Rupay Card: मालदीव में इंडिया के रुपये कार्ड की शुरुआत होने जा रही है, आर्थिक विकास और व्यापार मंत्री का ऐलान|
Rupay Card: मालदीव के इतिहास में एक नया दौर आ रहा है। जनवरी में हुए घटनाक्रमों के बाद, जो भारत के साथ आर्थिक और राजनीतिक बहस का कारण बने थे, अब वह इस समस्या को हल करने के लिए इंडिया के साथ मिलकर काम करने की दिशा में है। यह परिवर्तन मालदीव के पर्यटन क्षेत्र को भी बहुत नुकसान पहुंचा चुका है, क्योंकि इंडियन टूरिस्ट्स का पर्यटन से बहुत अधिक योगदान था।
इसी क्रम में, मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्री ने इंडियन रुपये कार्ड को मान्यता देने का ऐलान किया है। इससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को फिर से गति मिलेगी और यह सहयोग दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्तों को मजबूत करेगा। इसके साथ ही, भारत के लिए भी यह एक सकारात्मक चरण होगा, जो क्षेत्रीय सहयोग और विकास में नई दिशा देगा।
Rupay Card: हाल ही में मालदीव ने भारत के साथ व्यापार के लिए आग्रह किया था, और इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर के वार्ता के बाद इस बात का ऐलान किया गया कि मालदीव अब भारतीय रुपये कार्ड को मान्यता देने के लिए तैयार है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस देश के अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद करेगा।
Rupay Card: मालदीव के संबंध में विवाद के बाद, जो कुछ समय पहले भारत के साथ हुआ था, अब देखा जा रहा है कि यह देश भारत के सहारे से अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश कर रहा है। इससे स्पष्ट है कि मालदीव अपने आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत के साथ सहयोग करना चाहता है। इससे उन्हें आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव में जल्द ही भारतीय रुपये कार्ड चालू होने वाला है। मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्री मोहम्मद सईद ने इस सर्विस को शुरू करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, भारत-चीन द्विपक्षीय व्यापार में स्थानीय मुद्रा का इस्तेमाल करने पर भी राजी हुए हैं।इस नई व्यवस्था से, मालदीव की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है और यह एक मजबूत और साथी संबंध की स्थापना के लिए एक साबित पथ हो सकता है। व्यापारिक मामलों में भारतीय रुपये के महत्व का बढ़ना मालदीव के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें विभिन्न विकल्पों में निवेश करने की सुविधा मिल सकती है।
अब तक, इस प्रकार की व्यवस्था को केवल जिम्बाब्वे में ही स्वीकार किया गया था, लेकिन मालदीव के इस निर्णय से भारतीय रुपये की महत्वपूर्णता और प्रभाव दिखाई दे रहे हैं।
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लोकल करेंसी को मजबूत करने में जुटी सरकार
Rupay Card: भारत की रुपये सेवा की शुरुआत से मालदीव की मुद्रा एमवीआर को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। डॉलर के मुद्दे को हल करना और स्थानीय मुद्रा को मजबूत करना मालदीव सरकार की अभी वर्तमान में सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रुपये सेवा शुरुआत करने के लिए मालदीव तैयार है, लेकिन अभी तक इसकी कोई निर्धारित तारीख नहीं है।
हाल ही में मालदीव की ओर से यह बताया गया कि रुपये कार्ड का उपयोग मालदीव में रुपए में लेन-देन के लिए होगा। फिलहाल, मालदीव भारत के साथ चर्चा कर रहा है ताकि वह रुपए में भुगतान की सुविधा के लिए रास्ता निकाल सके। मालदीव में भारत के रुपये कार्ड की शुरुआत से उम्मीद है कि वहां की मुद्रा को बढ़ावा मिलेगा।
Rupay Card: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी की एनपीसीआई का रुपये भारत में वैश्विक कार्ड भुगतान नेटवर्क में शामिल होने वाला पहला कार्ड है। इंडिया में इसे एटीएम, समान की खरीद-बिक्री में पेमेंट करने और ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बड़े स्तर पर पेमेंट करने की अनुमति है। मालदीव अपनी शुद्ध समुद्र तटों और जीवंत समुद्री जीवन के लिए जाना जाता है।
ये द्वीप स्वर्ग यात्रियों के लिए एक पसंदीदा स्थान रहा है। पड़ोसी भारत के साथ साझेदारी, भारतीय रुपया को मालदीवी रुफिया के साथ एक विकल्प के रूप में पेश करने का काम किया है। ये बहुपकारी कदम न केवल वित्तीय लेन-देन को सुगम बनाने के लिए था, बल्कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भी था। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चर्चाएं आरंभ हो गई है।
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भारत ने दिखाई है दरियादिली
Rupay Card: मालदीव ने भारतीय रुपये कार्ड से जुड़ा कदम तब उठाया गया जब द्वीप देश के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध थोड़े सही नहीं थे। भारत और मालदीव के रिश्ते तब खराब हो गए थे जब मालदीव के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक और निंदनीय टिप्पणी की थी।
भारत ने लक्षद्वीप को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने की कोशिश की थी। इसके बाद से मालदीव बहुत परेशान हो गया। बाद में भारत ने मालदीव के साथ व्यापार को रोक दिया था। आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद मालदीव ने भारत से फिर से व्यापारिक गतिविधि को शुरू करने के लिए गुहार लगाई थी।
Rupay Card: उसके बाद भारत ने दरियादिली दिखाते हुए भारत और मालदीव के बीच फिर से व्यापार शुरू हुआ। अब इसी क्रम में मालदीव ने रुपये कार्ड को शुरू करने की प्लानिंग की है। अभी भी भारत और मालदीव के बीच पहले जैसे रिश्ते नहीं रहे हैं। इसके बावजूद मालदीव और भारत आपस में रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। मालदीव के कुछ हिस्सों में भारत की करेंसी रुपया को आसानी से स्वीकार किया जाता रहा है। भारत ने 1981 में मालदीव के साथ सबसे पहली व्यापार संधि पर हस्ताक्षर किया गया था।
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