Mirabai Chanu: जन्मदिन पर मीराबाई चानू का सपना अधूरा! ओलंपिक पदक से 1 किलोग्राम की दूरी |

Mirabai Chanu पेरिस ओलंपिक 2024 की महिलाओं की 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग इवेंट में सिर्फ एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं|

Mirabai Chanu: जन्मदिन पर मीराबाई चानू का सपना अधूरा! ओलंपिक पदक से 1 किलोग्राम की दूरी |
Mirabai Chanu: जन्मदिन पर मीराबाई चानू का सपना अधूरा! ओलंपिक पदक से 1 किलोग्राम की दूरी |

Mirabai Chanu ने पेरिस ओलंपिक 2024 की महिलाओं की 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग इवेंट में केवल एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं, और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उनके जन्मदिन पर ही घटी। 12वें दिन भारतीय एथलीटों के लिए ओलंपिक का सफर खास नहीं रहा। सुबह विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन की खबर ने निराशा का माहौल बना दिया, जिससे वह गोल्ड मेडल मैच में भाग नहीं ले सकीं।

इसके बाद Mirabai Chanu की वेटलिफ्टिंग इवेंट का देशवासियों को बेसब्री से इंतजार था, जो रात 11:30 बजे शुरू हुई। चानू इस मौके को अपने जन्मदिन पर एक विशेष यादगार क्षण बनाने की आशा कर रही थीं, लेकिन अफसोस कि वह ऐसा नहीं कर पाईं। Mirabai Chanu का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के काकचिंग गांव में हुआ था, जो इंफाल पूर्व में स्थित है।

1 किलो वजन से चूकीं ओलंपिक मेडल

Mirabai Chanu ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह एक और ओलंपिक पदक से सिर्फ एक किलोग्राम की कमी से चूक गईं। उन्होंने कुल 199 किलोग्राम वजन उठाया और चौथे स्थान पर रही। टोक्यो ओलंपिक 2020 की रजत पदक विजेता ने पेरिस में अपनी योग्यता और समर्पण का बेजोड़ उदाहरण प्रस्तुत किया। एशियाई खेलों के दौरान कूल्हे की गंभीर चोट के कारण चार महीने तक प्रतियोगिताओं से बाहर रहने के बावजूद, उन्होंने अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं आने दी।

चानू ने 200 किलोग्राम से अधिक वजन उठाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन दुर्भाग्यवश यह सपना पूरा नहीं हो सका। उनकी मेहनत और जज्बा खेलों की दुनिया में एक प्रेरणा बना हुआ है, और उनके प्रदर्शन ने उन्हें सम्मान और प्रशंसा प्राप्त करने में सफल बनाया है।

क्लीन एंड जर्क राउंड में Mirabai Chanu ने 111 किलोग्राम वजन उठाने का लक्ष्य रखा। पहले प्रयास में असफल रहने के बावजूद, उन्होंने हार मानने के बजाय दृढ़ता का परिचय दिया और दूसरे प्रयास में 111 किलोग्राम वजन को सफलतापूर्वक उठाया। इस सफलता ने उनकी मेहनत और लगन को दर्शाया। आखिरी प्रयास में, चानू ने 114 किलोग्राम वजन उठाने की चुनौती स्वीकार की, लेकिन इस बार वह सफल नहीं हो पाईं। उनके प्रयास और संघर्ष ने उन्हें प्रशंसा दिलाई, भले ही पदक से चूकने के बावजूद उनकी उपलब्धि खेलों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बनी।

Mirabai Chanu की उपलब्धियां

भारत की स्टार वेटलिफ्टर Mirabai Chanu ने विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। अपनी कठिन मेहनत और समर्पण के साथ, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कई उपलब्धियां हासिल की हैं। चानू ने वेटलिफ्टिंग में अपनी पहचान बनाई और टोक्यो ओलंपिक 2020 में रजत पदक जीतकर भारतीय खेलों में एक नया अध्याय जोड़ा। उनके करियर की शुरुआत छोटे स्तर की प्रतियोगिताओं से हुई, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा और कठिन प्रशिक्षण के जरिए ऊंचाइयों को छुआ।

एशियाई खेलों में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और कई पदक जीते। चानू की सफलता की कहानी एक प्रेरणा है, जो दिखाती है कि कैसे दृढ़ता और अथक प्रयास से बड़े लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत उपलब्धियां दिलाईं, बल्कि भारतीय वेटलिफ्टिंग को भी विश्व मानचित्र पर स्थापित किया। Mirabai Chanu की यात्रा और उनके उपलब्धियों का यह संक्षिप्त विश्लेषण उनकी महानता और खेलों के प्रति उनके समर्पण को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।

  • कुल पदक: Mirabai Chanu ने अब तक कुल 11 पदक जीते हैं. इनमें 6 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य पदक शामिल हैं|
  • कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप: Mirabai Chanu ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा 4 पदक जीते हैं. इनमें 3 स्वर्ण और 1 रजत पदक शामिल हैं|
  • कॉमनवेल्थ गेम्स: कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने 3 पदक जीते हैं. इनमें 2 स्वर्ण और 1 रजत पदक शामिल हैं|
  • विश्व चैंपियनशिप: विश्व चैंपियनशिप में Mirabai Chanu ने 2 पदक जीते हैं. इनमें 1 स्वर्ण और 1 रजत पदक शामिल हैं|
  • ओलंपिक: टोक्यो ओलंपिक 2020 में उन्होंने रजत पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया|
  • एशियाई चैंपियनशिप: एशियाई चैंपियनशिप में Mirabai Chanu ने एक कांस्य पदक जीता है|

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