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Kolkata Rape Case : पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर त्वरित न्याय की मांग की, सीजेआई से कहा।

Kolkata Rape Case:  औरतों के खिलाफ अपराध पर फिर बोले पीएम मोदी, CJI के सामने कहा- जितनी तेजी से…

Kolkata Rape Case
Kolkata Rape Case : पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर त्वरित न्याय की मांग की, सीजेआई से कहा।

Kolkata Rape Case : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अगस्त को भारतीय न्यायपालिका के जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन में महिला अपराधों के खिलाफ त्वरित न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका यह बयान तब आया जब कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना की चर्चा जोरों पर थी। इस घटना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार के खिलाफ राजनीतिक घमासान मचा दिया है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में न्याय की सटीकता और त्वरित प्रक्रिया पर बल देते हुए इसे समाज के लिए महत्वपूर्ण बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण

Kolkata Rape Case : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में त्वरित न्याय की आवश्यकता है। इससे महिलाओं के बीच सुरक्षा का विश्वास बढ़ेगा।” उनका यह बयान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है।

Kolkata Rape Case : उन्होंने न्यायपालिका की भूमिका को संविधान का संरक्षक मानते हुए सुप्रीम कोर्ट और न्यायपालिका की तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने कभी भी सुप्रीम कोर्ट या न्यायपालिका के प्रति अविश्वास नहीं दिखाया। उन्होंने आपातकाल के दौरान न्यायपालिका की भूमिका को सराहा और कहा कि न्यायपालिका ने मौलिक अधिकारों की रक्षा में अहम भूमिका निभाई।

कोलकाता रेप कांड का संदर्भ

Kolkata Rape Case : प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से कोलकाता में हुई बलात्कार और हत्या की घटना का उल्लेख किया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। पीएम मोदी ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और बच्चों की सुरक्षा समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं।” उन्होंने इस घटना को लेकर त्वरित न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में जितनी तेजी से न्याय मिलेगा, उतना ही अधिक भरोसा महिलाओं को अपनी सुरक्षा को लेकर होगा।

Kolkata Rape Case : इसके अलावा, पीएम मोदी ने ठाणे के एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि ये घटनाएं समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने न्यायपालिका को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए आपराधिक न्याय प्रणाली में बेहतर समन्वय की आवश्यकता बताई।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

Kolkata Rape Case : कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगते हुए आरोप लगाया है कि उनकी सरकार ने आरोपियों को संरक्षण प्रदान किया। बीजेपी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उनके प्रशासन के तहत अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई।

इस घटना ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल ला दिया है, और विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। भाजपा ने इस घटना को लेकर ममता बनर्जी की सरकार की आलोचना की है और इसे कानून-व्यवस्था की विफलता के रूप में प्रस्तुत किया है।

न्यायपालिका की भूमिका और सुधार

Kolkata Rape Case : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में न्यायपालिका की भूमिका की सराहना की और कहा कि न्यायपालिका ने राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए राष्ट्रीय अखंडता की रक्षा की है। उन्होंने न्यायपालिका को संविधान का संरक्षक मानते हुए उसकी सराहना की और कहा कि न्यायपालिका ने मौलिक अधिकारों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने न्यायपालिका में सुधार की आवश्यकता की ओर भी इशारा किया और कहा कि आपराधिक न्याय प्रणाली में बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना चाहिए। पीएम मोदी का कहना था कि इससे महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने में सहायता मिलेगी और त्वरित न्याय सुनिश्चित किया जा सकेगा।

निष्कर्ष

Kolkata Rape Case : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान महिलाओं के खिलाफ अपराधों के खिलाफ त्वरित न्याय की आवश्यकता को उजागर करता है। उन्होंने न्यायपालिका की भूमिका की सराहना की और त्वरित न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और इसने न्यायपालिका और राजनीतिक प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान इस दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को गंभीरता से लिया जाए और न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। हालांकि, इसके साथ ही राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी इस मुद्दे की गंभीरता को और अधिक बढ़ा रही हैं।

कोलकाता रेप कांड के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी का बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में त्वरित न्याय की आवश्यकता है, और इसके लिए न्यायपालिका और अन्य संबंधित संस्थाओं को मिलकर काम करने की जरूरत है।

 

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