- Truecaller With AI : Truecaller ने अपने यूजर्स के लिए एक नया धांसू AI फीचर जोड़ा है। इस फीचर के माध्यम से यूजर्स अपनी डिजिटल वॉइस बना सकते हैं। Truecaller ने इसके लिए Microsoft के साथ पार्टनरशिप की है। इस नए AI फीचर के माध्यम से Truecaller यूजर्स को कॉल आइडेंटिफिकेशन के साथ-साथ अपनी आवाज को रेप्लिका वॉइस में कन्वर्ट करने की आजादी मिलेगी। यह AI फीचर अभी कुछ देशों में लॉन्च किया गया है, और जल्द ही यह कई और देशों में उपलब्ध होगा।
- AI वॉइस असिस्टेंट हुआ अपग्रेड
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- ट्रूकॉलर क्या है?
- ट्रूकॉलर में क्या क्या पता चलता है?
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- ट्रूकॉलर कौन से देश का ऐप है?
- कैसे पता चलेगा कि कोई व्यक्ति Truecaller का उपयोग कर रहा है?
- ट्रूकॉलर पर किसी की लोकेशन कैसे पता करें?
- Truecaller सुरक्षित क्यों नहीं है?
- ट्रूकॉलर का मालिक कौन है?
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- क्या ट्रूकॉलर डाटा चोरी करता है?
Truecaller With AI : Truecaller ने अपने यूजर्स के लिए एक नया धांसू AI फीचर जोड़ा है। इस फीचर के माध्यम से यूजर्स अपनी डिजिटल वॉइस बना सकते हैं। Truecaller ने इसके लिए Microsoft के साथ पार्टनरशिप की है। इस नए AI फीचर के माध्यम से Truecaller यूजर्स को कॉल आइडेंटिफिकेशन के साथ-साथ अपनी आवाज को रेप्लिका वॉइस में कन्वर्ट करने की आजादी मिलेगी। यह AI फीचर अभी कुछ देशों में लॉन्च किया गया है, और जल्द ही यह कई और देशों में उपलब्ध होगा।
Truecaller With AI : Truecaller ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट के पर्सनल वॉइस असिस्टेंट की मदद से यूजर्स अपनी खुद की आवाज का डिजिटली कन्वर्ट कर सकते हैं। (Truecaller With AI)ट्रू-कॉलर ने अपने AI असिस्टेंट को सितंबर 2022 में लॉन्च किया था। कंपनी ने इसके बाद से अपने चैटबॉट में कई फीचर्स जोड़े हैं, जिनमें कॉल स्क्रीनिंग, कॉल रिस्पॉन्ड आदि शामिल हैं। AI असिस्टेंट यूजर्स की आवाज में कॉल का जबाब दे सकता है। माइक्रोसॉफ्ट के Azure AI स्पीच फंक्शन की मदद से यूजर्स अपनी आवाज को ट्रू कॉलर का वॉइस असिस्टेंट बना सकते हैं।
AI वॉइस असिस्टेंट हुआ अपग्रेड
Truecaller With AI : Truecaller ने(Truecaller With AI) अपने AI वॉइस असिस्टेंट में पहले केवल सीमित आवाज ही ऑफर किया था। लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर Truecaller अब इसे अपग्रेड कर रहा है। यूजर्स अपनी आवाज को ट्रू कॉलर ऐप का वॉइस असिस्टेंट बना सकेंगे। ऐसे में अगर कोई कॉल करेगा, तो उन्हें यूजर की आवाज में ही जबाब मिलेगा। यह फीचर वॉइसमेल की तरह ही काम करेगा।
Truecaller ने फिलहाल इस फीचर को प्रीमियम यूजर्स के लिए रोल आउट किया है। यह फीचर अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, भारत, स्वीडन और चिली के यूजर्स के लिए उपलब्ध है। जल्द ही, इसे अन्य कई देशों में भी लॉन्च किया जाएगा।
Truecaller With AI : इस तरह सेट क्रिएट करें खुद की डिजिटल AI वॉइस:
1. आपके पास Truecaller का प्रीमियम सब्सक्रिप्शन होना चाहिए। अगर नहीं है, तो आप इसे खरीद सकते हैं।
2. अपने फोन में Truecaller ऐप को अपडेट करें।
3. ऐप को ओपन करें और सेटिंग्स में जाएं।
4. सेटिंग्स में Assistant सेटिंग्स में जाएं।
5. वहां, आपको पर्सनल वॉइस सेट करने का ऑप्शन मिलेगा।
6. इंस्ट्रक्शन फॉलो करें और अपनी वॉइस रिकॉर्ड करें। इसके लिए फोन की स्क्रीन पर दिए गए इंस्ट्रक्सन को फॉलो करें।
