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Muhammad Yunus: बांग्लादेश के मोहम्मद युनूस ने शेख हसीना को ‘राक्षस’ कहा, दावा किया – ‘उन्होंने मुझे भगा दिया’

 Muhammad Yunus ने दावा किया; छात्रों की क्रांति ने सरकार को उखाड़ फेंका, शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा |

 बांग्लादेश के Muhammad Yunus ने शेख हसीना को ‘राक्षस’ कहा, दावा किया – ‘उन्होंने मुझे भगा दिया’

बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों की अंतरिम सरकार के प्रमुख Muhammad Yunus ने छात्रों की क्रांति की जोरदार सराहना की है। युनूस ने दावा किया कि छात्रों के नेतृत्व में इस क्रांति ने पूरी सरकार को पलट दिया, जिससे शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने शेख हसीना को ‘राक्षस’ करार देते हुए कहा कि यह छात्र आंदोलन था, जिसने हसीना को सत्ता से हटने और देश छोड़ने पर विवश किया।

युनूस ने हिंसक प्रदर्शनों के दौरान मारे गए छात्रों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी शहादत को क्रांति की प्रेरणा बताया। इस प्रदर्शन ने बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया है, जिससे देश में एक नई दिशा की संभावना उत्पन्न हुई है।

Muhammad Yunus: सरकार के सामने अभी नई चुनौतियां

Muhammad Yunus: बांग्लादेश में पिछले एक महीने में हिंसक प्रदर्शनों और राजनीतिक उथल-पुथल के बाद स्थिति अब भी अस्थिर बनी हुई है। हाल ही में कई हिंसक घटनाओं की तस्वीरें सामने आई हैं, जो इस संकट की गहराई को दर्शाती हैं। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने भी इस स्थिति को स्वीकार किया है। उन्होंने माना कि देश में सामान्य जनजीवन बहाल नहीं हो पाया है और उनकी सरकार के सामने कई गंभीर चुनौतियाँ हैं।

यूनुस ने स्पष्ट किया कि पूरा सिस्टम बुरी तरह प्रभावित हो गया है, और एक नई सरकार के गठन के बावजूद, देश को नई शुरुआत करनी होगी। उन्होंने संकट की इस घड़ी में धैर्य और एकजुटता की अपील की और आशा जताई कि आने वाले समय में स्थिति में सुधार होगा। यूनुस के अनुसार, बांग्लादेश को पुनर्निर्माण और स्थिरता की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि देश को शांति और विकास की ओर ले जाया जा सके।

Muhammad Yunus: शेख हसीना लड़ सकती हैं बांग्लादेश में चुनाव

Muhammad Yunus: बांग्लादेश में राजनीतिक हालात को लेकर गहराई से चर्चा हो रही है, विशेषकर चुनावों के संदर्भ में। हाल ही में, शेख हसीना के बेटे सजीब ने बांग्लादेश में जल्द चुनाव कराने की बात की है और यह भी पुष्टि की है कि उनकी पार्टी, अवामी लीग, चुनावों में भाग लेगी। सजीब का यह बयान राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है, लेकिन इसे लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ भी सामने आ रही हैं।

Muhammad Yunus: वहीं, अंतरिम सरकार में गृह विभाग के सलाहकार सखावत हुसैन ने इस मुद्दे पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है। हुसैन ने कहा है कि अगर शेख हसीना देश लौटकर राजनीति में सक्रिय होती हैं, तो उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हसीना को अवामी लीग को नए चेहरों के साथ पुनर्गठित करना चाहिए, ताकि पार्टी को नए सिरे से शुरुआत मिल सके।

हुसैन ने स्पष्ट किया कि अगर हसीना ने राजनीतिक अशांति पैदा करने की कोशिश की, तो कानून उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा। यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि अंतरिम सरकार हसीना के संभावित पुनरागमन के प्रति सतर्क है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयार है।

Muhammad Yunus: हालांकि, चुनावों के जल्द आयोजन की मांग के बावजूद, बांग्लादेश में अभी चुनावों के लिए कोई ठोस तैयारी नहीं की गई है। राजनीतिक और सामाजिक हालात की नाजुकता के कारण चुनावों का आयोजन एक चुनौतीपूर्ण कार्य साबित हो सकता है। वर्तमान में देश में जारी अशांति और राजनीतिक उथल-पुथल को देखते हुए, चुनाव की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए व्यापक तैयारी और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।

Muhammad Yunus: इन घटनाक्रमों के बीच, बांग्लादेश का भविष्य और उसकी राजनीति पर ध्यान देना आवश्यक है, क्योंकि यह देश की स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। देश के विभिन्न राजनीतिक दल और नेता इस समय संवेदनशील मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं, और उम्मीद की जाती है कि स्थिति जल्द सामान्य होगी और लोकतांत्रिक प्रक्रियाएँ सुचारू रूप से चलेंगी।

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