Google Global Flood Prediction : गूगल का AI मॉडल जो 80 देशों को बाढ़ के बारे में बताएगा एक नई तकनीक की कहानी !

Google Global Flood Prediction : गूगल का AI मॉडल जो 80 देशों को बाढ़ के बारे में बताएगा !

Google Global Flood Prediction : हर साल, दुनियाभर में बाढ़ के कारण हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं, लाखों लोग बेघर हो जाते हैं, और करोड़ों रुपये का संपत्ति नुकसान होता है।

Google Global Flood Prediction
Google Global Flood Prediction : गूगल का AI मॉडल जो 80 देशों को बाढ़ के बारे में बताएगा एक नई तकनीक की कहानी !

बाढ़ की पूर्वानुमान प्रणाली में सुधार न होने के कारण यह समस्या और भी विकराल हो जाती है। परंतु, अब गूगल रिसर्च ने एक नया AI मॉडल, “फ्लड हब,” विकसित किया है, जो बाढ़ के पूर्वानुमान में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि गूगल का यह AI मॉडल कैसे काम करता है, यह कितनी सटीकता से बाढ़ का पूर्वानुमान करता है, और यह लोगों के लिए कैसे फायदेमंद है।

Google Global Flood Prediction : फ्लड हब गूगल का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो बाढ़ के खतरे की जानकारी प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए है जहां बाढ़ की भविष्यवाणी करना पारंपरिक तरीकों से मुश्किल होता है। फ्लड हब का उद्देश्य लोगों को बाढ़ की चेतावनी देने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षित रखने में मदद करना है।

Google Global Flood Prediction : फ्लड हब पर स्थानीय स्तर पर बाढ़ के खतरे की जानकारी 7 दिन पहले ही मिल जाती है। गूगल मैप्स के माध्यम से, यह प्लेटफॉर्म बाढ़ के संभावित क्षेत्रों को दर्शाता है और बताता है कि बाढ़ का खतरा कितना गंभीर हो सकता है। इसके अलावा, फ्लड हब पर सभी जानकारी मुफ्त में उपलब्ध होती है और इसे सोशल मीडिया पर भी साझा किया जा सकता है।

फ्लड हब को देखने के लिए आप यहाँ क्लिक करें और अपने फोन पर नोटिफिकेशन प्राप्त करने के लिए इसे सेट कर सकते हैं। गूगल ने इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल किए गए सभी आंकड़े और मॉडल को पब्लिक कर दिया है, जिससे आम लोग, समुदाय, सरकारें, और सहायता संगठनों को बाढ़ की तैयारी में मदद मिलती है।

फ्लड हब कैसे काम करता है?

Google Global Flood Prediction: फ्लड हब का AI मॉडल अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके बाढ़ के पूर्वानुमान में सुधार करता है। यह मॉडल दो मुख्य घटकों पर आधारित है: हाइड्रोलॉजिकल मॉडल और इनडेंशन मॉडल।

  1. हाइड्रोलॉजिकल मॉडल: इस मॉडल का उद्देश्य यह पता लगाना है कि नदी में बाढ़ आने की संभावना कितनी है। इसके लिए यह नदी वाले इलाके का सार्वजनिक रूप से उपलब्ध बारिश और मौसम की जानकारी का डेटा प्रोसेस करता है। यह मॉडल अनुमान लगाता है कि अगले कुछ दिनों में नदी का पानी कितना बढ़ेगा।
  2. इनडेंशन मॉडल: हाइड्रोलॉजिकल मॉडल के अनुमानों के आधार पर और सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों का उपयोग करते हुए, यह मॉडल यह तय करता है कि पानी किन क्षेत्रों में फैल सकता है और पानी का स्तर कितना बढ़ेगा।

इन दोनों मॉडलों को मिलाकर, गूगल का AI मॉडल अधिक सटीक पूर्वानुमान प्रदान करता है। पहला मॉडल नदी में पानी के स्तर के बारे में जानकारी देता है, जबकि दूसरा मॉडल बताता है कि पानी कहां फैलेगा और कितना ऊंचा आएगा।

