादी वाले शहरों की सूची में तीसरे स्थान पर बांग्लादेश का ढाका, चौथे पर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कोंगो का किनशासा, पांचवें पर कोलकाता, छठे पर नाइजीरिया का लागोस, आठवें पर पाकिस्तान का कराची, नौवें पर अमेरिका का न्यूयॉर्क शहर और मेक्सिको की मेकिस्को सिटी दसवें स्थान पर होगी।
2050 में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों की लिस्ट-
नंबर | 2050 में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों का नाम | देश का नाम | 2050 में अनुमानित आबादी |
1. | मुंबई | भारत | 4,24,00,000 |
2. | दिल्ली | भारत | 3,62,00,000 |
3. | ढाका | बांग्लादेश | 3,53,00,000 |
4. | किनशासा | डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोंगो | 3,50,00,000 |
5. | कोलकाता | भारत | 3,30,00,000 |
6. | लागोस | नाइजीरिया | 3,26,00,000 |
7. | टोक्यो | जापान | 3,26,00,000 |
8. | कराची | पाकिस्तान | 3,17,00,000 |
9. | न्यूयॉर्क | संयुक्त राज्य अमेरिका | 2,48,00,000 |
10. | मेक्सिको सिटी | मेक्सिको | 2,43,00,000 |
लिस्ट में तीन मुस्लिम शहर :
Most Populous Cities in 2050: आबादी के लिहाज से तैयार की गई दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले शहरों की सूची में तीन मुस्लिम सिटी का नाम है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और नाइजीरिया के शहर इस सूची में शामिल हैं। मुस्लिम शहरों की बात करें तो सबसे पहले ढाका का नाम आता है। 2050 में ढाका की आबादी का अनुमान 35.2 मिलियन है, फिर नाइजीरिया का लागोस 32.6 मिलियन आबादी के साथ और कराची के 31.7 मिलियन जनसंख्या के साथ है।
Most Populous Cities in 2050: मुस्लिम आबादी की बात करें तो दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी मुसलमानों का बड़ा हिस्सा रहता है। 2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में 21.59 लाख मुस्लिम रहते हैं। मुंबई में 25,68,961 और कोलकाता में 9,26,414 मुस्लिम आबादी है।
2024 के सबसे ज्यादा आबादी वाले 10 शहरों की लिस्ट-
नंबर | 2024 में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर | देश का नाम | 2024 में आबादी |
1. | टोक्यो | जापान | 3,71,15,035 |
2. | दिल्ली | भारत | 3,38,07,403 |
3. | शंघाई | चीन | 2,98,67,918 |
4. | ढाका | बांग्लादेश | 2,32,09,616 |
5. | साओ पाउलो | ब्राजील | 2,28,06,704 |
6. | काहिरा | मिस्त्र | 2,26,23,874 |
7. | मेक्सिको सिटी | मेक्सिको | 2,25,05,315 |
8. | बीजिंग | चीन | 2,21,89,082 |
9. | मुंबई | भारत | 2,16,73,149 |
10 | ओसाका | जापान | 1,89,67,459 |
65 सालों में बढ़ी मुसलमानों की आबादी :
Most Populous Cities in 2050: प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें 1950 से 2015 के बीच 65 सालों में जनसंख्या में हुए बदलाव का विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में कई देशों की बहुसंख्यक जनसंख्या में कमी आई, लेकिन मुस्लिम बहुल देशों में मुसलमानों की आबादी में वृद्धि देखी गई। रिपोर्ट में यह भी उजागर किया गया है कि जहां मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं, वहां भी मुसलमानों की आबादी में बढ़ोतरी देखी गई है।
Most Populous Cities in 2050: भारत की आबादी के आंकड़ों की दृष्टि से, 1950 से 2015 के बीच हिंदू जनसंख्या में 7.82 फीसदी की कमी और मुस्लिम जनसंख्या में 43.15 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। 1950 में हिंदू जनसंख्या 84.68 फीसदी और मुस्लिम जनसंख्या 9.84 फीसदी थी। 2015 में हिंदू आबादी 78.06 फीसदी और मुसलमानों की जनसंख्या 14.09 फीसदी हो गई।
Most Populous Cities in 2050: इसके अलावा, 38 मुस्लिम बहुल देशों में मुसलमानों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। यह रिपोर्ट सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और यह बताती है कि समाज के संरचनात्मक रूप से बदलाव कैसे हो रहे हैं। इससे समाज में अलगाव, समानता, और सामाजिक न्याय की मान्यता को लेकर गहरे सवाल उठते हैं और इस परिवर्तन के प्रभावों को समझने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत होती है।
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