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2 days state mourning in Kerala: केरल में 126 मौतें, हजारों बेघर, मलबे में फंसे सैकड़ों लोग, दो दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा |

2 days state mourning in Kerala: वायनाड में भयंकर भूस्खलन से 126 लोगों की मौत, बचाव कार्य बुधवार सुबह फिर से शुरू होगा |

2 days state mourning in Kerala: केरल में 126 मौतें, हजारों बेघर
2 days state mourning in Kerala: केरल में 126 मौतें, हजारों बेघर

2 days state mourning in Kerala: केरल के वायनाड जिले में मंगलवार तड़के भारी बारिश के बाद कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिनमें कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई और 128 लोग घायल हो गए। मंगलवार को बचाव ऑपरेशन बंद होने तक 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका था। मलबे में सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है। भूस्खलन की घटनाएं अचानक होने से लोग अपने घरों में सोते समय ही प्रभावित हुए, जिससे उन्हें बचने का मौका नहीं मिला।

2 days state mourning in Kerala: भूस्खलन के कारण कई मकान नष्ट हो गए, नदियां उफान पर हैं और कई पेड़ उखड़ गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह फिर से बचाव कार्य शुरू किया जाएगा और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का कार्य जारी है। केरल सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है और इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

2 days state mourning in Kerala: सेना, नौसेना और NDRF के बचाव दल खराब मौसम के बीच पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए विभिन्न एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। हालांकि, मंगलवार को बचाव कार्य रुक गया था, लेकिन बुधवार की सुबह फिर से राहत और बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया था कि वायनाड में भूस्खलन में घायल हुए लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि स्थिति की निगरानी की जा रही है और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।

2 days state mourning in Kerala: राहत कार्यों में तेजी लाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाए जा रहे हैं। इस आपदा के समय में सेना, नौसेना और NDRF की टीमों की तत्परता और समर्पण की सराहना की जा रही है। स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवक भी पीड़ितों की मदद करने में जुटे हुए हैं। इस त्रासदी से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके।

2 days state mourning in Kerala: मुख्यमंत्री ने बताया कि भूस्खलन में मारे गए व्यक्तियों के शवों की पहचान की जा रही है। कई शवों को मृतकों के परिवारों को सौंप दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पोथुकल में चलियार नदी से 16 शव बरामद किए गए हैं, और इसके अलावा शवों के टुकड़े भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों के अभी भी फंसे होने या बह जाने की आशंका है, और बचाव कार्य लगातार जारी रहेगा। सरकार और बचाव दल पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।

2 days state mourning in Kerala: इस आपदा की घड़ी में प्रशासन और बचाव कर्मियों की तत्परता सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। राहत और बचाव कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी, और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। सरकार मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके पुनर्वास के लिए भी प्रयासरत है। अधिकारियों ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

2 days state mourning in Kerala: राहुल गांधी भी जा सकते हैं वायनाड

2 days state mourning in Kerala: मुख्यमंत्री विजयन ने बताया कि जिले में स्थापित 45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने कहा कि पहला भूस्खलन तड़के दो बजे हुआ था, और दूसरा भूस्खलन सुबह चार बजकर दस मिनट पर हुआ। मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि मेप्पाडी, मुंदक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है और चूरलमाला-मुंदक्कई सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने संसद में वायनाड में हुई भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की मौत का उल्लेख किया। राहुल गांधी आने वाले दिनों में वायनाड का दौरा कर सकते हैं ताकि स्थिति का जायजा ले सकें और पीड़ित परिवारों से मिल सकें।

2 days state mourning in Kerala: सरकार और स्थानीय प्रशासन इस आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। राहत शिविरों में लोगों को आवश्यक सुविधाएं और सहायता प्रदान की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में पुनर्निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा और प्रभावित लोगों की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

2 days state mourning in Kerala: एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र के अनुसार, मेप्पडी के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद कई भूस्खलन हुए हैं, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। सूत्रों ने बताया कि बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के अंग बरामद हो रहे हैं, जिससे इस त्रासदी में मारे गए लोगों की सही संख्या का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। यह स्पष्ट नहीं है कि जो अंग मिल रहे हैं, वे एक ही व्यक्ति के हैं या कई व्यक्तियों के।

2 days state mourning in Kerala: केरल में 126 मौतें, हजारों बेघर

2 days state mourning in Kerala: सूत्र ने बताया कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं और उनकी पहचान और पोस्टमार्टम के लिए शवों को अलग-अलग अस्पतालों के मुर्दाघरों में ले जाया जा रहा है। इस भयानक आपदा ने कई परिवारों को प्रभावित किया है, और बचावकर्मी लगातार मलबे से लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

मुख्यमंत्री विजयन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि सभी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। इस कठिन समय में सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।

2 days state mourning in Kerala: दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा

2 days state mourning in Kerala: अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं। केरल सरकार ने भूस्खलन में लोगों की मौत के बाद प्रदेश में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राज्य सरकार इस घटना से बहुत दुखी है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई है और संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। मुख्य सचिव वी. वेनू द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में 30 और 31 जुलाई को राजकीय शोक घोषित किया गया है। प्रोटोकॉल के अनुसार, इन दो दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द किया जाएगा।

