IMF on China Growth: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने जारी किया नया अपडेट, चीन की आर्थिक वृद्धि के अनुमान में वृद्धि |
IMF on China Growth: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने हाल ही में वैश्विक अर्थव्यवस्था की संभावनाओं पर अपना नया अपडेट जारी किया है। इस अपडेट में, IMF ने चीन की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है। IMF के अनुसार, अब चीन की आर्थिक वृद्धि दर इस साल 5 प्रतिशत रहने की संभावना है। इससे पहले, IMF ने चीन की वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
IMF on China Growth: यह वृद्धि मुख्य रूप से चीन की आर्थिक नीतियों और सुधार कार्यक्रमों का परिणाम है, जो देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और मजबूत बनाने में मदद कर रहे हैं। इसके अलावा, घरेलू मांग में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुधार भी चीन की आर्थिक वृद्धि में योगदान दे रहे हैं।
IMF की इस रिपोर्ट में चीन की आर्थिक स्थिति को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाया गया है। हालांकि, चीन को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में रुकावटें और भू-राजनीतिक तनाव। इन चुनौतियों के बावजूद, चीन की आर्थिक वृद्धि में सुधार की उम्मीद ने निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों के बीच उत्साह बढ़ाया है।
इस अपडेट के साथ, IMF ने अन्य देशों की आर्थिक स्थितियों पर भी नजर डाली है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के संभावित जोखिमों पर चर्चा की है।
अप्रैल के बाद अब आया IMF का अपडेट
IMF on China Growth: इंटरनेशनल मनीटरी फंड (IMF) ने मंगलवार को वैश्विक आर्थिक परिदृश्य पर अपना नया अपडेट जारी किया। इस अपडेट में IMF ने भारत और चीन समेत विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के लिए अपने अनुमान प्रस्तुत किए हैं। IMF ने चीन की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाया है, लेकिन फिर भी चीन की संभावनाएं भारत की तुलना में कमतर हैं।
IMF ने चीन की वृद्धि दर को 4.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दिया है। दूसरी ओर, भारत के लिए IMF ने वृद्धि दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत किया है। यह बदलाव दिखाता है कि भारत की आर्थिक स्थिति चीन की तुलना में मजबूत बनी हुई है।
IMF on China Growth: वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में यह अपडेट दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और उसकी संभावनाएं उज्ज्वल हैं। चीन की आर्थिक नीतियों और सुधारों के बावजूद, भारत की उच्च वृद्धि दर ने निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। इस नए अपडेट के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान चीन की तुलना में दो प्रतिशत अधिक है, जो भविष्य में भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति को इंगित करता है।
चीन से 2 फीसदी ज्यादा भारत का अनुमान
IMF on China Growth: अप्रैल में जारी अपडेट में IMF ने कहा था कि 2024 में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रह सकती है। अब IMF ने इस अनुमान को बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दिया है। दूसरी ओर, भारत के मामले में IMF ने 7 प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान लगाया है। अप्रैल के अपडेट में IMF ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रह सकती है, जिसे अब बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है।
IMF on China Growth: यानी ताजे बदलाव के बाद भी चीन की तुलना में भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान दो प्रतिशत अधिक है। यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में उसकी स्थिति चीन से बेहतर है। चीन की आर्थिक नीतियों और सुधारों के बावजूद, भारत की उच्च वृद्धि दर ने वैश्विक निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। IMF का यह नया अपडेट भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावनाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है और भविष्य में उसकी वृद्धि की संभावनाओं को मजबूत करता है।
इस कारण बढ़ाया चीन का अनुमान
IMF on China Growth: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपने अपडेट में चीन की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाने के कारणों को स्पष्ट किया है। IMF का मानना है कि पहली तिमाही के दौरान चीन में निजी क्षेत्र का उपभोग बेहतर हुआ है। इसके अलावा, निर्यात के आंकड़े भी मजबूत रहे हैं, जिससे चीन की अर्थव्यवस्था को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
IMF के अनुसार, चीन के घरेलू बाजार में उपभोग की वृद्धि ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। लोग अधिक खरीदारी कर रहे हैं और सेवाओं का अधिक उपयोग कर रहे हैं, जिससे व्यवसायों की आय में वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही, चीन के निर्यात में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। वैश्विक बाजारों में चीन के उत्पादों की मांग बढ़ी है, जिससे निर्यात में मजबूती आई है।
IMF on China Growth: इन दोनों कारकों ने मिलकर चीन की आर्थिक वृद्धि दर को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। IMF का यह भी मानना है कि ये प्रवृत्तियाँ आने वाले महीनों में भी जारी रहेंगी, जिससे चीन की अर्थव्यवस्था को और अधिक स्थिरता और वृद्धि मिलेगी। IMF का यह अपडेट चीन की आर्थिक संभावनाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है और आगे भी सुधार की उम्मीद जताता है।
भारत और चीन ग्लोबल ग्रोथ के इंजन
IMF on China Growth: वहीं, पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को लेकर IMF ने कहा कि एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाएं, खासकर भारत और चीन, वैश्विक वृद्धि की अगुवाई कर रहे हैं। इस अपडेट में IMF ने फिर से दोहराया कि भारत और चीन वैश्विक अर्थव्यवस्था की तरक्की के इंजन बने हुए हैं।
IMF के अनुसार, इन दोनों देशों की आर्थिक प्रगति ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को स्थिरता और गति प्रदान की है। एशिया की ये उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं न केवल अपने घरेलू बाजारों को मजबूती दे रही हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश में भी महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। भारत और चीन की मजबूत आर्थिक गतिविधियों ने वैश्विक विकास दर को स्थिर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
IMF on China Growth: इस साल के लिए, IMF ने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को 3.2 प्रतिशत की दर पर बरकरार रखा है। यह अनुमान दर्शाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनी हुई है, और भारत और चीन की प्रमुख भूमिका इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। IMF का यह अपडेट वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत और चीन की बढ़ती भूमिका को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है, जो भविष्य में भी विश्व अर्थव्यवस्था की वृद्धि के प्रमुख कारक बने रहेंगे।
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