वायनाड में भारी बारिश से 4 घंटे में तीन Landslides; 200 घर बर्बाद, सेना का एयरलिफ्ट अभियान शुरू |
केरल के वायनाड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण चार घंटे के भीतर तीन Landslides हुए, जिससे कई गांवों में तबाही मच गई। करीब 200 घर Landslides की चपेट में आकर तबाह हो गए हैं। इस आपदा के चलते अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। नदी में तैरते शव, टूटी हुई सड़कें और ब्रिज इस तबाही की भयानक तस्वीरें हैं।
सेना ने मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए एयरलिफ्ट करने की योजना बनाई है और इसके लिए सेना के हेलिकॉप्टर वायनाड के लिए रवाना हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है।
स्थानीय प्रशासन और बचाव दल लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर लगाए गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से सभी संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस भयानक स्थिति ने पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया है और प्रभावित परिवारों के लिए यह एक कठिन समय है।
केरल के वायनाड में भारी बारिश के कारण मंगलवार तड़के चार घंटे में तीन बड़े Landslides हुए। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांवों में Landslides से सैकड़ों घर मलबे में दबकर तबाह हो गए। अकेले चूरलमाला में 200 घरों को गंभीर नुकसान हुआ है। इस आपदा ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचाई है और राहत कार्य जारी है।
Landslides: नदी में बहते मिले 6 शव
मनोरमा न्यूज के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने बताया कि अट्टामाला में ग्रामीणों को नदी में बहते हुए छह शव मिले हैं। वहीं, सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं। Landslides से सबसे ज्यादा प्रभावित चूरलमाला हुआ है, जहां घरों के बाहर खड़े वाहन, दुकानें और घर Landslides की चपेट में आ गए। केरल स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (KSDMA) ने बताया कि फायर फोर्स और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ की और टीमें भी वायनाड पहुंच रही हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प्स को भी वायनाड जाने का आदेश दिया गया है।
हालांकि, भारी बारिश के चलते रेस्क्यू अभियान में भी कठिनाइयां आ रही हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण रास्ते जाम हो गए हैं और मलबे में फंसे लोगों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। राहत और बचाव कार्य में जुटी टीमों को अतिरिक्त चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
प्रभावित क्षेत्रों में सरकार द्वारा राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस आपदा ने पूरे वायनाड क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है और प्रभावित परिवारों के लिए यह एक बहुत ही कठिन समय है।
Landslides: ‘स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है PMO’
केंद्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय (पीएमओ) ने दक्षिण भारत में भारतीय वायु सेना, नौसेना और सेना स्टेशनों को वायनाड में बचाव और राहत कार्यों में मदद करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि पीएमओ स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और राज्य सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
जॉर्ज कुरियन ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें वायनाड के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। भारतीय वायु सेना, नौसेना और सेना की टीमें आपदा प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया दे रही हैं। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त संसाधन भी तैनात किए जा रहे हैं।
राज्य सरकार ने भी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और पीड़ितों को आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है।प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा किए गए इस त्वरित हस्तक्षेप ने वायनाड के लोगों को उम्मीद दी है कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी।
मंत्री जॉर्ज कुरियन ने यह भी कहा कि सरकारें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। इस आपदा ने वायनाड के लोगों को गहरे संकट में डाल दिया है, लेकिन सरकारी प्रयासों से उन्हें राहत मिलने की उम्मीद है।
इससे भी पढ़े :-
14 अगस्त से होगी शुरू, मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए जानें काउंसलिंग की महत्वपूर्ण तारीखें
केरल में भीषण Landslides ; सैकड़ों के फंसे होने की आशंका, वायुसेना रेस्क्यू में जुटी |
क्या किराएदार सूर्य घर योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं? जानिए नियम और शर्तें |