Google Work: ‘Work From Home’ का गूगल के बिजनेस पर असर, पूर्व सीईओ ने कहा - एआई की दौड़ में पीछे रहने का कारण |

Google Work: ‘Work From Home’ का गूगल के बिजनेस पर असर, पूर्व सीईओ ने कहा – एआई की दौड़ में पीछे रहने का कारण |

Google Work: ‘Work From Home’ का गूगल के बिजनेस पर असर, पूर्व सीईओ ने कहा - एआई की दौड़ में पीछे रहने का कारण |

Google Work: Google के पूर्व CEO का दावा; वर्क फ्रॉम होम के कारण AI की दौड़ में पिछड़ रहा है टेक दिग्गज |

Google Work: ‘Work From Home’ का गूगल के बिजनेस पर असर, पूर्व सीईओ ने कहा - एआई की दौड़ में पीछे रहने का कारण |
Google Work: ‘Work From Home’ का गूगल के बिजनेस पर असर, पूर्व सीईओ ने कहा – एआई की दौड़ में पीछे रहने का कारण |

Google Work: Google के पूर्व CEO ने हाल ही में खुलासा किया है कि क्यों Google आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की प्रतिस्पर्धा में अपने प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रह रहा है। उनका कहना है कि इसका मुख्य कारण कंपनी की वर्क फ्रॉम होम नीति है। उन्होंने बताया कि जबकि Google, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक जैसी प्रमुख कंपनियाँ AI में नई ऊंचाइयों को छूने की कोशिश कर रही हैं, ओपनAI जैसे नवाचार कंपनियाँ इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

Google Work: Google के पूर्व CEO के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम का मॉडल टीमों के बीच प्रभावी सहयोग को प्रभावित कर रहा है, जो AI के विकास और अनुसंधान के लिए आवश्यक है। इस नीतिगत बदलाव ने Google की प्रतिस्पर्धात्मकता को कमजोर कर दिया है, जिससे कंपनी AI की दुनिया में अन्य दिग्गजों से पीछे रह गई है। उनके बयान के अनुसार, AI की इस रेस में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए Google को अपने वर्क फ्रॉम होम दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करना होगा।

Google Work: रिमोर्ट वर्क पर फोकस से पड़ रहा असर

Google Work: Google के पूर्व CEO Eric Schmidt ने हाल ही में खुलासा किया कि कंपनी AI की प्रतिस्पर्धा में क्यों पिछड़ रही है। उनके अनुसार, इसका मुख्य कारण Google का Work From Home (Remote Work) कल्चर है। श्मिट ने Google की रिमोट वर्क नीतियों की आलोचना की, यह कहते हुए कि कंपनी ने वर्क-लाइफ बैलेंस और रिमोट वर्क पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित किया है। उनका मानना है कि इस दृष्टिकोण ने Google के प्रदर्शन को प्रभावित किया है और इससे कंपनी की AI विकास में पिछड़ने की संभावना बढ़ गई है।

श्मिट के अनुसार, AI जैसी तेजी से विकसित हो रही तकनीकी प्रतिस्पर्धाओं में तेजी से नवाचार और प्रभावी सहयोग की आवश्यकता होती है, जो रिमोट वर्क के माध्यम से पूरी तरह से प्राप्त करना कठिन हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि Google को अपनी कार्य नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है ताकि वह इस महत्वपूर्ण तकनीकी क्षेत्र में अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रह सके।

Google Work: इस कारण आगे निकल रहीं नई कंपनियां

Google Work: एरिक श्मिट ने हाल ही में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक बातचीत के दौरान Google के AI क्षेत्र में पिछड़ने के कारणों पर चर्चा की। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, श्मिट ने Google की रिमोट वर्क और वर्क-लाइफ बैलेंस पर अत्यधिक ध्यान देने को इस पिछड़ने का प्रमुख कारण बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी ने फ्लेक्सिबल वर्क अरेंजमेंट्स पर ज्यादा जोर दिया, जिसके चलते Google AI डेवलपमेंट में ओपनAI और एंथ्रोपिक जैसी स्टार्टअप कंपनियों से पीछे रह गई है।

रिपोर्ट के अनुसार, श्मिट का कहना है कि Google की रिमोट वर्क नीतियाँ और वर्क-लाइफ बैलेंस पर फोकस ने टीम के बीच प्रभावी सहयोग और त्वरित नवाचार को बाधित किया है। इसका परिणामस्वरूप, कंपनी को AI के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। श्मिट ने यह भी सुझाव दिया कि Google को अपनी कार्य नीतियों पर पुनर्विचार करने की जरूरत है ताकि वह तकनीकी प्रतिस्पर्धा में पुनः अग्रणी स्थिति प्राप्त कर सके।

Google Work: 10 साल तक रहे हैं Google के CEO

Google Work: एरिक श्मिट, जो 2001 से 2011 तक Google के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रहे, ने हाल ही में Google के AI क्षेत्र में पिछड़ने के कारणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नई कंपनियों के कर्मचारी, जैसे कि ओपनAI और एंथ्रोपिक में, अत्यधिक समर्पण और मेहनत के साथ काम कर रहे हैं, जो उन्हें तकनीकी मुकाबले में आगे बनाए रखने में मदद कर रहा है। इसके विपरीत, Google जैसी स्थापित कंपनियाँ रिलैक्स्ड वर्क वातावरण पर अधिक ध्यान दे रही हैं, जिससे उनके इनोवेशन की क्षमताओं पर नकारात्मक असर पड़ा है।

श्मिट के अनुसार, Google की वर्क-लाइफ बैलेंस और रिमोट वर्क नीतियाँ कंपनियों के समर्पण और मेहनत की तुलना में कम प्रभावी साबित हो रही हैं। इस बदलाव के परिणामस्वरूप, Google की नई तकनीकी और AI विकास में प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता प्रभावित हो रही है। श्मिट ने सुझाव दिया कि Google को अपने वर्क कल्चर पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है ताकि वह नवाचार के क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रख सके।

Google Work: आगे बने रहने के लिए जी-तोड़ काम जरूरी

Google Work: Google के पूर्व CEO एरिक श्मिट ने लंबे समय से ऑफिस में काम करने की संस्कृति के पक्षधर रहे हैं और वे पहले भी वर्क फ्रॉम होम या रिमोट वर्क कल्चर की आलोचना कर चुके हैं। श्मिट का मानना है कि रिमोट या फ्लेक्सिबल वर्क कल्चर कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रभावित करता है। उनके अनुसार, टेक्नोलॉजी की तेजी से बदलती दुनिया में अग्रणी बने रहने के लिए एक समर्पित और मेहनती कार्य संस्कृति आवश्यक है।

Google Work: श्मिट ने कहा कि ऑफिस में काम करने से टीम के बीच बेहतर सहयोग और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता मिलती है, जो नवाचार और प्रतिस्पर्धा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने बताया कि रिमोट वर्क के कारण कर्मचारियों के बीच संपर्क और समर्पण की कमी होती है, जिससे कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मकता और विकास प्रभावित होते हैं। श्मिट के अनुसार, सफल रहने के लिए कंपनियों को ऐसी संस्कृति को अपनाना होगा जो चुनौतीपूर्ण हो और कर्मचारियों को जी-जान से मेहनत करने के लिए प्रेरित करे।

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