- Home Ministry investigation committee : दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में गृह मंत्रालय ने गठित की समिति, 30 दिनों में पेश करेगी रिपोर्ट !
- राजेंद्र नगर हादसा: छात्रों की मौत के बाद छात्रों का विरोध प्रदर्शन
- गृह मंत्रालय का बयान
- न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
- जमानत के लिए कल दी जाएगी दलील
- छात्रों का विरोध प्रदर्शन
- कांग्रेस का कैंडल मार्च
- मुआवजे का ऐलान
- एमसीडी की कार्रवाई: कई कोचिंग सेंटर सील
- भविष्य की राह
- सुरक्षा उपायों की समीक्षा
- छात्र समुदाय की मांगें
- उपराज्यपाल का आश्वासन
- निष्कर्ष
Home Ministry investigation committee : दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में गृह मंत्रालय ने गठित की समिति, 30 दिनों में पेश करेगी रिपोर्ट !
राजेंद्र नगर हादसा: छात्रों की मौत के बाद छात्रों का विरोध प्रदर्शन
Home Ministry investigation committee : 29 जुलाई (भाषा) – दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई। इस घटना के बाद छात्रों में भारी आक्रोश फैल गया है और वे लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गृह मंत्रालय (MHA) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है, जो 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
गृह मंत्रालय का बयान
Home Ministry investigation committee : गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले में एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है, “गृह मंत्रालय ने नई दिल्ली के पुराने राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। समिति कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, उपाय सुझाएगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी। इस समिति में अतिरिक्त सचिव, प्रमुख सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, विशेष सीपी, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय संयोजक होंगे। ये समिति 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।”
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
Home Ministry investigation committee : मामले में सोमवार को गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोचिंग सेंटर के चार सह-मालिक तजिंदर सिंह, परविंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह और कार चालक मनुज कथूरिया को अदालत में पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट विनोद कुमार ने उन्हें 12 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई होगी।
जमानत के लिए कल दी जाएगी दलील
Home Ministry investigation committee : गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में, बारिश के पानी से भरी सड़क से गुजरने वाला स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) का चालक भी शामिल है। आरोप है कि वाहन के वहां से गुजरने के कारण पानी तीन मंजिला इमारत के बेसमेंट में घुस गया। वाहन चालक के वकील ने अदालत में कहा कि उनके मुवक्किल का किसी की जान लेने का इरादा नहीं था। हालांकि, अदालत ने वकील से मंगलवार को जमानत के लिए लिखित दलीलें दाखिल करने को कहा। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट के चार सह-मालिकों के वकील ने अदालत को बताया कि किसी इमारत को पट्टे पर देने पर, लापरवाही से मौत और गैर इरादतन हत्या समेत ऐसे अपराधों का कोई दायित्व तय नहीं होता है। अदालत ने वकील को लिखित दलीलें पेश करने के लिए कहा।
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
Home Ministry investigation committee : ओल्ड राजेंद्र नगर में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे कई छात्र इस घटना के बाद से धरना दे रहे हैं। इन छात्रों का कहना है कि उन्हें अब ऐसी घटना दोबारा होने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उत्तर प्रदेश के रहने वाले राहुल शर्मा ने कहा, “हम अब और सहन नहीं कर सकते। हमें अपनी सुरक्षा चाहिए।”
कांग्रेस का कैंडल मार्च
Home Ministry investigation committee : कांग्रेस ने इस हादसे के विरोध में कई जगहों पर कैंडल मार्च निकालकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्र-छात्राओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, शहर के अन्य जिलों के अलावा मध्य और उत्तरी दिल्ली में आयोजित कैंडल मार्च का उद्देश्य एक अन्य छात्र के लिए न्याय की मांग करना था, जिसकी हाल ही में शहर के पटेल नगर इलाके में बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी।
मुआवजे का ऐलान
Home Ministry investigation committee : दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उन तीन अभ्यर्थियों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की सोमवार को घोषणा की है, जिनकी ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई थी। राज निवास से जारी बयान के अनुसार, उपराज्यपाल ने इस दुखद घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), पुलिस और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
एमसीडी की कार्रवाई: कई कोचिंग सेंटर सील
Home Ministry investigation committee :दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। एमसीडी ने इस हादसे के बाद छह और उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट को सील कर दिया है। इससे सील किए गए कुल बेसमेंट की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। इन सील किए गए कोचिंग सेंटरों में दृष्टि (द विजन) जैसे कई प्रमुख संस्थान शामिल हैं।
भविष्य की राह
Home Ministry investigation committee :इस हादसे के बाद से सरकार और प्रशासन कोचिंग सेंटरों के सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा कर रहे हैं। दिल्ली में कोचिंग सेंटरों की संख्या बड़ी है और इनमें पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या भी काफी है। ऐसे में सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत बनाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हो।
सुरक्षा उपायों की समीक्षा
Home Ministry investigation committee :: कोचिंग सेंटरों में अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता, निकास मार्गों की व्यवस्था, और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। गृह मंत्रालय की गठित समिति इन सभी बिंदुओं पर गहन जांच करेगी और सुधार के उपाय सुझाएगी।
छात्र समुदाय की मांगें
Home Ministry investigation committee :इस हादसे के बाद से छात्रों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। वे सरकार और प्रशासन से सुरक्षा के कड़े उपायों की मांग कर रहे हैं। छात्र चाहते हैं कि कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए और नियमित रूप से जांच की जाए ताकि भविष्य में कोई अनहोनी न हो।
उपराज्यपाल का आश्वासन
Home Ministry investigation committee :उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने छात्रों से धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर हादसे ने न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना ने कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सरकार और प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। गृह मंत्रालय की गठित समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें आने वाले समय में कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा मानकों को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। छात्रों, अभिभावकों और समाज को उम्मीद है कि इस हादसे के बाद सरकार ठोस कदम उठाएगी और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
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