International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि, बैकअप भी तैयार|

International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि, बैकअप भी तैयार|

International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि

International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुुभांशु शुक्ला; प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के बाद आईएसएस मिशन पर जाने की तैयारी|

International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि
International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हाल ही में घोषणा की है कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को International Space Station (आईएसएस) के आगामी भारत-अमेरिका मिशन के लिए चयनित किया गया है। यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शुभांशु शुक्ला इस मिशन पर जाने वाले प्रमुख अंतरिक्ष यात्री होंगे। इसके साथ ही, कैप्टन प्रशांत नायर को भी इस मिशन के लिए बैकअप अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है।

International Space Station: इसरो की इस घोषणा के बाद देशभर में गर्व और उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष घोषणा की थी कि भारत का एक अंतरिक्ष यात्री आईएसएस के मिशन पर जाएगा, और इस घोषणा के साथ उस सपने को साकार होते देखना देशवासियों के लिए एक बड़ी खुशी की बात है। यह मिशन भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष अनुसंधान और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देगा। शुभांशु शुक्ला और प्रशांत नायर की इस मिशन के लिए चयनित होने पर देशभर से बधाइयों का तांता लगा हुआ है, और सभी उनकी सफलता की कामना कर रहे हैं।

इसरो ने घोषणा की है कि उसके मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने International Space Station के एक्सिओम-4 मिशन के लिए अमेरिकी कंपनी एक्सिओम स्पेस इंक के साथ एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष उड़ान समझौता किया है। इस समझौते के तहत, राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने इस मिशन के लिए दो गगनयात्रियों की सिफारिश की है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मुख्य पायलट के रूप में चुना गया है, जो इस महत्वपूर्ण मिशन की अगुवाई करेंगे। उनके साथ, ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को बैकअप पायलट के रूप में नामित किया गया है।

इसरो के इस फैसले के बाद, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नई उपलब्धि जुड़ गई है। यह मिशन भारत और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष अनुसंधान में सहयोग को और मजबूत करेगा। इसरो के अनुसार, यह मिशन भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे भारत की अंतरिक्ष क्षमता में वृद्धि होगी। शुभांशु शुक्ला और प्रशांत नायर का चयन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इसरो और एक्सिओम स्पेस इंक के बीच यह साझेदारी अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने का वादा करती है।

International Space Station: इसरो ने क्या कहा?

इसरो ने एक बयान में कहा कि असाइन किए गए चालक दल के सदस्यों को बहुपक्षीय चालक दल संचालन पैनल (एमसीओपी) द्वारा International Space Station (आईएसएस) पर उड़ान भरने के लिए अंतिम मंजूरी दी जाएगी। इसरो ने आगे बताया कि अनुशंसित गगनयात्री अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से मिशन के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू करेंगे।

मिशन के दौरान, ये गगनयात्री आईएसएस पर चयनित वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन प्रयोगों को अंजाम देंगे। इसके अलावा, वे अंतरिक्ष से संबंधित आउटरीच गतिविधियों में भी शामिल होंगे, जिससे अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान के प्रति जागरूकता और रुचि को बढ़ावा मिलेगा। इसरो ने इस मिशन को भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जो वैज्ञानिक उपलब्धियों और प्रौद्योगिकी में नए आयाम स्थापित करेगा।

International Space Station: स्पेस प्रोग्राम में भारत को भी मिलेगी मदद

International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने कहा कि इस मिशन के दौरान प्राप्त अनुभव भारतीय मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए अत्यंत फायदेमंद होंगे। इससे इसरो और नासा के बीच मानव अंतरिक्ष उड़ान सहयोग भी मजबूत होगा। जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान, इसरो और नासा ने एक संयुक्त बयान जारी किया था। इस बयान में अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त इसरो-नासा मिशन की परिकल्पना की गई थी।

एक्सिओम-4 मिशन (एक्स-4) International Space Station (आईएसएस) के लिए चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। इसे नासा और स्पेसएक्स के साथ पार्टनरशिप में एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस मिशन के माध्यम से, भारतीय और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच सहयोग और समन्वय के नए आयाम खुलेंगे। मिशन के दौरान किए गए वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन प्रयोग न केवल अंतरिक्ष विज्ञान को आगे बढ़ाएंगे, बल्कि अंतरिक्ष आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से जनता के बीच अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूकता और रुचि को भी बढ़ावा देंगे। इसरो का यह मिशन भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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2 thoughts on “International Space Station: भारतीय अंतरिक्ष यात्री की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने की पुष्टि, बैकअप भी तैयार|

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