PM Modi Tension: विश्व में बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी ने टॉप-लेवल सुरक्षा बैठक बुलाई |

PM Modi Tension: पश्चिम एशिया में इजरायल-ईरान तनाव के बीच पीएम मोदी ने सुरक्षा कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की |

PM Modi Tension: विश्व में बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी ने टॉप-लेवल सुरक्षा बैठक बुलाई |
PM Modi Tension: विश्व में बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी ने टॉप-लेवल सुरक्षा बैठक बुलाई |

PM Modi Tension: पश्चिम एशिया में तनाव लगातार गहराता जा रहा है, खासकर ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण। ईरान द्वारा इजराइल पर किए गए हमलों के बाद दोनों देशों के बीच की स्थिति और गंभीर हो गई है, जिसका असर वैश्विक स्तर पर महसूस किया जा रहा है। इस बढ़ते संकट के मद्देनज़र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 3 अक्टूबर को सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।

PM Modi Tension: इस उच्च-स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य पश्चिम एशिया में उत्पन्न हुए हालात पर विचार करना और भारत की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करना था। इसके साथ ही, क्षेत्र में होने वाले संभावित बदलावों का आकलन और उनके भारत पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की गई। सरकार इस तनावपूर्ण स्थिति पर करीबी नजर रख रही है और भारत की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आगे की रणनीतियों पर काम कर रही है।

PM Modi Tension: बैठक में इन मुद्दों पर की गई चर्चा

PM Modi Tension: इस बैठक में पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार एवं आपूर्ति पर पड़ने वाले प्रभाव पर गहन चर्चा की गई। भारत ने स्पष्ट किया है कि अगर पश्चिम एशिया में सुरक्षा की स्थिति और बिगड़ती है, तो इसके व्यापक नकारात्मक परिणाम होंगे। ऐसे में, भारत ने संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए गंभीर चिंता व्यक्त की है।

PM Modi Tension: प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पक्षों से आग्रह किया है कि वे मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सुलझाएं, ताकि क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनी रहे। भारत की यह नीति न केवल अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि वैश्विक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है, खासकर जब बात पेट्रोलियम उत्पादों की आती है।

बैठक में उपस्थित सभी मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि संवाद और सहमति ही इस संकट का सबसे प्रभावी समाधान हैं। भारत ने एक शांतिपूर्ण वातावरण के निर्माण के लिए सभी देशों के साथ मिलकर काम करने की दिशा में कदम बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस प्रकार, बैठक का उद्देश्य क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग को मजबूत करना था।

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PM Modi Tension: विश्व में बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी ने टॉप-लेवल सुरक्षा बैठक बुलाई |
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PM Modi Tension: समुद्री व्यापार पर पड़ेगा नकारात्मक असर

PM Modi Tension: यदि पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ता है, तो इसका प्रभाव केवल उस क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर महसूस किया जाएगा। ईरान और इजराइल के बीच के बढ़ते तनाव से भारत के आयात-निर्यात पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा। इस संघर्ष के परिणामस्वरूप कार्गो माल ढुलाई शुल्क में भारी वृद्धि हो सकती है, जिससे व्यापार में बाधाएँ उत्पन्न होंगी।

लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादियों के यमन में हूती विद्रोहियों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। ये समूह लाल सागर और अदन की खाड़ी के माध्यम से माल ले जाने वाले व्यापारी जहाजों पर लगातार हमले कर रहे हैं, जो समुद्री परिवहन के लिए एक बड़ा खतरा बन गए हैं।

PM Modi Tension: इस स्थिति के कारण व्यापारियों को माल ढुलाई के लिए अधिक खर्च करने पर मजबूर होना पड़ेगा, जिससे व्यापार की लागत में वृद्धि होगी। यह न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी चिंता का विषय है। ऐसी स्थितियों में, भारत को अपनी सुरक्षा और व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए रणनीतिक कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि विश्व अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को कम किया जा सके।

PM Modi Tension: हूती विद्रोहियों ने पिछले साल अक्टूबर में लाल सागर से होकर जाने वाले व्यापारी जहाजों पर हमले करना शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप वैश्विक व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इन हमलों के कारण भारत के पेट्रोलियम निर्यात में भी कमी आई, जिससे देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा। अगस्त में भारत का पेट्रोलियम आयात 37.56 प्रतिशत गिरकर 5.96 अरब डॉलर रह गया, जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह आंकड़ा 9.54 अरब डॉलर था।

2023 के आंकड़ों के अनुसार, भारत अपने 50 फीसदी निर्यात को स्वेज नहर के माध्यम से लाल सागर मार्ग से करता है। इस स्थिति में बढ़ते संघर्षों और हमलों के कारण भारत के लिए व्यापार करना और भी कठिन हो सकता है।

PM Modi Tension: इस संकट से निपटने के लिए भारत को रणनीतिक उपायों की आवश्यकता है, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए व्यापार को सुचारू रूप से चलाया जा सके। यदि यह स्थिति जारी रहती है, तो न केवल भारत की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि वैश्विक बाजार भी इस संकट के परिणामों का सामना करेंगे। इसलिए, आवश्यक है कि सभी पक्ष एक साथ मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालें।

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