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Flood in Bihar: नेपाल से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना, गंडक नदी गोपालगंज में मचा सकती है तबाही |

Flood in Bihar: गंडक नदी के जलस्तर वृद्धि पर गोपालगंज के डीएम मोहम्मद मकसूद आलम की निगरानी, निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी |

Flood in Bihar: नेपाल से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना
Flood in Bihar: नेपाल से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना

Flood in Bihar: नेपाल में गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा हो रही है। नेपाल में वर्षा के बाद वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार शाम सात बजे 2 लाख 97 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने से गंडक नदी उफान पर है। गंडक नदी की उफनती धारा गोपालगंज में तबाही ला सकती है। जल संसाधन विभाग ने गंडक नदी के लिए अगले 48 घंटे को महत्वपूर्ण बताया है। नेपाल से करीब पांच लाख क्यूसेक पानी आने की संभावना है। शनिवार की सुबह छह बजे डिस्चार्ज लेवल 88 हजार था, लेकिन शाम होते-होते यह दोगुना हो गया।

Flood in Bihar: दोपहर 12 बजे डिस्चार्ज लेवल 1 लाख 61 हजार क्यूसेक था, जबकि शाम 7 बजे यह 2 लाख 97 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया। जिलाधिकारी मोहम्मद मकसूद आलम और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी रात में ही तटबंधों की निगरानी के लिए निकल पड़े हैं।

निचले इलाको में प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

Flood in Bihar: जिला प्रशासन द्वारा गंडक नदी के निचले इलाकों में बसे ग्रामीणों को सतर्क करते हुए ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। शनिवार को सदर अंचल के सीओ गुलाम सरवर ने माइकिंग के माध्यम से लोगों को संभावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर अपने माल-मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और ऊंचे क्षेत्रों में शरण लेने की सलाह दी। जलस्तर बढ़ने के कारण कुचायकोट प्रखंड से लेकर सदर प्रखंड, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर क्षेत्रों के तटबंध के अंदर बसे गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

Flood in Bihar: भसही, सिपाया, भगवानपुर, विशुनपुर, पतहरा, टंडसपुर समेत अन्य क्षेत्रों में तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार है। ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए संपर्क करें।

डीएम खुद कर रहें हैं मॉनिटरिंग

Flood in Bihar: गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण जिलाधिकारी मोहम्मद मकसूद आलम खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तटबंध के अंदर बसे गांवों में जाकर लोगों को जागरूक करें। साथ ही, उन्होंने यह भी जानकारी ली है कि माल-मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर कैसे पहुंचाया जाए। डीएम ने तटबंधों पर 24 घंटे निगरानी रखने के आदेश दिए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।

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Flood in Bihar: ग्रामीणों को बाढ़ के खतरे से बचाने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और हर संभव कदम उठा रहा है। तटबंधों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।

कुचायकोट के पांच पंचायतों में अलर्ट

Flood in Bihar: कुचायकोट प्रखंड में गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। काला मटिहनियां, दुर्ग मटिहनियां, सलेहपुर, टोला सिपाया और रामपुर माधो के इलाके बाढ़ से प्रभावित माने जा रहे हैं। इन क्षेत्रों के तटबंधों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

Flood in Bihar: प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें। तटबंधों की सुरक्षा और निगरानी के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। ग्रामीणों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य बाढ़ के खतरे को कम करना और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

मांझा प्रखंड के इन इलाकों में खतरा

Flood in Bihar: गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण मांझा प्रखंड में कई पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं। गोपालगंज प्रखंड में कटघरवां, विशुनपुर पूर्वी, विशुनपुर पश्चिमी, बरईपट्टी, जादोपुर दु:खहरण, रामपुर टेंगराही और जगीरी टोला जैसे इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसी प्रकार, मांझा प्रखंड के निमुईया, भैंसही, गौसिया, पुरैना, मधु सरेया और ख्वाजेपुर पंचायत भी बाढ़ की चपेट में हैं।

Flood in Bihar: प्रशासन इन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरत रहा है और लगातार निगरानी की जा रही है। ग्रामीणों को बाढ़ के संभावित खतरे से अवगत कराया जा रहा है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य बाढ़ के प्रभाव को कम करना और प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करना है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता के लिए संपर्क करें।

बरौली के सात पंचायतों में नदी से खतरा

Flood in Bihar: गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बरौली प्रखंड के सोनबरसा, मोहम्मदपुर पकड़िया, देवापुर, हसनपुर, रामपुर, सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, बतरदेह और सरफरा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इन इलाकों के लोग गंडक नदी की उफनती धारा से भयभीत हैं। यहां नदी के बढ़ते दबाव के कारण तटबंध टूटने का खतरा हमेशा बना रहता है, जिससे लोग चिंतित हैं। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं और तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी है।

Flood in Bihar: स्थानीय निवासियों को संभावित बाढ़ के खतरे से आगाह किया जा रहा है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए और प्रभावित लोगों को समय पर सहायता प्रदान की जाए। ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता के लिए संपर्क करें।

Flood in Bihar: नेपाल से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना
Flood in Bihar: नेपाल से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना

सिधवलिया व बैकुंठपुर में अलर्ट जारी

Flood in Bihar: गोपालगंज के पूर्वी भाग में स्थित सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड का अधिकांश हिस्सा बाढ़ से प्रभावित होता है। गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण सिधवलिया प्रखंड के अमरपुरा, डुमरिया और काशी टेंगराही गांव बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। वहीं, बैकुंठपुर प्रखंड के परसौनी, बासघाट मंसुरिया, उसरी, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर, प्यारेपुर, बखरी और बंगरा गांवों में भी बाढ़ का खतरा रहता है।

Flood in Bihar: इन इलाकों में बाढ़ के पानी से जनजीवन प्रभावित हो जाता है और लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने को मजबूर हो जाते हैं। प्रशासन लगातार इन क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है और लोगों को बाढ़ के खतरे से सावधान कर रहा है। तटबंधों की स्थिति को मजबूत करने और प्रभावित लोगों को समय पर सहायता पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता के लिए संपर्क करें।

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