- NIA major revelation: NIA ने लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई कुख्यात गैंगस्टर्स के खिलाफ टेरर केस में चार्जशीट दाखिल की, बड़े खुलासे |
- NIA major revelation: दाऊद इब्राहिम के रास्ते पर लॉरेंस बिश्नोई
- NIA major revelation: लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में 700 से ज्यादा शूटर
- NIA major revelation: भारत के 11 राज्य और 6 देशों तक फैला जुर्म का साम्राज्य
- NIA major revelation: नौजवानों को देता है विदेश भेजने का लालच
- NIA major revelation: कौन-कौन संभालता है गैंग को
- NIA major revelation: जानें कहां से मिलते हैं हथियार
NIA major revelation: NIA ने लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई कुख्यात गैंगस्टर्स के खिलाफ टेरर केस में चार्जशीट दाखिल की, बड़े खुलासे |
NIA major revelation: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की गैंग के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। हाल ही में NIA ने लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत अन्य कुख्यात गैंगस्टर्स के खिलाफ गैंगस्टर टेरर मामले में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में कई बड़े खुलासे किए गए हैं, जिनसे इन अपराधियों के नेटवर्क और उनकी आपराधिक गतिविधियों का पता चला है। NIA की यह कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी पहल मानी जा रही है।
NIA major revelation: दाऊद इब्राहिम के रास्ते पर लॉरेंस बिश्नोई
NIA major revelation: NIA की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसका टेरर सिंडिकेट अभूतपूर्व तरीके से पूरे देश में फैल चुका है। बिश्नोई ने अपने इस आपराधिक नेटवर्क को उसी तरह स्थापित किया है जैसे 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम ने अपने साम्राज्य की नींव रखी थी। दाऊद ने छोटे-मोटे अपराधों से शुरुआत की, फिर ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग, और वसूली रैकेट के माध्यम से अपना नेटवर्क मजबूत किया, और अंततः D कंपनी बनाई। इसके बाद उसने पाकिस्तानी आतंकियों से गठजोड़ कर अपने प्रभाव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया।
NIA major revelation: बिश्नोई गैंग ने भी इसी पैटर्न का अनुसरण किया है। छोटे अपराधों से शुरुआत करने के बाद, बिश्नोई ने अपने गैंग का निर्माण किया और धीरे-धीरे नॉर्थ इंडिया में अपना दबदबा कायम कर लिया। NIA की रिपोर्ट बताती है कि बिश्नोई गैंग ने संगठित अपराध के जरिए अपना सिंडिकेट फैलाया और अब यह एक बड़े आपराधिक संगठन में तब्दील हो चुका है। बिश्नोई गैंग की गतिविधियों में एक्सटोर्शन, हत्या और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं, जिससे यह नॉर्थ इंडिया में आतंक का पर्याय बन चुका है।
NIA major revelation: लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में 700 से ज्यादा शूटर
NIA major revelation: कनाडा पुलिस और भारतीय एजेंसियों द्वारा वांटेड सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़, बिश्नोई गैंग को संचालित कर रहा है। एनआईए की जांच के अनुसार, बिश्नोई गैंग में 700 से अधिक शूटर सक्रिय हैं, जिनमें से 300 पंजाब से जुड़े हुए हैं। इस गैंग का प्रचार सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, और यूट्यूब के माध्यम से किया गया, जिससे उनकी आपराधिक छवि को और फैलाया गया।
NIA major revelation: एनआईए ने यह भी खुलासा किया है कि बिश्नोई गैंग ने 2020-21 के दौरान करोड़ों रुपये की कमाई एक्सटोर्शन के जरिए की। इस अवैध धन को हवाला के माध्यम से विदेशों में भेजा गया, जिससे गैंग की अंतरराष्ट्रीय पहुंच और मजबूत हो गई। सोशल मीडिया का उपयोग करके बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने अपने नाम और गैंग की पहचान को बढ़ावा दिया, जिससे उन्हें न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन और पहचान मिली। इस आपराधिक नेटवर्क का विस्तार और उसकी वित्तीय शक्ति एनआईए की जांच में स्पष्ट रूप से सामने आई है, जो संगठित अपराध से निपटने के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
NIA major revelation: भारत के 11 राज्य और 6 देशों तक फैला जुर्म का साम्राज्य
एनआईए के अनुसार, पहले बिश्नोई का गैंग केवल पंजाब तक सीमित था, लेकिन उसने अपने शातिर दिमाग और करीबी सहयोगी गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर हरियाणा, दिल्ली, और राजस्थान के गैंग्स से गठजोड़ कर अपने संगठन को बड़ा और शक्तिशाली बनाया। आज बिश्नोई गैंग नॉर्थ इंडिया के विभिन्न राज्यों में अपना प्रभाव फैला चुका है, जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और झारखंड शामिल हैं।
