UGC-NET Examination: UGC NET परीक्षा रद्द, शिक्षा मंत्रालय ने CBI को सौंपी जांच की जिम्मेदारी |
Today Breaking News बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट परीक्षा को इसके आयोजन के एक दिन बाद ही रद्द कर दिया। मंत्रालय ने इस निर्णय के पीछे परीक्षा प्रक्रिया में हुई गंभीर लापरवाही और इसके अखंडता से किए गए समझौते को कारण बताया। यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यूजीसी-नेट परीक्षा में लगभग 900,000 छात्र शामिल होते हैं, जिनका भविष्य इस परीक्षा के परिणाम पर निर्भर करता है।
मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि परीक्षा की प्रक्रिया में कई अनियमितताएँ पाई गईं, जिससे परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठे। इन अनियमितताओं के कारण छात्रों के साथ न्याय नहीं हो सकता था, इसलिए परीक्षा को रद्द करना जरूरी समझा गया।
इसके साथ ही मंत्रालय ने घोषणा की इस मामले की गहन जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अब इस पूरे मामले की जांच करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को उचित सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। मंत्रालय ने छात्रों और उनके परिवारों को आश्वासन दिया कि वे इस स्थिति को जल्दी से जल्दी सुलझाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, मंत्रालय ने इस पूरे केस की गहन जांच के लिए इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने का निर्णय लिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने कम्प्यूटरीकृत परीक्षा प्रारूप को छोड़कर एक ही दिन में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया था। पांच वर्षों के बाद यह पहला अवसर था जब यूजीसी-नेट परीक्षा को फिजिकल मोड में आयोजित किया गया था।
UGC-NET Examination: मंत्रालय ने यह कदम उठाते हुए कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं और अखंडता के साथ हुए समझौते की वजह से परीक्षा रद्द करना आवश्यक हो गया था। इस परीक्षा में शामिल होने वाले लगभग 900,000 छात्रों का भविष्य इस परीक्षा पर निर्भर करता है, और उनकी सुरक्षा और न्याय के लिए यह निर्णय लिया गया है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी और सुनिश्चित करेगी कि सभी दोषियों को उचित सजा मिले। मंत्रालय ने छात्रों और उनके परिवारों को आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके और भविष्य में ऐसी समस्याएं उत्पन्न न हों।
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क्यो होगा इस एग्जाम के रद्द होने का असर
UGC-NET Examination: यूजीसी-नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद पीएचडी प्रवेश कार्यक्रम पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा, क्योंकि देश भर के विश्वविद्यालय मेरिट सूची निर्धारित करने के लिए नेट स्कोर पर निर्भर रहते हैं। इस स्थिति ने छात्रों और विश्वविद्यालयों के बीच चिंता बढ़ा दी है, जो अब नए स्कोर के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का इंतजार कर रहे हैं।
मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि नई परीक्षा जल्द ही आयोजित की जाएगी। छात्रों को आश्वासन देते हुए मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा की नई तिथियों और अन्य संबंधित जानकारी को अलग से साझा किया जाएगा। मंत्रालय इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए प्रयासरत है ताकि छात्रों का शैक्षणिक भविष्य प्रभावित न हो।
UGC-NET Examination: मंत्रालय ने छात्रों से धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया है और विश्वास दिलाया है कि नई परीक्षा प्रक्रिया में सभी आवश्यक सुधार और सुरक्षा उपाय किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की समस्याएं उत्पन्न न हों और छात्रों को निष्पक्ष और सुरक्षित वातावरण में परीक्षा देने का अवसर मिले। इस बीच, विश्वविद्यालयों को भी सलाह दी गई है कि वे छात्रों के हित में उचित कदम उठाएं और नई मेरिट सूची के लिए तैयार रहें।
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18 जून को हुई थी UGC NET की परीक्षा
UGC-NET Examination: गौरतलब है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा पीएचडी प्रवेश, सहायक प्रोफेसरशिप और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए साल में दो बार आयोजित की जाती है। इस साल 18 जून को यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 1,200 परीक्षा केंद्रों पर कुल 908,580 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। परीक्षा का आयोजन 83 विषयों में ओएमआर शीट पर किया गया था।
UGC-NET Examination: यूजीसी-नेट परीक्षा का उद्देश्य योग्य उम्मीदवारों का चयन करना है, जो उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण और शोध के क्षेत्र में अपना योगदान दे सकें। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को पीएचडी प्रवेश के लिए पात्रता मिलती है, साथ ही वे सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए भी योग्य हो जाते हैं।
इस बार की परीक्षा के रद्द होने के बाद मंत्रालय ने नई परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द ही करने का आश्वासन दिया है। छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए मंत्रालय ने यह कदम उठाया है और कहा है कि परीक्षा प्रक्रिया में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
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गृह मंत्रालय के इस विभाग से मिला था इनपुट
UGC-NET Examination: परीक्षा के आयोजन के 24 घंटे बाद ही शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि भारत के उच्च शिक्षा नियामक यूजीसी को गृह मंत्रालय के तहत इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (ICCCC) की नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट से परीक्षा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “इन इनपुट से प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि इस परीक्षा की गोपनीयता से समझौता किया गया है।”
UGC-NET Examination: मंत्रालय के इस बयान के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया, जिससे लगभग 900,000 छात्रों के भविष्य पर असर पड़ा है। इनपुट के अनुसार, परीक्षा की प्रक्रिया में अनियमितताएं और संभावित धोखाधड़ी के संकेत मिले हैं, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने का निर्णय लिया है ताकि गहन जांच की जा सके और दोषियों को उचित सजा मिल सके। मंत्रालय ने यह भी कहा कि नई परीक्षा की तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी और छात्रों को उनके भविष्य के बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए। छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा की नई प्रक्रिया में सभी आवश्यक सुधार किए जाएंगे ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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