7. वॉइस रिकॉर्ड करने के बाद आप इसे अपलोड करें।
इस तरह से आपका डिजिटल वॉइस तैयार हो जाएगा।
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Truecaller With AI :- जबकि ट्रूकॉलर के पास पहले से ही कॉलों का जवाब देने के लिए उपयोग किए जाने वाले वाइस सेट हैं, यह कंपनी पहली बार AI-पावर्ड वॉइस क्लोनिंग फीचर को लाने जा रही है। हालांकि, ‘व्यक्तिगत आवाज’ को सक्षम करने से वर्तमान ट्रूकॉलर सहायक फीचर को बदल दिया जाएगा, जिससे उपयोगकर्ता प्रस्तावना स्वागत के टेम्पलेट को संपादित कर सकें ताकि दूसरों को पता चले कि उपयोगकर्ता अपनी आवाज़ के डिजिटल संस्करण का उपयोग कर रहे हैं। उपयोगकर्ता अपने पसंद के अनुसार निरंतर उत्तरों को भी कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट कहता है कि एज़्यूर एआई स्पीच, जो वर्तमान में कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है, डिजिटल आवाज़ में स्थानांतरित कर्तव्य को स्वचालित रूप से एक वॉटरमार्क जोड़ता है, जिससे उपकरणों को सिंथेटिक ऑडियो को पहचानने में आसानी होती है। ट्रूकॉलर कहता है कि ‘व्यक्तिगत आवाज’ फीचर को अगले कुछ हफ्तों में भारत, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन, चिली और दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले सार्वजनिक बीटा उपयोगकर्ताओं के लिए लॉन्च किया जाएगा।
ट्रूकॉलर क्या है?
Truecaller With AI :- ट्रूकॉलर एक मोबाइल ऐप है जो कॉलर आईडी सेवाएं प्रदान करता है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को अज्ञात कॉलर्स की पहचान करने, स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करने और संपर्क सूची प्रबंधित करने में मदद करता है। ट्रूकॉलर का मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और सुविधाजनक कॉलिंग अनुभव प्रदान करना है। यह ऐप दुनियाभर में उपयोग किया जाता है और इसके करोड़ों सक्रिय उपयोगकर्ता हैं। ट्रूकॉलर आपको न केवल कॉल्स बल्कि एसएमएस भी फ़िल्टर और मैनेज करने की सुविधा देता है, जिससे आपका समय बचता है और अनचाही कॉल्स और मैसेजेस से बचाव होता है।
ट्रूकॉलर में क्या क्या पता चलता है?
Truecaller With AI : जब आपके पास किसी अनजान नंबर से कॉल आती है, तो ट्रूकॉलर आपको बता देता है कि वह नंबर किसका है। इसके लिए आपसे कोई पैसा चार्ज नहीं किया जाता है। यदि यह कॉलर आईडी न हो तो हर अनजान नंबर को पहचान पाना संभव नहीं है। इसके अलावा, यदि आप किसी को ब्लॉक करना चाहते हैं, तो ट्रूकॉलर की मदद से केवल एक टैप में उसे ब्लॉक कर सकते हैं। ट्रूकॉलर आपके कॉलिंग अनुभव को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाता है, जिससे आप अनचाही कॉल्स से बच सकते हैं।
इससे भी पढ़े :- WIFI 7 For Next Generation: Next Generation के Wi-FI 7 को 2024 की शुरुआत में अंतिम रूप देने की उम्मीद है।
ट्रूकॉलर कौन से देश का ऐप है?
Truecaller With AI : ट्रूकॉलर स्वीडन की एक कंपनी है, जिसकी स्थापना 2009 में स्टॉकहोम, स्वीडन में नामी ज़र्रिन्घलम और एलन मामेडी ने की थी। कंपनी के सह-संस्थापकों ने अपने छात्र जीवन के दौरान ही इस ऐप की शुरुआत की थी, जो अनजान नंबरों से आने वाली कॉल की पहचान के लिए एक समाधान तैयार करना चाहते थे। ट्रूकॉलर अब दुनियाभर में लाखों उपयोगकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है और यह कॉलर आईडी, स्पैम कॉल ब्लॉकिंग और एसएमएस फिल्टरिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और सुविधाजनक कॉलिंग अनुभव मिलता है।
कैसे पता चलेगा कि कोई व्यक्ति Truecaller का उपयोग कर रहा है?
