International Fraud Calls: सरकार अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए एक नई तकनीकी प्रणाली, PSIICS, विकसित कर रही है।
परिचय
International Fraud Calls: अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों के व्यक्तिगत और वित्तीय विवरणों की सुरक्षा पर गंभीर खतरे उत्पन्न हो रहे हैं। साइबर अपराधी विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके लोगों को धोखा देने में सफल हो रहे हैं। इन फ्रॉड कॉल्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए, भारतीय सरकार ने इस समस्या को हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की तैयारी की है। इस दिशा में सरकार द्वारा एक नया सिस्टम, PSIICS (Prevention of Spoofed Incoming International Call System), विकसित किया जा रहा है,
International Fraud Calls: जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड को रोकना है। आइए जानते हैं कि इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद लोगों को किस प्रकार की राहत मिलेगी और इसके पीछे की योजना क्या है।यह सिस्टम लोगों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा और साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर नियंत्रण प्राप्त करने में मदद करेगा। इसके चलते फ्रॉड कॉल्स के मामलों में कमी आएगी।
International Fraud Calls की समस्या
International Fraud Calls: अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के जरिए फ्रॉड करने वाले अपराधी अक्सर लोगों को झांसे में लेकर उनकी व्यक्तिगत और बैंक संबंधी जानकारी हासिल कर लेते हैं। ये कॉल्स आमतौर पर विभिन्न रूपों में आती हैं, जैसे कि लॉटरी जीतने का दावा, निवेश के अवसर, या किसी प्रकार का लाभ प्राप्त करने का ऑफर। इन कॉल्स में अपराधी सरकारी संस्थानों का नाम लेकर भी धोखाधड़ी कर सकते हैं, जिससे लोगों को यह विश्वास हो जाता है कि कॉल वाकई में वास्तविक है। इसके परिणामस्वरूप, लोग अपनी संवेदनशील जानकारी शेयर कर देते हैं, जिससे उनके बैंक खातों या व्यक्तिगत विवरणों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
International Fraud Calls: कभी-कभी, लोगों को यह समझने में ही काफी समय लग जाता है कि वे किस प्रकार के धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। इस वजह से, लोग अक्सर अपनी वित्तीय स्थिति को ठीक करने के लिए कई प्रयास करते हैं, लेकिन कई बार यह बहुत देर हो चुकी होती है। इन मामलों की बढ़ती संख्या ने सरकार को एक प्रभावी समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया है।
International Fraud Calls: सरकार द्वारा उठाए गए कदम
इस बढ़ती समस्या को देखते हुए, भारतीय टेलीकॉम विभाग ने एक नया सिस्टम बनाने की योजना बनाई है, जिसे PSIICS (Prevention of Spoofed Incoming International Call System) कहा जा रहा है। यह सिस्टम अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। PSIICS का मुख्य उद्देश्य लोगों को सुरक्षित रखना है और उन्हें इस प्रकार के कॉल्स से बचाने के लिए एक प्रभावी उपाय प्रदान करना है।
International Fraud Calls: PSIICS सिस्टम का विवरण
PSIICS सिस्टम का विकास और कार्यान्वयन टेलीकॉम विभाग द्वारा किया जा रहा है, और इसके लिए लगभग 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। हालांकि, इस सिस्टम के पूर्ण निर्माण और कार्यान्वयन में कितना समय लगेगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि PSIICS प्रणाली जल्द से जल्द लोगों को अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड से राहत प्रदान करे।
International Fraud Calls: PSIICS के कार्यप्रणाली
- स्मार्ट कॉल फिल्टरिंग: PSIICS सिस्टम द्वारा कॉल्स की स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि संदिग्ध या स्कैम कॉल्स को पहले ही पहचाना जा सके। यह प्रणाली कॉल्स की पहचान के लिए विभिन्न एल्गोरिदम और डेटाबेस का उपयोग करेगी, जिससे धोखाधड़ी करने वाले नंबरों को जल्दी से ब्लॉक किया जा सके।
- रियल-टाइम मॉनिटरिंग: इस सिस्टम में रियल-टाइम मॉनिटरिंग की सुविधा होगी, जो संदिग्ध कॉल्स की गतिविधियों को ट्रैक करेगी। यह मॉनिटरिंग सिस्टम उन कॉल्स को तुरंत पहचान सकेगा, जो धोखाधड़ी करने के लिए प्रयुक्त हो रही हैं।