NIA major revelation: बिश्नोई गैंग की तेजी से बढ़ती ताकत का एक कारण सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को गैंग में शामिल करने की रणनीति है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, और अन्य प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके इस गैंग ने नए सदस्यों की भर्ती की और अपनी उपस्थिति को मजबूत किया। एनआईए की जांच से यह भी सामने आया है कि बिश्नोई गैंग की पहुंच अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैल चुकी है। यह गैंग न केवल भारत में, बल्कि USA, अजरबैजान, पुर्तगाल, UAE, और रूस जैसे देशों तक सक्रिय हो चुका है।
इस विस्तार से बिश्नोई गैंग एक बड़ा संगठित अपराध समूह बन गया है, जो स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
NIA major revelation: नौजवानों को देता है विदेश भेजने का लालच
NIA major revelation: बिश्नोई गैंग युवाओं को कनाडा या उनकी पसंद के देशों में शिफ्ट करवाने का लालच देकर गैंग में भर्ती करता है। NIA की जांच के अनुसार, पाकिस्तान में स्थित खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा, बिश्नोई गैंग के शूटरों का इस्तेमाल पंजाब में टारगेट किलिंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए करता है।
NIA major revelation: गैंगस्टर्स की बढ़ती आपराधिक गतिविधियों और नेटवर्क के विस्तार को देखते हुए, NIA ने हाल ही में UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत अदालत में लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ सहित 16 गैंगस्टर्स के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट बिश्नोई गैंग के अपराधों और उसके अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को उजागर करती है। गैंग के विस्तार के साथ-साथ खालिस्तानी आतंकियों से इनकी सांठगांठ ने इसे एक बड़ा खतरा बना दिया है।
NIA major revelation: बिश्नोई और उसके सहयोगियों द्वारा युवाओं को गुमराह करके अपराध की दुनिया में धकेलने की ये रणनीति चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि ये संगठन सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी गतिविधियों को फैला रहे हैं। NIA की इस कार्रवाई का उद्देश्य इन गैंगस्टर्स और उनके अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ को खत्म करना है।
NIA major revelation: कौन-कौन संभालता है गैंग को
NIA major revelation: गोल्डी बराड़ कनाडा, पंजाब, और दिल्ली में बिश्नोई गैंग की गतिविधियों का संचालन करता है, जबकि राजस्थान, मध्यप्रदेश और अमेरिका में गैंग की जिम्मेदारी रोहित गोदारा के पास है। पुर्तगाल, अमेरिका, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, बिहार, और पश्चिम बंगाल की कमान अनमोल बिश्नोई के पास है। हरियाणा और उत्तराखंड में काला जठेड़ी गैंग का नियंत्रण करता है।
NIA major revelation: गैंग का संचालन बहुत ही संगठित तरीके से होता है, जहां हर क्षेत्र के अपराध की जानकारी सीधे लॉरेंस बिश्नोई तक पहुंचाई जाती है, जो इस समय साबरमती जेल में बंद है। जेल में रहते हुए भी बिश्नोई अपने नेटवर्क को नियंत्रित करता है और हर बड़ी गतिविधि पर नजर रखता है।
इस तरह, बिश्नोई गैंग ने विभिन्न राज्यों और देशों में अलग-अलग नेताओं के जरिये अपने आपराधिक नेटवर्क का विस्तार कर लिया है। यह नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सक्रिय है, जिससे इसका प्रभाव और खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। NIA की जांच में भी यह सामने आया है कि इस पूरे गैंग की रिपोर्टिंग और संचालन का अंतिम निर्णय लॉरेंस बिश्नोई ही करता है।
NIA major revelation: जानें कहां से मिलते हैं हथियार
बिश्नोई गैंग के पास हथियारों की आपूर्ति मुख्य रूप से मध्यप्रदेश के मालवा, उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ और बिहार के मुंगेर और खगड़िया से होती है। इसके अलावा, पंजाब के पाकिस्तान सीमा से लगे जिलों से भी हथियारों की तस्करी की जाती है। गैंग की पहुंच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी है, जिससे पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, कनाडा, और नेपाल से भी हथियारों की आपूर्ति होती है। इस संगठित तंत्र के जरिए गैंग अपने आपराधिक गतिविधियों के लिए आवश्यक हथियार प्राप्त करता है, जिससे इसका प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है।