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TMC Internal Conflict: तृणमूल कांग्रेस के जवाहर सरकार ने विरोध स्वरूप इस्तीफा दिया, पार्टी के नेताओं के चेहरे की वास्तविकता भी उजागर की!

TMC Internal Conflict: आरजी कर अस्पताल की घटना पर टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा देकर विरोध जताया |

TMC Internal Conflict: तृणमूल कांग्रेस के जवाहर सरकार ने विरोध स्वरूप इस्तीफा दिया, पार्टी के नेताओं के चेहरे की वास्तविकता भी उजागर की!

TMC Internal Conflict: आरजी कर अस्पताल में हुई दुखद घटना के विरोध में टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी।

अपने पत्र में जवाहर सरकार ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में घटी घटना को लेकर उन्होंने उम्मीद की थी कि सरकार तत्काल कोई ठोस कदम उठाएगी और ममता बनर्जी की पुरानी कार्यशैली के अनुसार स्थिति को नियंत्रित करेगी। लेकिन, उनके अनुसार, सरकार ने इस गंभीर मुद्दे पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। जब सरकार ने कदम उठाए भी, तो वह बहुत देरी से किया गया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई।

जवाहर सरकार ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि राज्य में शांति और सुरक्षा की स्थिति को बहाल करना अत्यंत आवश्यक है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। जवाहर सरकार के इस्तीफे ने इस मुद्दे को और भी ध्यान आकर्षित किया है और इसने टीएमसी पार्टी के अंदर गहरी राजनीतिक हलचल पैदा की है। यह इस्तीफा एक महत्वपूर्ण संकेत है कि पार्टी के भीतर भी नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष बढ़ रहा है।

TMC Internal Conflict: CM ममता बनर्जी पर साधा निशाना

TMC Internal Conflict: जवाहर सरकार ने आरजी कर अस्पताल में घटी भयानक घटना पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “मैं इस घटना के बाद से अत्यंत दुखी हूं। मुझे उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पुराने ढंग से इस मामले में हस्तक्षेप करेंगी और तुरंत कार्रवाई करेंगी। लेकिन, उनकी ओर से अपेक्षित कदम नहीं उठाए गए।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें पूरा विश्वास था कि ममता बनर्जी की पूर्ववर्ती कार्यशैली को देखते हुए सरकार इस गंभीर मुद्दे को सुलझाने में सक्रिय भूमिका निभाएगी। हालांकि, वास्तविकता यह रही कि इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए और जो कुछ किया गया, वह बहुत देर से किया गया।जवाहर सरकार का यह बयान दर्शाता है कि उन्होंने सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ अपनी असहमति को व्यक्त किया है और इस मुद्दे पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनकी चिंता इस बात को उजागर करती है कि इस प्रकार की घटनाओं से निपटने में सरकार की प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण होती है।

TMC Internal Conflict: 2021 में राज्यसभा पहुंच थे जवाहर सरकार

TMC Internal Conflict: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अगस्त 2021 में पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार को राज्यसभा भेजा था। उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 तक निर्धारित था। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की कुल 6 सीटें हैं, जिनमें TMC के पास 13 सीटें हैं, बीजेपी के पास 2, और कांग्रेस और सीपीआई (एम) के पास एक-एक सीट है।

TMC Internal Conflict: जवाहर सरकार के इस्तीफे के बाद पार्टी के अंदर हलचल बढ़ने की संभावना है। उनका इस्तीफा उस समय आया है जब पश्चिम बंगाल में आरजी कर अस्पताल की घटना को लेकर राजनीतिक विवाद चरम पर है। इससे पहले, TMC के नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने भी पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए थे। उनके इस विरोध के बाद उन्हें कोलकाता पुलिस के समन पर कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख करना पड़ा था।

TMC Internal Conflict: जवाहर सरकार के इस्तीफे ने पार्टी के अंदर की स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। फिलहाल, तृणमूल कांग्रेस की ओर से उनके इस्तीफे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह देखने योग्य होगा कि पार्टी इस स्थिति का कैसे सामना करती है और क्या इस्तीफे के इस कदम के बाद कोई नई रणनीति अपनाएगी। इस घटनाक्रम ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है, जिससे पार्टी की आंतरिक राजनीति पर भी असर पड़ सकता है।

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