- यूजर चेतावनी प्रणाली: जब भी एक संभावित फ्रॉड कॉल की पहचान की जाएगी, PSIICS सिस्टम यूजर को एक चेतावनी संदेश भेजेगा। यह संदेश यूजर को बताएगा कि कॉल संभावित रूप से धोखाधड़ी करने वाली हो सकती है और उन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचने की सलाह देगा।
- डेटा विश्लेषण और रिपोर्टिंग: PSIICS सिस्टम नियमित रूप से डेटा विश्लेषण करेगा और धोखाधड़ी से संबंधित ट्रेंड्स और पैटर्न्स को समझने की कोशिश करेगा। इस डेटा के आधार पर, टेलीकॉम विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियां नई रणनीतियों और सुधारात्मक उपायों को लागू कर सकेंगी।
- सहयोग और सूचना साझा करना: PSIICS सिस्टम अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ सहयोग करेगा ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धोखाधड़ी करने वाले नेटवर्क को ट्रैक और रोकने में मदद मिल सके। इसके अलावा, सूचना साझा करने की प्रक्रिया को भी मजबूत किया जाएगा ताकि प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
International Fraud Calls: फ्रॉड कॉल्स से कैसे बचें
हालांकि PSIICS सिस्टम का उद्देश्य इस प्रकार की धोखाधड़ी को कम करना है, लेकिन यूजर्स को भी सावधान रहना चाहिए और अपनी सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए:
- अंजान नंबर से कॉल्स का जवाब न दें: यदि आपको अंजान नंबर से कॉल आती है, तो उसे उठाने से पहले उसके बारे में सुनिश्चित हो लें। अंजान नंबर से आई कॉल्स को तब तक न उठाएं जब तक बहुत जरूरी न हो।
- अपनी पर्सनल जानकारी शेयर न करें: कभी भी अपनी पर्सनल या बैंक डिटेल्स किसी के साथ शेयर न करें, विशेषकर अगर कॉल अंजान नंबर से आई हो। फ्रॉड करने वाले अपराधी आमतौर पर आपकी जानकारी चुराने के लिए विभिन्न बहानों का इस्तेमाल करते हैं।
- ऑफर और लॉटरी के झांसे से बचें: साइबर क्रिमिनल्स अक्सर लॉटरी जीतने या अन्य आकर्षक ऑफर देने का दावा करते हैं। ऐसे ऑफर्स से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी प्रकार के वित्तीय लेनदेन के लिए अपनी जानकारी न दें।
- सरकारी संस्थानों से संपर्क करें: यदि आपको संदेह है कि आप एक धोखाधड़ी कॉल का शिकार हो सकते हैं, तो तुरंत अपने बैंक या संबंधित सरकारी संस्थान से संपर्क करें। वे आपकी मदद कर सकते हैं और आपकी जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
- साइबर सुरक्षा के उपाय अपनाएं: अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर और अन्य साइबर सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें। इससे आपके डेटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और संभावित खतरे से बचा जा सकेगा।
International Fraud Calls: निष्कर्ष
टेलीकॉम विभाग द्वारा PSIICS सिस्टम के विकास के बाद, यूजर्स को अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड से महत्वपूर्ण राहत मिलने की संभावना है। यह सिस्टम न केवल धोखाधड़ी कॉल्स को रोकने में मदद करेगा, बल्कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सुविधाएं और उपाय प्रदान करेगा। हालांकि, यूजर्स को भी अपनी सतर्कता बनाए रखनी चाहिए और साइबर अपराधियों के जाल से बचने के लिए सजग रहना चाहिए। सरकार की ओर से उठाए गए कदम निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव लाएंगे और लोगों को इस प्रकार की धोखाधड़ी से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इससे भी पढ़े :-
Share this:
- Click to share on Facebook (Opens in new window)
- Click to share on X (Opens in new window)
- Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
- Click to share on Telegram (Opens in new window)
- Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
- Click to share on Twitter (Opens in new window)
- Click to share on Tumblr (Opens in new window)
- More
Pingback: Tata Semiconductor Plant Announced: टाटा ग्रुप ने असम में 27,000 करोड़ के निवेश से सेमीकंडक्टर प्लांट शुरू किया |
Pingback: CBSE 10th Result: CBSE बोर्ड 10वीं का रिजल्ट आज जारी होने की संभावना, यहाँ सबसे पहले देखें|
Pingback: MP Sagar Wall Collapse: सागर में भीषण हादसा; दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत, 4 घायल|