Disqualified News: विनेश फोगाट को छूट के लिए भारतीय कुश्ती संघ की अपील पर UWW का बयान जारी |

Disqualified News: विनेश फोगाट को छूट के लिए भारतीय कुश्ती संघ की अपील पर UWW का बयान जारी |

Disqualified News: विनेश फोगाट को छूट के लिए भारतीय कुश्ती संघ की अपील पर UWW का बयान जारी |

Disqualified News: भारत की अपील पर UWW का चौंकाने वाला फैसला, विनेश के मामले में नहीं कोई राहत |

Disqualified News: विनेश फोगाट को छूट के लिए भारतीय कुश्ती संघ की अपील पर UWW का बयान जारी |
Disqualified News: विनेश फोगाट को छूट के लिए भारतीय कुश्ती संघ की अपील पर UWW का बयान जारी |

Disqualified News: विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक्स 2024 से अयोग्य घोषित होने के बाद, भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के समक्ष विनेश को अतिरिक्त समय देने की अपील की थी। हालांकि, UWW के अध्यक्ष ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि अपील के बावजूद विनेश का अयोग्य घोषित होना वापस नहीं लिया जाएगा। यह निर्णय विनेश और 140 करोड़ भारतवासियों के लिए एक बड़ा झटका है। WFI के अधिकारियों ने जोर दिया कि विनेश ने खेल भावना और उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है, और उन्हें अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का एक और मौका मिलना चाहिए।

Disqualified News: इसके बावजूद, UWW के सख्त नियमों और प्रक्रियाओं के चलते अपील को स्वीकार नहीं किया गया। इस स्थिति ने भारतीय खेल प्रेमियों के बीच निराशा और असंतोष को जन्म दिया है। विनेश, जो एक प्रेरणास्रोत हैं और भारतीय कुश्ती का प्रमुख चेहरा हैं, उनके लिए यह एक कठिन समय है। WFI ने इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में खिलाड़ियों की बेहतर तैयारी और समर्थन के लिए कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है।

Disqualified News: भारतीय कुश्ती संघ ने की थी अपील

Disqualified News: विनेश फोगाट का वजन फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिसके कारण उन्हें पदक के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस मामले में भारतीय कुश्ती संघ ने अपील की कि विनेश को कुछ अतिरिक्त समय और छूट दी जाए। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के बयान के अनुसार, विनेश ने रातभर अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन सुबह उनका वजन 100 ग्राम अधिक रहा। IOA के अनुसार, विनेश ने वजन कम करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए थे, लेकिन अंतिम समय में वह 100 ग्राम अतिरिक्त वजन के कारण प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकीं।

संघ के अनुसार, विनेश की मेहनत और प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्हें कुछ और समय देने की आवश्यकता थी, ताकि वह अपने वजन को आवश्यक स्तर पर ला सकें और प्रतिस्पर्धा में भाग ले सकें। भारतीय कुश्ती संघ ने इस मामले में पुनर्विचार की अपील की है, ताकि भविष्य में ऐसे खिलाड़ियों को थोड़ा अधिक समय और सहूलियत दी जा सके, जो अंतिम समय में वजन की वजह से बाहर हो जाते हैं।

Disqualified News: अब किसी काम की नहीं अपील

Disqualified News: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने स्पष्ट किया है कि भारत की अपील अब प्रभावी नहीं होगी। उन्होंने कहा, “मुझे भारत की अपील से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मुझे पता है कि परिणाम वही रहेगा। इस मामले में कुछ भी बदलना संभव नहीं है। ये प्रतियोगिता के नियम हैं और इन्हें बदलना संभव नहीं है।” पेरिस में मीडिया से बात करते हुए, लालोविच ने कहा, “नियमों का निर्माण किसी उद्देश्य से किया गया है और इनका सम्मान किया जाना चाहिए। मुझे विनेश के लिए खेद है, क्योंकि उनका वजन बेहद मामूली अंतर से अधिक पाया गया।

सभी एथलीट वजन करने की प्रक्रिया से परिचित होते हैं, और यहां अन्य विश्वस्तरीय एथलीट भी मौजूद हैं। ऐसे में एक एथलीट को सही वजन के बिना प्रतिस्पर्धा की अनुमति नहीं दी जा सकती।” लालोविच का यह बयान विनेश और भारतीय खेल समुदाय के लिए निराशाजनक है, और इससे यह भी स्पष्ट होता है कि खेल प्रतियोगिताओं में नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है।

Disqualified News: नहीं मिलेगा सिल्वर मेडल

Disqualified News: UWW के अध्यक्ष नेनाद लालोविच से यह सवाल किया गया कि क्या विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल दिया जा सकता है। इस पर उन्होंने स्पष्ट किया, “विनेश को सिल्वर मेडल देना संभव नहीं है, क्योंकि प्रतियोगिता का पूरा ब्रैकेट बदल रहा है। यह सब नियमों के तहत हो रहा है। जो भी एथलीट आगे प्रतिस्पर्धा करेंगे, वे सभी जानते हैं कि मुकाबले से पहले उन्हें वजन की प्रक्रिया से गुजरना होता है।” लालोविच ने बताया कि प्रतियोगिता के नियम और प्रक्रियाओं के अनुसार, वजन की कमी या अधिकता के आधार पर किसी भी एथलीट को पदक देना संभव नहीं है।

Disqualified News: यह नियम हर एथलीट के लिए समान होते हैं और उन्हें मानना अनिवार्य है। उनके अनुसार, यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी प्रतियोगी समान परिस्थितियों में प्रतिस्पर्धा करें, नियमों का पालन किया जाता है। इस तरह की स्थिति में किसी भी विशेष अपील को स्वीकार करना मुश्किल होता है, क्योंकि यह पूरे प्रतियोगिता के ढांचे को प्रभावित कर सकता है।

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