President of Maldives मोहम्मद मुइज्जू ने भारत द्वारा दिए गए विमानों का संचालन पुन; आरंभ किया, भारत का आभार व्यक्त किया|
President of Maldives: मालदीव ने भारत द्वारा दिए गए डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टरों का उपयोग इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं के लिए फिर से शुरू कर दिया है। मालदीव की मीडिया ने शनिवार को इस खबर को प्रकाशित किया, जिसमें बताया गया है कि भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद यह कदम उठाया गया है, जो पहले इन विमानों का संचालन कर रहे थे।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को इस महत्वपूर्ण समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है, जिससे इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू करना संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का प्रतीक है और इससे मालदीव के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को बहुत लाभ मिलेगा।
President of Maldives: यह निर्णय मालदीव के स्वास्थ्य सेवा ढांचे को सुदृढ़ करने में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे देश के दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करने में मदद मिलेगी। मालदीव और भारत के बीच इस सहयोग से द्विपक्षीय संबंधों में और मजबूती आएगी और दोनों देशों के बीच विश्वास और मित्रता को और भी गहरा करेगी।
President of Maldives: मालदीव के समाचार पोर्टल एडिशन एमवी के मुताबिक, मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल ने स्थानीय मीडिया को बताया कि डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टर की मदद से इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू किया गया है। खबर में यह बताया गया है कि इस बार इमरजेंसी सेवा को भारतीय असैन्य दल संचालित कर रहे हैं। पहले इन विमानों और हेलीकॉप्टरों का संचालन भारतीय सैन्यकर्मी करते थे।
President of Maldives: पिछले साल नवंबर में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद इस सेवा को बंद कर दिया गया था। इस निर्णय के कारण मोहम्मद मुइज्जू को देश में भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। अब, इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं के पुनः आरंभ होने से मालदीव के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को महत्वपूर्ण समर्थन मिलेगा और इससे देश के दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने इस सेवा को पुनः शुरू करने में भारत के सहयोग की सराहना की है, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे। यह कदम मालदीव के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है।
President of Maldives: मालदीव के पास सक्षम पायलट नहीं
President of Maldives: मोहम्मद मुइज्जू को चीन परस्त नेता के तौर पर देखा जाता है। राष्ट्रपति बनते ही मुइज्जू ने भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने की बात कही थी। भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी, जिससे दोनों देशों के बीच गहरा तनाव पैदा हो गया था।दोनों देशों के बीच कई बार चली बैठकों के बाद सैन्य कर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों की तैनाती पर सहमति बनी, क्योंकि भारत ने इन विमानों को वापस नहीं लिया था। दूसरी तरफ, मालदीव के सैनिक इन विमानों को उड़ाने में सक्षम नहीं थे।
President of Maldives: इस फैसले से मालदीव में राजनीतिक विवाद भी हुआ और मुइज्जू को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, असैन्य कर्मियों की तैनाती से मालदीव की इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू करने में मदद मिली है।यह कदम दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है और इससे मालदीव के स्वास्थ्य सेवा ढांचे को महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा। इसके साथ ही, भारत और मालदीव के संबंधों में भी स्थिरता और मजबूती आने की उम्मीद है।
President of Maldives: तीन जगहों पर तैनात हैं भारतीय विमान
President of Maldives: मालदीव के समाचार पोर्टल अधाधू के अनुसार, डोर्नियर विमान को हनीमाधू में संचालित किया जा रहा है, जबकि हेलिकॉप्टरों का संचालन लामू काधू और सीनू गान में किया जा रहा है। इन तीनों स्थानों पर भारतीय कर्मी तैनात हैं।देश के 59वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान इन विमानों के दोबारा संचालन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कदम मालदीव की इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
President of Maldives: राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत के सहयोग की सराहना की और कहा कि इस समर्थन से मालदीव के नागरिकों को समय पर चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी। यह निर्णय दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को और भी गहरा करेगा।डोर्नियर विमान और हेलिकॉप्टरों के संचालन से मालदीव के दूरदराज के क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी और इससे देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को भी सुदृढ़ किया जा सकेगा। भारतीय कर्मियों की तैनाती से यह सुनिश्चित हुआ है कि इन विमानों और हेलिकॉप्टरों का संचालन सुचारू रूप से हो सके।