UPSC Chief Manoj Soni resigns : संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया है या नहीं इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.
UPSC Chief Manoj Soni resigns : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया है या नहीं। मनोज सोनी के इस्तीफे की खबर आने के बाद UPSC में नए नेतृत्व की तलाश शुरू हो गई है। सोनी का कार्यकाल अभी समाप्त नहीं हुआ था और उनके पास अभी भी महत्वपूर्ण समय बचा हुआ था।
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर को लेकर चल रहे विवाद के बीच बड़ी खबर सामने आई है। लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष (UPSC Chairperson) मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया है। सोनी ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा है
मनोज सोनी (UPSC Chief Manoj Soni resigns) ने अपने कार्यकाल के दौरान UPSC में कई महत्वपूर्ण सुधार और बदलाव किए। उन्होंने परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा दिया और उम्मीदवारों के हित में कई नई पहल की। उनके नेतृत्व में UPSC ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक सिविल सेवा परीक्षा को और भी प्रभावी और आधुनिक बनाने के लिए कई कदम उठाए।
सोनी के इस्तीफे के पीछे के कारणों के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि व्यक्तिगत कारणों के चलते उन्होंने यह निर्णय लिया है। UPSC में अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण होती है और इस पद पर नियुक्त व्यक्ति का कार्यकाल आमतौर पर पांच वर्ष का होता है।
यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा जो जून के अंत में दिया गया था उसके स्वीकार होने की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. सूत्र बताते हैं कि फिलहाल डीओपीटी ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. सोनी का कार्यकाल 2029 में समाप्त होना था, लेकिन उन्होंने अनुपम मिशन पर अधिक ध्यान देने के लिए इस्तीफा दिया है.
यूपीएससी अध्यक्ष मनोज सोनी ने 2029 में समाप्त होने वाले अपने कार्यकाल से पहले ही इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने 2017 में यूपीएससी के सदस्य के रूप में कार्यभार संभाला था और 2023 में अध्यक्ष बने थे. सूत्रों के अनुसार, सोनी अब गुजरात के अनुपम मिशन में अधिक समय देना चाहते हैं.
पीएम के हैं खास
UPSC Chief Manoj Soni resigns: मनोज सोनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। वर्ष 2005 में, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने मनोज सोनी को वडोदरा स्थित महाराजा सयाजीराव (एमएस) विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया था। उस समय मनोज सोनी की उम्र 40 साल थी, जिससे वह देश के सबसे कम उम्र में कुलपति बनने वाले व्यक्ति बने। इसके बाद, सोनी को गुजरात के दो अन्य विश्वविद्यालयों में भी कुलपति नियुक्त किया गया। उनके करियर में यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर रहा है और उनकी प्रतिष्ठा और प्रभाव को बढ़ाया है।
निजी कारणों के चलते ये फैसला
UPSC Chief Manoj Soni resigns: मनोज सोनी वर्ष 2020 में दीक्षा प्राप्त करने के बाद मिशन के अंदर एक साधु या निष्काम कर्मयोगी बन गए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके इस्तीफे और पूजा खेड़कर मामले के तार आपस में नहीं जुड़ते हैं। उन्होंने अपने व्यक्तिगत कारणों से इस पद से इस्तीफा दिया है। इस निर्णय को उनकी निजी यात्रा और आध्यात्मिक लक्ष्यों के संदर्भ में देखा जा सकता है।