Truecaller With AI : अपने फोन में ट्रूकॉलर इंस्टॉल करें और जिस कॉन्टैक्ट की जांच करना चाहते हैं उसका नाम ट्रूकॉलर पर सर्च करें। यदि उस संपर्क ने ट्रूकॉलर इंस्टॉल किया है, तो आपको उसका नाम हरे बिंदु के साथ दिखाई देगा। हरा बिंदु इंगित करता है कि उसने ट्रूकॉलर इंस्टॉल किया है और हाल ही में ऐप देखा है। यह फीचर आपको यह जानने में मदद करता है कि आपका संपर्क ट्रूकॉलर का सक्रिय उपयोगकर्ता है या नहीं। इसके अलावा, यदि आपको किसी कॉलर की पहचान तुरंत मिल जाती है, तो इसका मतलब है कि वह व्यक्ति ट्रूकॉलर डेटाबेस में मौजूद है।
ट्रूकॉलर पर किसी की लोकेशन कैसे पता करें?
Truecaller With AI : भारत में कॉलर आईडी के लिए ट्रूकॉलर का उपयोग बड़ी संख्या में होता है। इसकी मदद से आपको कॉलर का रीजन और ऑपरेटर पता चल जाएगा। यदि किसी कॉलर ने ट्रूकॉलर पर खुद को रजिस्टर किया है या फिर उसका डेटा इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद है, तो आपको उसकी जानकारी भी मिल जाएगी। इन डिटेल्स में आपको यूजर का नाम तक पता चल सकता है।
हालांकि, ट्रूकॉलर व्यक्तिगत रूप से सटीक लोकेशन जानकारी प्रदान नहीं करता है। ट्रूकॉलर केवल कॉलर का सामान्य क्षेत्र (रीजन) और मोबाइल ऑपरेटर की जानकारी दिखाता है। यह यूजर की प्राइवेसी बनाए रखने के लिए है। यदि आप किसी कॉलर की लोकेशन की सटीक जानकारी चाहते हैं, तो आपको संबंधित प्राधिकरणों और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना होगा।
ट्रूकॉलर का मुख्य उद्देश्य कॉलर आईडी पहचानना और स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करना है, न कि व्यक्तिगत स्थान की सटीक जानकारी प्रदान करना।
Truecaller With AI : ट्रूकॉलर की मालिकी अधिकारिकता Nami Jarringhalam और Alan Mamedi के पास है। यह स्वीडिश कंपनी का गौरवशाली उत्थान है, जिसकी स्थापना 2009 में स्टॉकहोम, स्वीडन में हुई थी। इसका उद्देश्य अनजान नंबरों से आने वाली कॉलों को पहचानना और उपयोगकर्ताओं को बेहतर कॉलर आईडी सेवाएं प्रदान करना है। ट्रूकॉलर के सह-संस्थापक ने अपने उद्यमी जीवन के शुरुआती दिनों में ही इस उत्थान की शुरुआत की थी, जब वे केवल छात्र थे और एक ऐसी सेवा की आवश्यकता महसूस कर रहे थे जो लोगों को उनके फोन पर आने वाली कॉलों के बारे में जानकारी प्रदान कर सके।
इससे भी पढ़े :- 6G Testing Success : जापानी कंपनियों ने पहली बार 6जी उपकरण पेश किया है – 5जी से 500 गुना तेज़ी से काम करता है।
क्या ट्रूकॉलर डाटा चोरी करता है?
Truecaller With AI : ट्रूकॉलर डेटा चोरी करता है या नहीं, इस बारे में एक बहुत बड़ा खुलासा होने के बावजूद, यह एक विवादित मुद्दा है। कुछ रिपोर्ट्स दावा करती हैं कि ट्रूकॉलर ने उपयोगकर्ताओं का डेटा लीक किया है, हालांकि कंपनी ने इसका खंडन किया है।
अगर यह सच है, तो उपयोगकर्ताओं के लिए यह एक गंभीर मामला है, क्योंकि उनकी निजी जानकारी की सुरक्षा खतरे में हो सकती है। इसलिए, अगर आप ट्रूकॉलर यूज कर रहे हैं, तो आपको अपने डेटा की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा के उपायों को अपनाना चाहिए।
डार्क वेब और साइबर क्राइम के खतरों से बचने के लिए उपयोगकर्ताओं को हमेशा जागरूक रहना चाहिए और सुरक्षा के मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए।
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