- IDF Undercover Agents: इजरायल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह का खात्मा तो कर दिया, लेकिन इसके पीछे वर्षों की कड़ी मेहनत है, जिससे बेंजामिन नेतन्याहू को मिली है राहत|
- IDF Undercover Agents: नसरल्लाह संग उसकी बेटी और हिजबुल्लाह का कमांडर भी बने निशाना
- IDF Undercover Agents: इजरायल को 18 साल के बाद मिली बड़ी कामयाबी
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- IDF Undercover Agents: कैसे की इजरायल ने हिजबुल्लाह को खत्म करने की तैयारी?
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IDF Undercover Agents: इजरायल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह का खात्मा तो कर दिया, लेकिन इसके पीछे वर्षों की कड़ी मेहनत है, जिससे बेंजामिन नेतन्याहू को मिली है राहत|
IDF Undercover Agents: इजरायल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख नेता हसन नसरल्लाह को खत्म करके एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जीत हासिल की है। यह सफलता एक रात में नहीं आई, बल्कि इसके लिए इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने वर्षों की योजना और गुप्त जानकारी का इस्तेमाल किया। इस मिशन की नींव 2006 में रखी गई थी, जब इजरायल ने जासूसी एजेंसियों के साथ मिलकर नसरल्लाह की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की।
IDF Undercover Agents: हसन नसरल्लाह को खत्म करने के लिए इजरायल ने अमेरिका को पहले ही सूचित किया था। लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में युद्ध भड़क सकता है। इसके बावजूद, इजरायल को यह समझ में आया कि अगर नसरल्लाह का खात्मा नहीं किया गया, तो वह आगे चलकर इजरायल के लिए एक गंभीर खतरा बन सकता है।
इस तरह, इजरायल की गुप्त रणनीतियों और अमेरिका के साथ बातचीत ने नसरल्लाह की हत्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस घटना ने न केवल इजरायल की सुरक्षा को मजबूत किया, बल्कि क्षेत्र में उसके प्रभाव को भी बढ़ाया।
IDF Undercover Agents: नसरल्लाह संग उसकी बेटी और हिजबुल्लाह का कमांडर भी बने निशाना
IDF Undercover Agents: अमेरिका के साथ जानकारी साझा करने के तुरंत बाद, इजरायल ने बिना किसी देरी के लेबनान में हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर चार मंजिला इमारत पर फाइटर जेट से 80 से अधिक बम गिराए। इस हमले के परिणामस्वरूप हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतार दिया गया। इजरायल ने इस बार अमेरिका को इस हमले से पहले कोई जानकारी नहीं दी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने अपनी रणनीति में अधिक आत्मनिर्भरता दिखाई।
IDF Undercover Agents: इस हमले में न केवल नसरल्लाह, बल्कि इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के कई अन्य कमांडरों को भी खत्म कर दिया। इसमें नसरल्लाह की बेटी का नाम भी शामिल है, जो इस संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति मानी जाती थी। इस प्रकार, इजरायल ने एक ही झटके में अपने दुश्मनों को गंभीर नुकसान पहुंचाया।यह कार्रवाई इजरायल की सुरक्षा नीति के तहत एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने न केवल हिजबुल्लाह को कमजोर किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि इजरायल अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। यह घटना मध्य पूर्व में सत्ता संतुलन को भी प्रभावित कर सकती है।
IDF Undercover Agents: इजरायल को 18 साल के बाद मिली बड़ी कामयाबी
IDF Undercover Agents: न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल को जानकारी मिली थी कि हिजबुल्लाह का नेता हसन नसरल्लाह अपने कुछ प्रमुख लेफ्टिनेंटों से मिलने के लिए बेरूत के एक बंकर में पहुंचा था। इस सटीक जानकारी को हासिल करने के लिए इजरायल ने अपनी खुफिया एजेंसी की मदद ली, जिसे उन्होंने इस विशेष मिशन के लिए 2006 से सक्रिय किया हुआ था।
IDF Undercover Agents: यह कदम इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था, क्योंकि यह 18 वर्षों की मेहनत और योजना का परिणाम था। इजरायल को यह भी जानकारी थी कि 2023 में हमास के खिलाफ संघर्ष शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह इजरायल पर हमले कर सकता है। उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई, जब उत्तरी लेबनान की सीमा से आतंकवादियों ने हमास के समर्थन में कई हमले किए।
IDF Undercover Agents: हालांकि, इस बार इजरायल किसी भी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं था। इसलिए उन्होंने अमेरिका को अपनी योजनाओं के बारे में जानकारी दिए बिना ही नसरल्लाह के ठिकानों पर हमले की योजना बनाई। इजरायली सेना ने बिना किसी देरी के अपनी गुप्त सूचनाओं के आधार पर हसन नसरल्लाह के ठिकानों पर भयंकर बमबारी की, जिससे न केवल नसरल्लाह बल्कि हिजबुल्लाह के कई अन्य कमांडरों को भी खत्म कर दिया गया।
इस घटना ने इजरायल की सुरक्षा नीति को एक नया आयाम दिया है और यह दर्शाता है कि वे अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए कितने गंभीर हैं। हिजबुल्लाह के आतंक को समाप्त करने के इस प्रयास ने मध्य पूर्व में सुरक्षा संतुलन को भी प्रभावित किया है।
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IDF Undercover Agents: कैसे की इजरायल ने हिजबुल्लाह को खत्म करने की तैयारी?
IDF Undercover Agents: इजरायली खुफिया एजेंसी ने ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ 2006 के युद्ध के बाद जानकारी जुटाने के लिए अत्यधिक मेहनत की। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, इजरायल ने अपनी खुफिया जानकारी जुटाने वाली एजेंसी मोसाद को और मजबूत करने में कई साल लगाए। मोसाद के विशेषज्ञों ने हिजबुल्लाह की गतिविधियों पर नजर रखने और उनकी योजनाओं को नाकाम करने के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया।
IDF Undercover Agents: इस प्रयास के तहत, इजरायल की सिग्नल इंटेलिजेंस एजेंसी यूनिट 8200 ने हिजबुल्लाह के संचार नेटवर्क को बाधित करने के लिए अत्याधुनिक साइबर उपकरण विकसित किए। इन उपकरणों ने न केवल हिजबुल्लाह के सेल फोन और अन्य संचार उपकरणों को रोकने में मदद की, बल्कि उनके संचालन की योजना को भी ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इसके अलावा, इजरायली सेना ने अपने भीतर नई टीमें बनाई, जो लड़ाकू रैंकों में तैनात की गईं। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि हिजबुल्लाह के बारे में जुटाई गई बहुमूल्य जानकारी तुरंत सैनिकों और वायुसेना के पास पहुंचाई जाए।
IDF Undercover Agents: इस प्रकार, इजरायली खुफिया एजेंसियों की मेहनत और नवीनतम तकनीकों के इस्तेमाल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ उनकी सुरक्षा रणनीतियों को सशक्त बनाया। यह प्रयास न केवल इजरायल की रक्षा को मजबूती प्रदान करता है, बल्कि मध्य पूर्व में उसके स्थायी सुरक्षा हितों की रक्षा भी करता है। इस तरह, इजरायल ने अपनी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए एक प्रभावी ढांचा तैयार किया है।