Hezbollah New Chief: हिजबुल्लाह ने हसन नसरुल्लाह की मृत्यु के बाद उनके चचेरे भाई हाशिम सफीद्दीन को नया प्रमुख नियुक्त किया, जो फिलहाल संगठन के राजनीतिक मामलों का संचालन कर रहे हैं |
Hezbollah New Chief: हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरुल्लाह की मृत्यु के बाद संगठन ने उनके चचेरे भाई हाशिम सफीद्दीन को नया प्रमुख नियुक्त किया है। सफीद्दीन पहले से ही हिज़बुल्लाह के राजनीतिक मामलों का संचालन कर रहे थे और संगठन के वरिष्ठ नेताओं में उनकी गिनती होती थी। नसरुल्लाह की मृत्यु के बाद हिज़बुल्लाह ने संगठन का नेतृत्व जारी रखने के लिए सफीद्दीन को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
Hezbollah New Chief: हाशिम सफीद्दीन को हिज़बुल्लाह के शीर्ष तीन नेताओं में से एक माना जाता है। नईम कासिम और हसन नसरुल्लाह के साथ मिलकर, वह संगठन की नीतियों और रणनीतियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। इसके अलावा, सफीद्दीन हिज़बुल्लाह की जिहाद परिषद के सदस्य भी हैं, जो संगठन की सैन्य गतिविधियों और योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करती है।
Hezbollah New Chief: साल 2017 में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाशिम सफीद्दीन को आतंकवादी घोषित किया था, जिसके बाद उन पर कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए गए। उनके राजनीतिक और सैन्य अनुभव के कारण, उन्हें संगठन के लिए एक प्रभावशाली और मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में देखा जा रहा है। सफीद्दीन का कार्यभार संभालना हिज़बुल्लाह के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Hezbollah New Chief: ईरान से हैं बेहतर संबंध
Hezbollah New Chief: हाशिम सफीद्दीन के ईरान से करीबी संबंध माने जाते हैं। यह भी कहा जाता है कि उनके बेटे की शादी ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के पूर्व कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की बेटी से हुई है, जिससे उनका ईरान के साथ संबंध और मजबूत हो गया। हिज़बुल्लाह के मौजूदा राजनीतिक और सैन्य ढांचे में सफीद्दीन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
हसन नसरुल्लाह की मृत्यु इज़रायली एयर स्ट्राइक में बेरूत में हुई, जिसके बाद इज़रायली मीडिया में दावा किया गया कि जब हमला हुआ, तब सफीद्दीन भी उनके साथ थे, लेकिन वह इस हमले से सुरक्षित बच निकले। उनकी भाग्यशाली बचाव ने हिज़बुल्लाह के भीतर उनके प्रभाव को और बढ़ा दिया है।
Hezbollah New Chief: सफीद्दीन की शारीरिक बनावट और कद-काठी उनके चचेरे भाई नसरुल्लाह से काफी मिलती-जुलती है, जिससे वह संगठन के लिए एक स्वाभाविक उत्तराधिकारी माने जाते हैं। उनका जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के डेर क़ानून अल-नहर में हुआ था। 1990 के दशक में, जब हसन नसरुल्लाह ने हिज़बुल्लाह के चीफ का पदभार संभाला था, तब सफीद्दीन को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया गया था। नसरुल्लाह के चीफ बनने के केवल दो साल बाद, सफीद्दीन को बेरूत वापस बुलाया गया, जहाँ से उन्होंने संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी शुरू की।
सफीद्दीन का यह राजनीतिक और सैन्य सफर उन्हें हिज़बुल्लाह में एक प्रभावशाली और शक्तिशाली नेता बनाता है, और उनकी कूटनीतिक सूझ-बूझ से संगठन के भीतर उनकी स्थिति और अधिक सुदृढ़ होती जा रही है।
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Hezbollah New Chief: 32 साल से संगठन का चीफ था नसरुल्लाह
Hezbollah New Chief: 27 सितंबर 2024 को इज़रायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत पर एक हवाई हमला किया, जिसमें हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरुल्लाह की मृत्यु हो गई। इस सैन्य अभियान को “न्यू ऑर्डर” नाम दिया गया था। नसरुल्लाह पिछले 32 वर्षों से हिज़बुल्लाह का नेतृत्व कर रहे थे और संगठन के सबसे प्रमुख और प्रभावशाली नेताओं में से एक माने जाते थे।हिज़बुल्लाह के नेतृत्व में नसरुल्लाह ने संगठन को एक सशक्त सैन्य और राजनीतिक ताकत के रूप में उभारा, जो न केवल लेबनान बल्कि पूरे मध्य पूर्व में सक्रिय था। उनकी मृत्यु को हिज़बुल्लाह के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह संगठन के राजनीतिक और सैन्य संचालन का केंद्र थे।
Hezbollah New Chief: इस हवाई हमले के बाद क्षेत्रीय तनाव और भी बढ़ गया है, क्योंकि हिज़बुल्लाह और इज़रायल के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा है। नसरुल्लाह की मौत के बाद हिज़बुल्लाह के भीतर नेतृत्व में बदलाव की संभावना पर भी चर्चा हो रही है। “न्यू ऑर्डर” अभियान को इज़रायल की एक बड़ी सैन्य सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जिससे क्षेत्र में भविष्य की सुरक्षा पर गहरे प्रभाव पड़ सकते हैं।
(ये डेवलपिंग स्टोरी है)