फ्लड हब की सटीकता

Google Global Flood Prediction: फ्लड हब की सटीकता को कई तरीकों से परीक्षण किया गया है। नेचर नामक मैगजीन में प्रकाशित एक स्टडी में बताया गया है कि यह मॉडल बहुत सारे डेटा का उपयोग करता है और अत्यधिक सटीक है। ग्लोफास मॉडल की तुलना में, जो कि बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने में एक मानक बन चुका था, गूगल का मॉडल अधिक सटीक और विश्वसनीय पाया गया है।

यह मॉडल विशेष रूप से गंभीर बाढ़ की घटनाओं के लिए प्रभावी है। अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में भी, जहां पहले बाढ़ के पूर्वानुमान की सटीकता कम थी, अब गूगल का मॉडल उतना ही सटीक पूर्वानुमान प्रदान करता है जितना यूरोप में होता है।

फ्लड हब का विकास और विस्तार

Google Global Flood Prediction: गूगल ने अपने बाढ़ के पूर्वानुमान मॉडल का विकास बिहार की राजधानी पटना से शुरू किया था, जहां बाढ़ की घटनाएं काफी सामान्य हैं। स्थानीय सरकारी अधिकारियों और वास्तविक समय के डेटा का उपयोग करते हुए बाढ़ का पूर्वानुमान किया गया। इसे पहली बार 2018 में गूगल पब्लिक अलर्ट पर प्रकाशित किया गया।

Google Global Flood Prediction: इसके बाद, गूगल ने अपने मॉडल को और विकसित किया और 2019 में बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने वाले क्षेत्र को 12 गुना बढ़ा दिया। इस दौरान 8 लाख लोगों को बाढ़ के अलर्ट भेजे गए। नई तकनीक के विकास के साथ, LSTM नाम की तकनीक का उपयोग करके बाढ़ का सही पूर्वानुमान लगाने की क्षमता को भी बेहतर किया गया।

फ्लड हब प्लेटफॉर्म को भारत में पहले प्रयोग की सफलता के बाद पूरे देश और बांग्लादेश में भी लॉन्च किया गया, जिससे 36 करोड़ लोगों को कवर किया गया। 2022 में, फ्लड हब को 20 देशों में लागू किया गया, जिनमें से 15 देश अफ्रीका में थे।

2023 का विस्तार और भविष्य

Google Global Flood Prediction: 2023 में, फ्लड हब का दायरा और बढ़ाया गया और अब यह 60 नए देशों में काम कर रहा है। इनमें अफ्रीका, एशिया-प्रशांत क्षेत्र, यूरोप, दक्षिण और मध्य अमेरिका शामिल हैं। इस विस्तार के साथ, अनुमान है कि दुनिया भर में लगभग 46 करोड़ लोगों को लाभ होगा।

Google Global Flood Prediction: गूगल का फ्लड हब प्लेटफॉर्म अब अधिक व्यापक रूप से बाढ़ के पूर्वानुमान की जानकारी प्रदान करता है, और इससे बाढ़ की घटनाओं को रोकने और लोगों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है।

निष्कर्ष

Google Global Flood Prediction: गूगल का फ्लड हब AI मॉडल बाढ़ के पूर्वानुमान में एक नया युग लेकर आया है। इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सटीक और व्यापक जानकारी से लोगों को बाढ़ के खतरे के बारे में पहले से चेतावनी मिलती है, जिससे वे पहले से तैयारी कर सकते हैं और बाढ़ के प्रभाव को कम कर सकते हैं। यह तकनीक न केवल बाढ़ के पूर्वानुमान को अधिक सटीक बनाती है बल्कि दुनिया भर के उन क्षेत्रों में भी बाढ़ की जानकारी प्रदान करती है जहां पहले यह संभव नहीं था।

Google Global Flood Prediction: फ्लड हब का यह प्रयास एक नई दिशा की ओर इशारा करता है जहां तकनीक और डेटा की मदद से प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम किया जा सकता है और मानव जीवन को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह मॉडल गूगल के निरंतर प्रयासों और नवाचार का परिणाम है, जो वैश्विक समुदाय को सुरक्षित और सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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