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Waqf Bill controversy: वक्फ बिल पर देश को भ्रमित करने की कोशिश! चीन, पाकिस्तान और जाकिर नाइक के कनेक्शन पर उठे सवाल |

Waqf Bill controversy: संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष को पत्र में निशिकांत दुबे ने कहा: अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक संगठनों की साजिश देश की व्यवस्था को नष्ट करने की |

Waqf Bill controversy: वक्फ बिल पर देश को भ्रमित करने की कोशिश! चीन, पाकिस्तान और जाकिर नाइक के कनेक्शन पर उठे सवाल |
Waqf Bill controversy: वक्फ बिल पर देश को भ्रमित करने की कोशिश! चीन, पाकिस्तान और जाकिर नाइक के कनेक्शन पर उठे सवाल |

Waqf Bill controversy: वक्फ संशोधन बिल पर सुझाव देने की समयसीमा समाप्त हो चुकी है, और इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ सामने आई हैं। 25 सितंबर को, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के वरिष्ठ सदस्य निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे पर एक गंभीर दावा किया। सूत्रों के अनुसार, दुबे ने जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने वक्फ संशोधन बिल से संबंधित सुझावों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

दुबे का कहना है कि जेपीसी को मिले 1 करोड़ 25 लाख सुझावों में समान भाषा का उपयोग किया गया है, जो यह संकेत देता है कि इन पत्रों को एक संगठित तरीके से भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन सुझावों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से भेजे जाने की संभावना हो सकती है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक सुनियोजित प्रयास है।

Waqf Bill controversy: निशिकांत दुबे के अनुसार, यह पूरी प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियंत्रित की जा रही है, और इसका उद्देश्य देश के भीतर माहौल को बिगाड़ना है। उन्होंने इसे एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश बताया, जिसका मकसद राष्ट्रीय संप्रभुता को कमजोर करना है। दुबे ने इस स्थिति को देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि इसके पीछे काम कर रहे संगठन देश की व्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। इस पत्र के जरिए दुबे ने वक्फ संशोधन बिल के सुझावों की वैधता पर सवाल उठाए हैं, और यह मामला अब राजनीतिक और सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण बन गया है।

Waqf Bill controversy: साजिश के पीछे अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक संगठन

Waqf Bill controversy: संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को लिखे एक पत्र में, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ चल रही साजिश के पीछे अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक संगठनों का हाथ है। दुबे का कहना है कि ये संगठन देश की व्यवस्था को कमजोर करने और अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

Waqf Bill controversy: उन्होंने आरोप लगाया कि भगोड़ा इस्लामिक कट्टरपंथी जाकिर नाइक और अन्य कट्टरपंथी ताकतें भारतीय युवाओं के बीच भ्रम पैदा कर रही हैं। उनका उद्देश्य युवाओं को गुमराह कर सरकार के खिलाफ भड़काना है। दुबे के मुताबिक, वक्फ संशोधन बिल को इस उद्देश्य से निशाना बनाया जा रहा है, ताकि देश में अशांति फैल सके और सरकार के खिलाफ जनता को भड़काया जा सके।

बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि यह पूरी साजिश एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद भारतीय समाज की स्थिरता को खत्म करना है। दुबे ने इस खतरे को गंभीरता से लेने की अपील की और कहा कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए इन संगठनों की साजिश का पर्दाफाश करना आवश्यक है।

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Waqf Bill controversy: ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के तौर पर देखें’

Waqf Bill controversy: निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में यह दावा किया है कि भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के नेटवर्क की वक्फ संशोधन बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को सबमिशन भेजने में संलिप्तता की पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। दुबे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि अगर यह आरोप सच साबित होता है, तो इसे भारत की विधायी स्वतंत्रता पर एक सीधा हमला माना जाएगा।

Waqf Bill controversy: वक्फ बिल पर देश को भ्रमित करने की कोशिश! चीन, पाकिस्तान और जाकिर नाइक के कनेक्शन पर उठे सवाल |
Waqf Bill controversy: वक्फ बिल पर देश को भ्रमित करने की कोशिश! चीन, पाकिस्तान और जाकिर नाइक के कनेक्शन पर उठे सवाल |

उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की गतिविधियां न केवल भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बाधित करने का प्रयास हैं, बल्कि इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी देखा जाना चाहिए। दुबे का मानना है कि जाकिर नाइक और उसके समर्थक इस बिल के विरोध के माध्यम से देश में अस्थिरता और अव्यवस्था फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

Waqf Bill controversy: पत्र में उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच कराई जानी चाहिए, ताकि अगर कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश इसके पीछे है, तो उसे उजागर किया जा सके। दुबे ने भारत की सुरक्षा एजेंसियों से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए देश की सुरक्षा और विधायी प्रक्रिया को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाएं।

Waqf Bill controversy: विदेशी एजेंसियों से लेकर कट्टरपंथी संगठनों की संलिप्तता का आरोप

Waqf Bill controversy: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में अंतरराष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठनों की संलिप्तता को लेकर गंभीर चिंता जताई है। दुबे ने आरोप लगाया कि इस विरोध के पीछे आईएसआई, चीन, जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश और तालिबान जैसे संगठनों का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन विदेशी तत्वों और कट्टरपंथी संगठनों की मिलीभगत भारत की आंतरिक सुरक्षा और संप्रभुता के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकती है।

दुबे का मानना है कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर हो रहा विरोध केवल घरेलू मुद्दा नहीं है, बल्कि इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती है। उन्होंने इन संगठनों द्वारा देश के अंदर अस्थिरता फैलाने और विधायी प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने का प्रयास किए जाने की आशंका जताई।

Waqf Bill controversy: दुबे ने इस मामले की गहन जांच की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि इन आरोपों की पुष्टि होती है, तो यह भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा होगा। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों से आग्रह किया कि वे इन संगठनों की भूमिका की जांच करें और इस साजिश को विफल करने के लिए ठोस कदम उठाएं। दुबे ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हुए इसे बहुत गंभीरता से लेने की अपील की।

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