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Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी और बेटी श्रुति चौधरी का बीजेपी में शामिल होना , हरियाणा कांग्रेस के लिए कितना बड़ा नुकसान?

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP:भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति बीजेपी में शामिल ,  विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस को झटका |

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी और बेटी श्रुति चौधरी का बीजेपी में शामिल होना , हरियाणा कांग्रेस के लिए कितना बड़ा नुकसान?

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: हरियाणा के राजनीतिक मंच पर धमाका भरी खबर आई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने बुधवार को बीजेपी में शामिल हो लिया। इस घटना में उन्हें बीजेपी की सदस्यता मिली है।केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, बीजेपी के महासचिव तरुण चुग और सुरेंद्र नागर ने किरण चौधरी और उनकी बेटी को बीजेपी में स्वागत किया। यह स्थिति कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है, खासकर हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनावों के दृष्टिकोण से।मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित रहे। इस घटना ने राजनीतिक गतिशीलता में नए बदलाव का संकेत दिया है और इसे विशेष रूप से समाज में गहरी छाप छोड़ने का अवसर बना है।

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Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा, “नई शुरुआत, एक नया प्रभात। आज हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना के साथ अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। हम सदैव चौ. बंसीलाल के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा और क्षेत्रवासियों के हित में समर्पित रहेंगे।”

इस बयान से दिखता है कि किरण चौधरी ने अपने नए संघर्ष की शुरुआत कर दी हैं और उनका लक्ष्य अपने क्षेत्र और प्रदेश के विकास में सहयोग करना है।

किरण चौधरी-श्रुति चौधरी ने मंगलवार को दिया था इस्तीफा

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अपने अलग-अलग त्यागपत्रों में, उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि पार्टी की प्रदेश इकाई को ‘निजी जागीर’ के रूप में चलाया जा रहा है।

श्रुति चौधरी ने हुड्डा का स्पष्ट संदर्भ देते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश इकाई एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिसने अपने ‘स्वार्थ’ और ‘तुच्छ हितों’ के लिए पार्टी के हितों से समझौता कर लिया। इस संघर्ष के बाद, बीजेपी में शामिल होने का निर्णय लिया गया और यह घटना हरियाणा की राजनीतिक स्तिथि में एक महत्वपूर्ण पल बन गई।

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: श्रुति चौधरी ने कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभाली थी। उनकी मां, किरण चौधरी, तोशाम से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में विधायक हैं। इस परिवर्तन से हरियाणा में बीजेपी को और मजबूती मिलने की संभावना है, विशेषकर जब वहाँ विधानसभा चुनावों की तारीखें नजदीक आ रही हैं। हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए, चुनावों से कुछ महीने पहले श्रुति और किरण ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है।

इस परिवर्तन का हरियाणा की राजनीतिक स्थिति पर गहरा असर हो सकता है। कांग्रेस की इस हार से बीजेपी को फायदा मिलेगा, क्योंकि दोनों महत्वपूर्ण नेताओं की योगदान से पार्टी को बड़ी समर्थन और प्रशंसा मिलेगी।यह घटना हरियाणा की राजनीतिक दायरे में एक नए परिणाम की ओर बढ़ता कदम है। इससे प्रदेश की राजनीतिक गतिशीलता में भी बड़ा बदलाव आ सकता है, जो कि आम जनता के हित में हो सकता है।

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हरियाणा के किन क्षेत्रों में है किरण चौधरी का प्रभाव?

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। किरण चौधरी पांच बार की विधायक हैं। उनके दिवंगत पति सुरेंद्र सिंह हरियाणा के कृषि मंत्री रहे थे। चौधरी बंसीलाल को हरियाणा का निर्माता कहा जाता है और उनका खासा प्रभाव हरियाणा में है। उनकी काफी प्रभाव भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में है। इसके अलावा अच्छा-खासा वोट बैंक हरियाणा में है।

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी के बीजेपी में जाने से भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा के नौ विधानसभा क्षेत्रों पार्टी में बड़ी मजबूती मिलेगी। वहीं हिसार-फतेहाबाद में भी फायदा होगा। इस परिवर्तन से हरियाणा की राजनीतिक स्थिति में गहरा असर हो सकता है, और बीजेपी को प्रदेश में बड़ी समर्थन और प्रशंसा मिल सकती है। इससे प्रदेश की राजनीतिक गतिशीलता में बड़ा बदलाव आ सकता है, जो कि आम जनता के हित में हो सकता है।

किरण चौधरी एक जाट नेता हैं और उनकी प्रमुख भूमिका बीजेपी के हरियाणा में जाट वोटरों को आकर्षित करने में है। यह तथ्य सामान्यतः माना जाता है कि बीजेपी से जाट वोटरों का खिसका होना शुरू हो गया है। वे राज्यसभा चुनाव में अजय माकन की हार का जिम्मेदार कांग्रेस के हुड्डा खेमे ने किरण चौधरी को एक चुनावी साजिश का हिस्सा ठहराया था।

Kiran Choudhry-Shruti Choudhry Joins BJP: किरण चौधरी के जाट नेतृत्व का प्रभाव खासकर हरियाणा के जाट वोटरों के बीच भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। इससे उनकी पार्टी को वोटरों का साथ और समर्थन मिल सकता है, जो चुनावी दंगल में फायदेमंद साबित हो सकता है। इस तरह की राजनीतिक तकनीक से जुड़े हुए किरण चौधरी का नाम चुनावी चर्चाओं में ऊपर उठ रहा है और वह बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गई है।

 

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