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Hartalika Teej: हरतालिका तीज 2024;जानें तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त |

Hartalika Teej: Hartalika Teej 2024 ; भाद्रपद माह में सुहागिनों के लिए विशेष व्रत की तिथि और पूजा मुहूर्त |

Hartalika Teej: हरतालिका तीज 2024;जानें तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त |

Hartalika Teej का व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस व्रत में सुहागिनें अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और रातभर जागरण कर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। यह व्रत बहुत कठिन माना जाता है, क्योंकि इसमें जल भी ग्रहण नहीं किया जाता है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में हरतालिका व्रत की विशेष मान्यता है।

Hartalika Teej 2024 में कब मनाई जाएगी, यह जानना महत्वपूर्ण है। इस वर्ष, यह व्रत 2024 में 29 अगस्त को पड़ रहा है। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक रहेगा। इस व्रत का मुख्य उद्देश्य सुहाग की सलामती और पति की लंबी उम्र की कामना करना है।

महिलाएं इस दिन नए वस्त्र धारण करती हैं और श्रृंगार करती हैं। वे समूह में एकत्रित होकर गीत गाती हैं और पारंपरिक नृत्य करती हैं। शिव-पार्वती की कथा सुनना और उनकी आराधना करना इस व्रत का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। Hartalika Teej का व्रत करने से दांपत्य जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।

Hartalika Teej 2024 डेट (Hartalika Teej 2024 Date)

हरतालिका तीज 6 सितंबर 2024, शुक्रवार को है। इस व्रत में महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की रेत से बनाई गई अस्थाई मूर्तियों की पूजा करती हैं। वे सुखी वैवाहिक जीवन और संतान की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और रातभर जागरण कर शिव-पार्वती की कथा सुनती हैं। यह व्रत विशेष रूप से अखंड सौभाग्य और दांपत्य जीवन की लंबी उम्र के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

Hartalika Teej 2024 मुहूर्त (Hartalika Teej 2024 Time)

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:51 बजे से शुरू होकर 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3:01 बजे समाप्त होगी। इस दौरान हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा, जिसमें महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और अपने सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं।

हरतालिका तीज 2024;जानें तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त |

Hartalika Teej का महत्व (Hartalika Teej Significance)

हरतालिका तीज का व्रत हस्तगौरी व्रत के नाम से भी जाना जाता है, जो समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है। यह व्रत माता पार्वती और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता है। इसे करने से पति की लंबी आयु, यश और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।हरतालिका तीज का व्रत न केवल विवाहित महिलाएं बल्कि अविवाहित युवतियां भी करती हैं, ताकि उन्हें अच्छा जीवनसाथी और सुखी जीवन मिल सके।

Hartalika Teej व्रत कैसे करें (Hartalika Teej Vrat Kaise kare)

हरतालिका तीज के दिन सूर्योदय से निर्जला व्रत का संकल्प लें और फिर पूरे दिन पूजा की तैयारी करें। पूजा की सामग्री एकत्रित करें और सायंकाल 16 श्रृंगार कर दुल्हन की तरह सजें। शाम को बालू या मिट्टी के भगवान शिव और मां पार्वती की मूर्ति बनाकर उनकी उपासना करें। पूजा के दौरान भगवान शिव को बेलपत्र और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें। रातभर चार प्रहर में भगवान शिव की पूजा और आरती करें। पूरी रात जागकर शिव-पार्वती की कथा सुनें और भजन-कीर्तन करें। अगले दिन सुबह देवी पार्वती से सुहाग लेकर व्रत का पारण करें।

इस व्रत को करने से माता पार्वती और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और विवाहित जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। अविवाहित युवतियां भी इस व्रत को करती हैं ताकि उन्हें योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति हो। हरतालिका तीज का व्रत पति की लंबी आयु, यश और प्रतिष्ठा की कामना के लिए किया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे करने से उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है।

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