Strict Salary Rules: केके पाठक से भी कड़े हुए एस सिद्धार्थ! एक अक्टूबर से इस नई शर्त पर मिलेगा शिक्षकों को वेतन |

Strict Salary Rules: शिक्षकों के लिए अनिवार्य; शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन अटेंडेंस पर जारी किए सख्त निर्देश, जानें क्या है नया आदेश |

Strict Salary Rules: केके पाठक से भी कड़े हुए एस सिद्धार्थ! एक अक्टूबर से इस नई शर्त पर मिलेगा शिक्षकों को वेतन |
Strict Salary Rules: केके पाठक से भी कड़े हुए एस सिद्धार्थ! एक अक्टूबर से इस नई शर्त पर मिलेगा शिक्षकों को वेतन |

Strict Salary Rules: बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए पिछले डेढ़-दो साल से सख्ती की जा रही है। जब केके पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे, तो उन्होंने कई नए नियम लागू किए थे, जिससे सुधार की दिशा में काम शुरू हुआ था। अब, वर्तमान अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के नेतृत्व में शिक्षा विभाग ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

Strict Salary Rules: बीते मंगलवार, 27 अगस्त को शिक्षा विभाग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि अब सभी शिक्षकों को हर हाल में ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज करनी होगी। यह नया आदेश एक अक्टूबर से प्रभावी होगा, और इसी शर्त पर शिक्षकों को वेतन प्रदान किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य शिक्षण प्रक्रिया में पारदर्शिता और नियमितता सुनिश्चित करना है, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार सुधार हो सके। यह निर्देश शिक्षकों के लिए एक नई चुनौती पेश करता है, लेकिन इसके माध्यम से विभाग की कोशिश है कि शिक्षा प्रणाली को और भी मजबूत बनाया जा सके।

Strict Salary Rules: शिक्षा विभाग ने ई-शिक्षाकोष एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज नहीं करने वाले शिक्षकों के लिए सख्त चेतावनी जारी की है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया है कि एक अक्टूबर से यदि कोई शिक्षक एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज नहीं करेगा, तो उसका वेतन रुकेगा। नए आदेश के तहत, एक सितंबर तक सभी शिक्षकों को इस एप्लिकेशन को अपडेट करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही, अटेंडेंस दर्ज करने के लिए नए विकल्प भी जोड़े गए हैं, ताकि प्रक्रिया को और सरल और प्रभावी बनाया जा सके।

Strict Salary Rules: इसके पूर्व, शिक्षा विभाग ने 25 जून 2024 से ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से रोजाना उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश जारी किया था। इस निर्देश के बाद से, लगभग 80 प्रतिशत प्रधानाध्यापक और शिक्षक ही इस एप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। इस कमी को देखते हुए, विभाग ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है ताकि सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक समय पर और नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज करें।

Strict Salary Rules: नए आदेश का उद्देश्य शिक्षण प्रणाली में पारदर्शिता और नियमितता को बढ़ावा देना है। ऑनलाइन अटेंडेंस प्रणाली के जरिए शिक्षा विभाग को शिक्षकों की उपस्थिति की सटीक जानकारी मिल सकेगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकेगा। इस कदम से विभाग की कोशिश है कि सभी शिक्षक इस प्रणाली को अपनाएं और शिक्षण प्रक्रिया में अपनी पूरी भागीदारी सुनिश्चित करें।

शिक्षकों के लिए दिया गया नया विकल्प

Strict Salary Rules: शिक्षा विभाग ने ई-शिक्षाकोष एप में नए विकल्प जोड़े हैं, जो शिक्षकों की उपस्थिति और कार्यप्रणाली को और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से हैं। इस नए विकल्प के तहत, अब स्कूल एडमिन का ऑप्शन भी उपलब्ध है। इसका मतलब यह है कि यदि कोई शिक्षक खुद मोबाइल एप के माध्यम से अपनी हाजिरी दर्ज नहीं करता है, तो प्रधानाध्यापक भी उस शिक्षक की उपस्थिति को एप पर दर्ज कर सकते हैं।

Strict Salary Rules: केके पाठक से भी कड़े हुए एस सिद्धार्थ! एक अक्टूबर से इस नई शर्त पर मिलेगा शिक्षकों को वेतन |
Strict Salary Rules: केके पाठक से भी कड़े हुए एस सिद्धार्थ! एक अक्टूबर से इस नई शर्त पर मिलेगा शिक्षकों को वेतन |

Strict Salary Rules: इसके अलावा, शिक्षकों को स्कूल छोड़ते समय भी एप के माध्यम से सूचना देना अनिवार्य होगा। इससे विभाग को स्कूल के रोजमर्रा के कार्यों की नियमित निगरानी में मदद मिलेगी। यदि शिक्षकों को अवकाश लेना है, तो इसके लिए भी एप में एक विकल्प प्रदान किया गया है। शिक्षकों को अवकाश आवेदन प्रधानाध्यापक की स्वीकृति के साथ एप पर डालना होगा, जिससे कि अवकाश प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।

Strict Salary Rules: इसके अतिरिक्त, यदि कोई शिक्षक स्कूल के काम से बाहर है, तो उसकी हाजिरी के लिए भी एप में अलग से विकल्प उपलब्ध है। यह नया फीचर सुनिश्चित करेगा कि किसी भी शिक्षक की उपस्थिति और अनुपस्थिति की जानकारी सही और अद्यतित रहे, जिससे शिक्षा विभाग की निगरानी और प्रबंधन में सहूलियत होगी। इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाना है।

Strict Salary Rules: ई-शिक्षाकोष एप के नए फीचर्स के साथ, अब स्कूल में हाजिरी बनाने और स्कूल छोड़ने का समय अपलोड करने के बाद शिक्षा विभाग के किसी भी जांच दल को स्कूल में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस एप की डिजाइन इस तरह की गई है कि शिक्षक किसी भी प्रकार की धांधली नहीं कर सकते हैं। एप की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह केवल स्कूल के 500 मीटर के दायरे के अंदर ही काम करता है।

सबसे बड़ी बात यह है कि एप लॉगिन करते ही सेल्फी मोड में बदल जाता है। जब शिक्षक एप में लॉगिन करते हैं, तो सबसे पहला ऑप्शन फोटो लेने का होता है। इसके बाद ही उपस्थिति दर्ज की जाती है। फोटो लेते समय एप स्वतः ही तारीख और समय सेट कर देता है, जिससे कि उपस्थिति का सही रिकॉर्ड रखा जा सके।

Strict Salary Rules: स्कूल छोड़ते समय भी शिक्षक को फोटो लेने का विकल्प मिलता है, और एप में स्कूल छोड़ने का समय भी फीड हो जाता है। इस प्रणाली से शिक्षा विभाग को उपस्थिति की सटीक और अद्यतित जानकारी मिलती है, और कोई भी धांधली या अनियमितता आसानी से रोकी जा सकती है। इस प्रकार, एप का उपयोग कर के शिक्षा विभाग ने पारदर्शिता और प्रबंधन में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

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