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Defense Strategy: इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका का $20 बिलियन रक्षा योजना; फाइटर जेट्स, मिसाइलें और गोला-बारूद |

Defense Strategy: मिडल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने इजरायल के समर्थन में 20 बिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी |

Defense Strategy: इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका का $20 बिलियन रक्षा योजना; फाइटर जेट्स, मिसाइलें और गोला-बारूद |

Defense Strategy: हमास और इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बीच मिडल ईस्ट में तनाव और बढ़ गया है। ईरान की ओर से संभावित बड़े हमलों की आशंका के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को 20 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के प्रमुख हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इस डील में नए एफ-15 लड़ाकू जेट, हजारों टैंक, और मोर्टार गोले शामिल हैं।

Defense Strategy: यह फैसला उस समय पर लिया गया है जब बाइडेन ने 10 महीने से चल रही इजरायल-हमास जंग के समाप्ति के लिए दबाव डाला था। न्यूयार्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इन हथियारों की इजरायल तक पहुंचने में कई साल लग सकते हैं। इस सौदे के तहत इजरायल को बड़ी मात्रा में लड़ाकू विमान, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, टैंक गोला-बारूद और अन्य युद्धक हथियार प्राप्त होंगे।

Defense Strategy: मिडल ईस्ट में संघर्ष की स्थिति को देखते हुए, अमेरिका का यह कदम इजरायल की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। हथियारों की यह डील ऐसे समय में की गई है जब क्षेत्र में सशस्त्र संघर्ष की संभावनाएं बढ़ गई हैं और ईरान के सैन्य गतिविधियों से स्थिति और भी जटिल हो गई है।

Defense Strategy: अमेरिका के इस निर्णय को लेकर कई विश्लेषकों का कहना है कि यह एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम है, जो न केवल इजरायल की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन को भी प्रभावित करेगा। इस स्थिति में जहां एक ओर इजरायल को सैन्य समर्थन मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर युद्धविराम की ओर कदम बढ़ाने की संभावनाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

Defense Strategy: इस डील का मुख्य उद्देश्य इजरायल को मिडल ईस्ट में संभावित खतरों से बचाने के साथ-साथ उसकी सामरिक स्थिति को मजबूत करना है। अमेरिकी प्रशासन का यह कदम इजरायल के साथ उसके गहरे और पुराने संबंधों को भी दर्शाता है, जो क्षेत्रीय तनाव और संघर्ष के बीच सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।

इजरायल के साथ खड़ा अमेरिका

Defense Strategy: अमेरिकी विदेश विभाग ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका इजरायल की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। अमेरिका का मानना है कि इजरायल को एक मजबूत और सक्षम आत्मरक्षा क्षमता विकसित करने में मदद करना अमेरिकी हितों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में, अमेरिका ने इजरायल को प्रमुख हथियारों की बिक्री की मंजूरी दी है, जो क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण संकेत है।

Defense Strategy: अमेरिका की यह घोषणा इजरायल के प्रति समर्थन को दर्शाती है और यह दिखाती है कि अमेरिका अपनी मित्र राष्ट्र की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है। इजरायल को आवश्यक सैन्य संसाधन प्रदान करने से उसकी आत्मरक्षा क्षमताओं को मजबूती मिलेगी, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस प्रकार, अमेरिका का यह कदम इजरायल के साथ उसके स्थिर और रणनीतिक संबंधों को भी मजबूत करता है।

इजरायल को ये हथियार मिलने में लगेंगे कई साल

Defense Strategy: अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया कि इजरायल को मिले नए हथियारों की डील को पूरा होने में कुछ साल लग सकते हैं। ऐसा अनुमान है कि इजरायल को ये हथियार 2026 तक मिल सकते हैं। इस डील का मुख्य उद्देश्य इजरायल को अपनी सुरक्षा को बढ़ाने और भविष्य में अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने में मदद करना है।

Defense Strategy: इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका का $20 बिलियन रक्षा योजना; फाइटर जेट्स, मिसाइलें और गोला-बारूद |

Defense Strategy: इजरायली अधिकारियों ने इस घोषणा को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा है कि यह ईरान और हिजबुल्लाह को एक स्पष्ट संदेश देता है। ये दोनों समूह लगातार इजरायल पर हमले की धमकी देते रहे हैं। इस डील के माध्यम से अमेरिका का इजरायल के प्रति समर्थन और क्षेत्रीय सुरक्षा में योगदान स्पष्ट हो जाता है।

इस प्रकार, भले ही इन हथियारों की डिलीवरी में समय लगे, लेकिन यह कदम इजरायल को एक लंबे समय तक स्थिर और सक्षम रक्षा क्षमताओं का आश्वासन देता है।

जानिए कौन-कौन से हथियार देगा अमेरिका?

Defense Strategy: इजरायल को भेजे जाने वाले हथियारों की डील में 19 अरब डॉलर मूल्य के 50 अत्याधुनिक एफ-15 फाइटर जेट और संबंधित उपकरण शामिल हैं। हालांकि, इन एफ-15 जेट्स के निर्माण में कई साल लग सकते हैं, और इनकी मध्य पूर्व तक पहुंचने की उम्मीद 2029 के बाद ही की जा रही है।

इसके अलावा, 102 मिलियन डॉलर की लागत वाली 30 एडवांस्ड मीडियम रेंज मिसाइलें (AMRAAM) भी शामिल हैं, जो हवा से हवा में मार करने की क्षमता रखती हैं। इन मिसाइलों को लड़ाकू विमानों के साथ एकीकृत किया जाएगा ताकि उनकी प्रभावशीलता बढ़ सके।

Defense Strategy: टैंक कारतूसों की कुल लागत लगभग 775 मिलियन डॉलर है, जबकि विशेष सैन्य वाहनों की कीमत करीब 583 मिलियन डॉलर निर्धारित की गई है।इस पूरी डील का उद्देश्य इजरायल की रक्षा क्षमताओं को मजबूती प्रदान करना और उसे क्षेत्रीय खतरों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए सक्षम बनाना है।

बिडेन प्रशासन ने क्यों लिया फैसला?

Defense Strategy: यह घटना उस समय हुई है जब बिडेन-हैरिस प्रशासन ने इजरायल को भेजे जाने वाले हथियारों की एक खेप को रोकने का फैसला किया। प्रशासन ने यह कदम गाजा में मृत नागरिकों की बढ़ती संख्या और सार्वजनिक आक्रोश को देखते हुए उठाया, ताकि इजरायल के प्रति अमेरिका के समर्थन को संतुलित किया जा सके।

इस बीच, इजरायल ने पिछले अक्टूबर में हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की थी। हमास के हमले ने क्षेत्रीय स्थिति को जटिल बना दिया और इस संकट ने इजरायल को अपनी सैन्य रणनीति में बदलाव करने पर मजबूर किया।

Defense Strategy: बिडेन प्रशासन का निर्णय इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका अपने समर्थन और मानवीय चिंताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। यह स्थिति न केवल इजरायल की सुरक्षा पर प्रभाव डालती है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और मानवाधिकारों के मुद्दों पर भी असर डालती है।

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