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Monsoon Session: वक्फ संशोधन विधेयक आज संसद में पेश होने की संभावना, भारी हंगामे की उम्मीद|

Monsoon Session: वक्फ एक्ट में बदलाव के प्रस्तावित विधेयकों पर संसद सत्र में लंबे समय से चल रही राजनीतिक चर्चा |

Monsoon Session: वक्फ संशोधन विधेयक आज संसद में पेश होने की संभावना, भारी हंगामे की उम्मीद|
Monsoon Session: वक्फ संशोधन विधेयक आज संसद में पेश होने की संभावना, भारी हंगामे की उम्मीद|

Monsoon Session: गुरुवार, 8 अगस्त को संसद सत्र में भारी हंगामे की संभावना है क्योंकि सरकार वक्फ कानून में सुधार के लिए विधेयक पेश कर सकती है। राज्यसभा और लोकसभा दोनों में इस मुद्दे पर तीखी बहस होने की उम्मीद है। कई राजनीतिक दलों ने पहले से ही इस विधेयक का विरोध करना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी उन दलों में शामिल है, जिन्होंने वक्फ कानून पर अपना विरोध जताया है।

Monsoon Session: वक्फ (संशोधन) विधेयक के तहत वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर ‘एकीकृत वक्फ प्रबंधन, सशक्तीकरण, दक्षता और विकास अधिनियम, 1995’ करने का प्रस्ताव है। यह विधेयक लोकसभा सदस्यों के बीच मंगलवार रात को वितरित किया गया। विधेयक के उद्देश्यों और कारणों के विवरण के अनुसार, इसमें बोर्ड की शक्तियों से संबंधित मौजूदा कानून की धारा 40 को हटाने का प्रावधान है, जो यह निर्धारित करता है कि कोई संपत्ति वक्फ संपत्ति है या नहीं।

Monsoon Session: विधेयक को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। इसके समर्थन और विरोध में विभिन्न दलों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ दल इसे एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बता रहे हैं। संसद सत्र में इस मुद्दे पर जोरदार बहस होने की संभावना है, जिससे सत्र के दौरान हंगामा होना तय माना जा रहा है।

Monsoon Session: वक्फ बोर्ड में महिलाएं भी हो सकती हैं शामिल

Monsoon Session: वक्फ बोर्ड में सुधार के लिए सरकार ने केंद्रीय वक्फ परिषद और राज्य वक्फ बोर्डों की व्यापक संरचना प्रस्तुत की है। इस प्रस्तावित बदलाव में मुस्लिम महिलाओं और गैर-मुसलमानों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है। सरकार के कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने कहा है कि वक्फ बोर्ड में सुधार की मांग लंबे समय से मुस्लिम समुदाय द्वारा की जा रही है। उनका मानना है कि इसमें महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना आवश्यक है ताकि बोर्ड की कार्यप्रणाली में विविधता और प्रभावशीलता बढ़ सके।

Monsoon Session: हालांकि, कुछ मुस्लिम संगठनों ने इस प्रस्तावित बदलाव का विरोध किया है। उनका कहना है कि ये सुधार उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं के खिलाफ हैं। विरोध करने वाले संगठनों का आरोप है कि इन सुधारों से वक्फ बोर्ड के मूल उद्देश्य और अल्पसंख्यक समुदाय के हितों को खतरा हो सकता है। इस विरोध और समर्थन के बीच, वक्फ बोर्ड में सुधार का यह मुद्दा देशभर में चर्चा का विषय बन गया है और इसकी व्यापक सामाजिक और राजनीतिक प्रभावों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

Monsoon Session: संसद सत्र की शुरुआत 22 जुलाई को हुई थी, और इसके तुरंत बाद 23 जुलाई को बजट पेश किया गया। बजट पेश होने के साथ ही सदन में तीव्र हंगामा देखने को मिला, और इस पर लगभग रोज ही चर्चा होती रही। बजट के अलावा, सत्र के दौरान हाल की घटनाओं पर भी चर्चा की गई, जैसे कि वायनाड भूस्खलन और दिल्ली में कोचिंग सेंटर हादसा। इन मुद्दों ने सदन में काफी ध्यान आकर्षित किया और विवादों का विषय बने।

Monsoon Session: सदन की चर्चा ने बजट के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं पर भी प्रकाश डाला। सांसदों ने इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए उनकी जांच और समाधान के लिए भी आवाज उठाई। संसद से जुड़े सभी महत्वपूर्ण अपडेट्स और विवरण आप नीचे दिए गए कार्ड्स में पढ़ सकते हैं, जो इस सत्र की प्रमुख गतिविधियों और चर्चाओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं।

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