Microsoft: Microsoft सर्वर ठप होने से बिजनेस प्रभावित, एलन एलन मस्क (Elon Musk) ने किए मजाकिया ट्वीट |
टेस्ला, स्पेस एक्स और एक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन एलन मस्क (Elon Musk) (Elon Musk) अपनी बेबाकी और मजाकिया अंदाज के लिए जाने जाते हैं। शुक्रवार को Microsoft (Microsoft) के सर्वर डाउन होने की समस्या के बाद, उन्होंने कंपनी की खिल्ली उड़ाते हुए दो मजेदार पोस्ट किए। इनमें से एक पोस्ट में उन्होंने Microsoft का नाम बदलकर “मैक्रोहार्ड” कर दिया।
Microsoft का सर्वर डाउन होने के कारण पूरी दुनिया में उथल-पुथल मच गई है। दुनियाभर के शेयर मार्केट में गिरावट आई है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। एयरपोर्ट, ऑफिस और अन्य कामकाज भी ठप हो गए हैं। इस घटना से करोड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि Microsoft के सॉफ्टवेयर और सेवाओं पर कई महत्वपूर्ण कार्य निर्भर हैं।
एलन मस्क (Elon Musk) के ट्वीट्स ने सोशल मीडिया पर चर्चा को और भी बढ़ा दिया। हालांकि, इस गंभीर समस्या के बीच एलन मस्क (Elon Musk) की मजाकिया टिप्पणी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। Microsoft की टीम इस समस्या का समाधान निकालने के लिए काम कर रही है, लेकिन इस घटना ने तकनीकी दिक्कतों के व्यापक प्रभाव को उजागर किया है।
एलन मस्क (Elon Musk) की टिप्पणी ने जहां एक तरफ हल्के-फुल्के अंदाज में इस समस्या पर ध्यान दिलाया, वहीं दूसरी ओर इसने Microsoft की जिम्मेदारी और तकनीकी तत्परता पर भी सवाल खड़े किए हैं।
Microsoft को बता दिया मैक्रोहार्ड
मस्क (Elon Musk) ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मैक्रोहार्ड (Macrohard) को Microsoft से बड़ा बताया है। इसके साथ ही उन्होंने एक मजाकिया पोस्ट भी साझा की, जिसमें कहा गया है कि जब सब कुछ बंद हो जाता है, तब भी यह एप (X) चालू रहता है। यह मीम शुक्रवार को तेजी से लोकप्रिय हो गया है। इससे पहले भी कई बार गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के एप्स बंद हो जाने के बावजूद एक्स चलता रहा है। लोग इन कंपनियों के एप्स के बंद होने की शिकायत भी एक्स पर ही करते रहे हैं। एलन मस्क (Elon Musk) की यह टिप्पणी और मीम एक्स प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता और उसकी स्थिरता पर जोर देते हैं, जो उसे अन्य प्रमुख तकनीकी कंपनियों से अलग और बेहतर बनाता है।
— Elon Musk (@elonmusk) July 19, 2024
कई फ्लाइट हुईं कैंसिल, शेयर मार्केट लुढ़के
Microsoft संकट का प्रभाव कई क्षेत्रों में महसूस किया गया है, और इसका असर भारत में भी स्पष्ट रूप से देखा गया है। देश की प्रमुख एयरलाइनों, इंडिगो, स्पाइसजेट, और अकासा एयर, को बुकिंग, चेक-इन, और उड़ानों के संचालन में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन एयरलाइनों को यात्रियों का मैनुअल चेक-इन कराना पड़ रहा है, जिससे उड़ानें देरी से उड़ रही हैं। साथ ही, कई उड़ानें रद्द भी करनी पड़ी हैं। यूरोप में भी हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस संकट का असर वैश्विक शेयर बाजारों पर भी पड़ा है, जिससे बाजारों में गिरावट दर्ज की गई है।
— Elon Musk (@elonmusk) July 19, 2024
10 बैंकों और एनबीएफसी पर पड़ा असर
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने हाल ही में घोषणा की है कि 10 बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) पर Microsoft सर्वर की खराबी का असर पड़ा है। हालांकि, इस समस्या को या तो ठीक कर लिया गया है या जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा। इस आउटेज के लिए साइबर सुरक्षा सेवाएँ प्रदान करने वाली कंपनी क्राउडस्ट्राइक (CrowdStrike) को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि कंपनी के प्रोडक्ट फाल्कन (CrowdStrike Falcon) में दिए गए अपडेट के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। RBI ने आश्वासन दिया है कि सभी प्रभावित संस्थानों के डेटा और सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस घटना ने साइबर सुरक्षा के महत्व को पुनः उजागर किया है और संबंधित संस्थाओं को भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। क्राउडस्ट्राइक ने भी इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए इसे जल्द से जल्द सुलझाने का वचन दिया है।
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