Olympics 2024: टीम इंडिया के साथ होती रही बेईमानी! गलतियों का खुलेआम समर्थन करते रहे अंपायर; अब शिकायत की दर्ज
पेरिस Olympics 2024 का माहौल भारतीय खेल प्रेमियों के लिए मिश्रित भावनाओं से भरा रहा है। जहाँ एक ओर भारतीय हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करके सेमीफाइनल में जगह बनाई है, वहीं दूसरी ओर क्वार्टरफाइनल मुकाबले में अंपायरिंग की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच खेले गए इस महत्वपूर्ण मुकाबले के बाद हॉकी इंडिया ने कई गंभीर शिकायतें दर्ज की हैं, जिनका सीधा असर खेल की निष्पक्षता पर पड़ा है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे अंपायरिंग में हुई चूक और अन्य समस्याओं ने भारतीय टीम की यात्रा को प्रभावित किया और हॉकी इंडिया ने किस तरह की शिकायतें दर्ज की हैं।
पेरिस Olympics 2024: भारतीय हॉकी टीम का क्वार्टरफाइनल सफर
5 अगस्त 2024 को भारतीय हॉकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेला। यह मैच भारतीय टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इससे जीतने पर वे सेमीफाइनल में प्रवेश कर सकते थे। मुकाबला अत्यंत रोमांचक रहा और आखिरकार शूटआउट के माध्यम से भारत ने 4-2 से जीत दर्ज की, जिससे भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई।
अंपायरिंग में त्रुटियाँ: हॉकी इंडिया की शिकायतें
Olympics 2024: क्वार्टरफाइनल मैच के बाद हॉकी इंडिया ने अंपायरिंग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कुछ प्रमुख बिंदुओं पर आपत्ति जताई है, जिनमें असंगत वीडियो रीव्यू, गलत कोचिंग और तकनीकी गड़बड़ी शामिल हैं। ये शिकायतें खेल की निष्पक्षता पर सीधे सवाल खड़ा करती हैं और भारतीय टीम की मेहनत और संघर्ष पर धब्बा डालती हैं।
शिकायत 1: असंगत वीडियो रीव्यू
Olympics 2024: हॉकी इंडिया ने पहली शिकायत के रूप में वीडियो अंपायर रीव्यू के असंगत तरीके को उठाया है। खासतौर पर भारतीय खिलाड़ी अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने का मामला उठाया गया है। रोहिदास को दूसरे क्वार्टर में रेड कार्ड दिखाया गया क्योंकि उन पर आरोप था कि उन्होंने जानबूझकर विरोधी टीम के खिलाड़ी के चेहरे पर हॉकी स्टिक मारी थी। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय टीम को बचे हुए मैच में 11 के बजाय 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा, जो कि एक महत्वपूर्ण घटक था।
इस निर्णय ने वीडियो रीव्यू सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया है। हॉकी इंडिया का कहना है कि इस प्रकार की असंगतता ने खिलाड़ियों और कोचों के बीच खेल के प्रति विश्वास को कम किया है और खेल की गरिमा को प्रभावित किया है।
शिकायत 2: शूटआउट के दौरान कोचिंग
Olympics 2024: दूसरी शिकायत यह है कि ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर को शूटआउट के दौरान कोचिंग दी जा रही थी। सामान्यत: शूटआउट के समय कोचिंग की अनुमति नहीं होती है, और यह एक निष्पक्ष खेल के लिए आवश्यक है। हॉकी इंडिया का दावा है कि इस नियम का उल्लंघन हुआ और इसके बावजूद भारतीय टीम ने 4-2 से जीत दर्ज की।
यह स्थिति विशेष रूप से चिंता का विषय है क्योंकि यह दर्शाता है कि नियमों का पालन सही तरीके से नहीं हो रहा है। इससे खिलाड़ियों और प्रशंसकों के मन में संदेह उत्पन्न होता है और खेल की निष्पक्षता पर असर पड़ता है।
शिकायत 3: वीडियो टैबलेट का उपयोग
Olympics 2024: तीसरी और अंतिम शिकायत यह है कि ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर ने शूटआउट के दौरान वीडियो टैबलेट का उपयोग किया। इस टैबलेट का उपयोग आमतौर पर खेल के दौरान तकनीकी सहायता के लिए नहीं किया जाता है, और इसका इस्तेमाल खेल की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है। हॉकी इंडिया का कहना है कि इस तकनीकी गड़बड़ी ने मैच के परिणाम को प्रभावित किया है और खेल के नियमों के उल्लंघन का संकेत है।
Olympics 2024: हॉकी इंडिया का आधिकारिक बयान
Olympics 2024: इन शिकायतों को लेकर हॉकी इंडिया ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है, “इन घटनाओं ने खिलाड़ी, कोच और फैंस के बीच इस खेल के प्रति विश्वास को कम करने का काम किया है। हॉकी इंडिया इन मामलों की ठीक ढंग से जांच की मांग करता है, जिससे खेल की गरिमा बनी रहे और अगले मैचों में किसी खिलाड़ी या टीम के साथ भेदभाव ना हो।”
इस बयान के माध्यम से हॉकी इंडिया ने खेल की निष्पक्षता को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। साथ ही, उन्होंने आगामी मैचों में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए एक सख्त और पारदर्शी जांच की मांग की है।
Olympics 2024:भारतीय हॉकी टीम का अगला कदम
Olympics 2024: अब जबकि भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है, हॉकी इंडिया की शिकायतें जांच के दायरे में आ सकती हैं। भारतीय हॉकी टीम का सामना सेमीफाइनल में जर्मनी और अर्जेंटीना के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए एक नया चुनौती पेश करेगा, और टीम को आगामी मैचों में किसी भी प्रकार की अनावश्यक विवाद से बचने के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा।
निष्कर्ष
पेरिस Olympics 2024 का हॉकी क्वार्टरफाइनल भारत के लिए ऐतिहासिक रहा है, लेकिन इसके साथ ही इस मैच में हुई अंपायरिंग की गड़बड़ियों ने खेल की निष्पक्षता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हॉकी इंडिया ने इन मुद्दों को लेकर जो शिकायतें दर्ज की हैं, वे खेल के नियमों और निष्पक्षता के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करती हैं।
अब, जबकि भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी है, इन समस्याओं की जांच और समाधान की आवश्यकता है ताकि भविष्य में खेल की गरिमा और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके। भारतीय खेल प्रेमी और प्रशंसक आगामी मैचों के लिए उत्सुक हैं और उम्मीद करते हैं कि उनकी टीम बेहतरीन प्रदर्शन के साथ मेडल जीतने में सफल होगी।
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