Rajendra Nagar Incident Probe : MHA करेगी कोचिंग हादसे की जांच, दृष्टि IAS सहित कई सेंटर सील, LG ने किया मुआवजे का ऐलान !

Rajendra Nagar incident probe : MHA करेगी कोचिंग हादसे की जांच, दृष्टि IAS सहित कई सेंटर सील, LG ने किया मुआवजे का ऐलान !

Rajendra Nagar incident probe

Rajendra Nagar incident probe :कोचिंग हादसे की जांच करेगी MHA की कमेटी, दृष्टि IAS समेत कई सेंटर सील, LG ने किया मुआवजे का ऐलान | जानें बड़ी बातें

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Rajendra Nagar incident probe : MHA करेगी कोचिंग हादसे की जांच, दृष्टि IAS सहित कई सेंटर सील, LG ने किया मुआवजे का ऐलान !

ओल्ड राजेंद्र नगर हादसा: कोचिंग सेंटर में पानी घुसने से तीन छात्रों की मौत

Rajendra Nagar incident probe : नयी दिल्ली: 29 जुलाई (भाषा) – दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी घुसने से तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना ने न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। इस मामले में गृह मंत्रालय (MHA) ने जांच समिति का गठन किया है, जिससे घटना की गहन जांच की जाएगी। वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है।

गृह मंत्रालय ने गठित की जांच समिति

Rajendra Nagar incident probe : गृह मंत्रालय ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक जांच समिति का गठन किया है। मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, “गृह मंत्रालय ने नई दिल्ली के पुराने राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। समिति कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, उपाय सुझाएगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी।”

इस समिति में अतिरिक्त सचिव, प्रमुख सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, विशेष सीपी, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय संयोजक होंगे। यह समिति 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

एमसीडी की कार्रवाई: कई कोचिंग सेंटर सील

Rajendra Nagar incident probe : दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। एमसीडी ने इस हादसे के बाद छह और उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट को सील कर दिया है। इससे सील किए गए कुल बेसमेंट की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। इन सील किए गए कोचिंग सेंटरों में दृष्टि (द विजन) जैसे कई प्रमुख संस्थान शामिल हैं।

उपराज्यपाल का मुआवजा ऐलान

Rajendra Nagar incident probe : दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उन तीन अभ्यर्थियों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की सोमवार को घोषणा की है, जिनकी ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई थी। राज निवास से जारी बयान के अनुसार, उपराज्यपाल ने इस दुखद घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), पुलिस और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।

धरना और विरोध प्रदर्शन

Rajendra Nagar incident probe : ओल्ड राजेंद्र नगर में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले कई छात्र इस घटना के बाद से धरना दे रहे हैं। इन छात्रों में शामिल राहुल शर्मा ने कहा, “हमें अब ऐसी घटना दोबारा होने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।” उत्तर प्रदेश के रहने वाले शर्मा उन सैकड़ों छात्रों में शामिल हैं जो कोचिंग सेंटर के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

कांग्रेस का कैंडल मार्च

Rajendra Nagar incident probe : कांग्रेस ने इस हादसे के विरोध में कई जगहों पर कैंडल मार्च निकालकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्र-छात्राओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, शहर के अन्य जिलों के अलावा मध्य और उत्तरी दिल्ली में आयोजित कैंडल मार्च का उद्देश्य एक अन्य छात्र के लिए न्याय की मांग करना था, जिसकी हाल ही में शहर के पटेल नगर इलाके में बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी।

गिरफ्तारियां और न्यायिक हिरासत

Rajendra Nagar incident probe : इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक वाहन के मालिक और बेसमेंट के चार सह मालिक शामिल हैं। इन सभी को एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 12 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उनकी जमानत याचिका पर मंगलवार (30 जुलाई) को सुनवाई होगी।

कोचिंग सेंटरों की लाइब्रेरियां बंद

Rajendra Nagar incident probe : मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहे एवं संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी ने बताया कि शनिवार की घटना के बाद से ज्यादातर कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी बंद कर दी गई है। यह कदम सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

भविष्य की राह

Rajendra Nagar incident probe : इस हादसे के बाद से सरकार और प्रशासन कोचिंग सेंटरों के सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा कर रहे हैं। दिल्ली में कोचिंग सेंटरों की संख्या बड़ी है और इनमें पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या भी काफी है। ऐसे में सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत बनाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हो।

सुरक्षा उपायों की समीक्षा

Rajendra Nagar incident probe : कोचिंग सेंटरों में अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता, निकास मार्गों की व्यवस्था, और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। गृह मंत्रालय की गठित समिति इन सभी बिंदुओं पर गहन जांच करेगी और सुधार के उपाय सुझाएगी।

छात्र समुदाय की मांगें

Rajendra Nagar incident probe : इस हादसे के बाद से छात्रों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। वे सरकार और प्रशासन से सुरक्षा के कड़े उपायों की मांग कर रहे हैं। छात्र चाहते हैं कि कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए और नियमित रूप से जांच की जाए ताकि भविष्य में कोई अनहोनी न हो।

उपराज्यपाल का आश्वासन

Rajendra Nagar incident probe : उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने छात्रों से धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष

ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर हादसे ने न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना ने कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सरकार और प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। गृह मंत्रालय की गठित समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें आने वाले समय में कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा मानकों को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। छात्रों, अभिभावकों और समाज को उम्मीद है कि इस हादसे के बाद सरकार ठोस कदम उठाएगी और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

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