2 days state mourning in Kerala: बचाव दल मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। भारतीय सेना भी बचाव अभियान में शामिल हो गई है। राज्य सरकार ने NDRF के अलावा पुलिस और दमकल कर्मियों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया है। सभी एजेंसियां मिलकर प्रभावित लोगों की मदद के लिए तत्परता से काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने जनता से सहयोग की अपील की है और कहा है कि हर संभव प्रयास किया जाएगा ताकि इस आपदा से निपटा जा सके और प्रभावितों को राहत पहुंचाई जा सके।

2 days state mourning in Kerala: भयानक है भुस्खलन के बाद का मंजर

2 days state mourning in Kerala: लोग फोन पर मदद की गुहार लगा रहे हैं और बचावकर्मी मलबे से लोगों को निकालने की कोशिशों में जुटे हैं। टेलीविजन चैनलों ने कई लोगों की फोन पर बातचीत प्रसारित की, जिसमें वे रो रहे थे और किसी से आकर उन्हें बचाने का अनुरोध कर रहे थे, क्योंकि वे या तो अपने घरों में फंस गए थे या पुलों के बह जाने और सड़कों के जलमग्न होने के कारण उनके पास वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा था। भूस्खलन में घायल हुए कई लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

मेप्पडी जिले में एक छोटे और भीड़भाड़ वाले स्वास्थ्य केंद्र में फर्श पर पंक्ति में रखे गए शवों के बीच रोते-बिलखते लोगों को अपने प्रियजनों को खोजते हुए देखा गया। कुछ लोग अपने प्रियजनों के शवों को देखकर फूट-फूटकर रोने लगे जबकि कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों को मृतकों में न पाकर राहत की सांस ली।

2 days state mourning in Kerala: केरल में 126 मौतें, हजारों बेघर

2 days state mourning in Kerala: इस भयानक आपदा ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। बचावकर्मियों की कड़ी मेहनत और तत्परता के बावजूद, प्रभावित क्षेत्रों में स्थितियां बेहद कठिन बनी हुई हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए जुटी हुई हैं।

भूस्खलन से प्रभावित एक गांव के भयावह दृश्य में, कीचड़ से लथपथ एक व्यक्ति को बाढ़ के पानी के तेज बहाव में एक विशाल चट्टान से चिपके हुए देखा गया, जो अपनी जान बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहा था। असहाय स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों से उसे तुरंत बचाने का अनुरोध किया।

2 days state mourning in Kerala: राहत और बचाव कार्य में भारतीय सेना भी जुटी]

इस बीच, केरल सरकार ने बचाव अभियान में रक्षा बलों की सहायता मांगी है। 122 इन्फैंट्री बटालियन (TA) मद्रास की सेकेंड-इन-कमांड के नेतृत्व में 43 कर्मियों की एक टीम को बचाव प्रयासों में सहयोग के लिए तैनात किया गया है। रक्षा सुरक्षा कोर (DAC) केंद्र, कन्नूर और कोझिकोड से प्रादेशिक सेना के 200 सैनिकों की अतिरिक्त टुकड़ियों, चिकित्सा दलों और उपकरणों को भी बचाव कार्यों में लगाया गया है।

2 days state mourning in Kerala: फंसे हुए लोगों को तेजी से निकालने के लिए सुलूर के वायुसेना स्टेशन से भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं। केरल सरकार के अनुरोध पर एझीमाला नौसैन्य अकादमी से नौसेना का एक दल भी बचाव कार्यों में सहायता करेगा। इन प्रयासों से बचाव कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है और प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिलने की संभावना है। सभी एजेंसियां मिलकर इस आपदा से निपटने के लिए पूरी तत्परता और समर्पण के साथ काम कर रही हैं।

2 days state mourning in Kerala: खुद मुख्यमंत्री रख रहे हैं ऑपरेशन पर पूरी नजर

2 days state mourning in Kerala: वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए एक बहु-आयामी बचाव अभियान चलाया जा रहा है। केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि पिनराई विजयन के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) कार्तिकेयन को बचाव अभियानों के समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, स्थानीय स्वशासन विभाग के प्रधान निदेशक वी. संबाशिव राव को विशेष अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह वायनाड में रहकर राहत कार्यों की निगरानी करेंगे। यह समन्वय और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करेगा कि सभी प्रभावितों को त्वरित और सटीक सहायता प्राप्त हो।

2 days state mourning in Kerala: वायनाड पर PM मोदी की नजर, मदद का दिया आश्वासन

2 days state mourning in Kerala: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं की खबरें बेहद चिंताजनक हैं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान जारी है।”

प्रधानमंत्री ने इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को समर्थन और ताकत देने की बात कही और कहा कि केंद्र सरकार सभी संभव संसाधनों को जुटाकर राहत कार्यों में सहयोग करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय और स्थानीय एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की, जो इस आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वस्त किया कि सरकार की प्राथमिकता सभी पीड़ितों को जल्दी से जल्दी सहायता प्रदान करना है।

मोदी ने लिखा, “मैंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और वहां उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री विजयन से बात की और वायनाड में भूस्खलन के हालात का जायजा लिया। उन्होंने विजयन को स्थिति से निपटने के लिए केरल को केंद्र की ओर से पूरी सहायता का भरोसा दिया।

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