J&K Encounter: जम्मू-कश्मीर में बढ़ी आतंकी घटनाएं, सुरक्षाबल पूरी तरह से अलर्ट मोड में |
J&K Encounter: जम्मू-कश्मीर में बुधवार (28 अगस्त) रात से तीन जिलों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की घटनाएँ हुई हैं। राजौरी, कुपवाड़ा, और पुंछ जिलों में सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिससे आतंकियों के नापाक इरादों को विफल किया जा रहा है। राजौरी के खेड़ी मोहरा, लाठी, और दंथल इलाकों में देर रात मुठभेड़ शुरू हुई। सुरक्षाबलों ने इन इलाकों को पूरी तरह से घेर लिया है और आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
J&K Encounter: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी इन मुठभेड़ों की पुष्टि की है और सुरक्षा की स्थिति को लेकर लगातार अपडेट प्रदान कर रही है। इस समय इलाके में सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। इन ऑपरेशनों से यह संकेत मिलता है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।
J&K Encounter: कुपवाड़ा में बुधवार शाम को सुरक्षाबलों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिशों को विफल कर दिया है। यहां आतंकियों के साथ मुठभेड़ की घटना सामने आई है, जिसमें एक आतंकी को मार गिराया गया है। बताया जा रहा है कि कुपवाड़ा में एलओसी के दो विभिन्न स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई थी। सुरक्षाबलों ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए दोनों स्थानों पर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया।
J&K Encounter: वर्तमान में, इन स्थानों पर घुसपैठियों की खोजबीन जारी है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। सुरक्षा बलों की सजगता और तत्परता ने इस संकट को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया है, और क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति को बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस तरह की घटनाएँ जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता को और अधिक महत्वपूर्ण बनाती हैं।
J&K Encounter: कुपवाड़ा में एक आतंकी ढेर
J&K Encounter: भारतीय सेना के जवानों के अनुसार, हाल ही में कुपवाड़ा में एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकियों के दो ग्रुप थे, प्रत्येक ग्रुप में 2 से 3 आतंकवादी शामिल थे। तंगधार और मचैल के ऊपरी इलाकों में इन आतंकियों के ठिकानों का पता लगाने के लिए एक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि, खराब मौसम की वजह से ऑपरेशन में कई समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं, जिससे सुरक्षाबलों को अतिरिक्त चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
सेना ने बताया कि एलओसी पर घुसपैठ की कोशिशों के बारे में खुफिया सूचनाएँ प्राप्त हुई थीं, जिनके आधार पर 28-29 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। यह ऑपरेशन तंगधार क्षेत्र में चलाया गया, जहाँ एक आतंकी को ढेर करने में सफलता मिली है।
J&K Encounter: सुरक्षाबलों की इस सख्त कार्रवाई ने आतंकवादियों के इरादों को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऑपरेशन अभी भी जारी है और सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि क्षेत्र में मौजूद अन्य आतंकियों को भी पकड़ा जा सके। यह अभियान भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहयोगात्मक शक्ति और उनकी कड़ी मेहनत को दर्शाता है, जो कि आतंकवाद से निपटने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
J&K Encounter: राजौरी में दो-तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका
J&K Encounter: जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, 28 अगस्त को रात 9.30 बजे सुरक्षाबलों ने खेड़ी मोहरा, लाठी और दंथल क्षेत्रों में एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन के दौरान, लगभग 11.45 बजे आतंकियों के साथ संपर्क स्थापित हुआ। इसके बाद खेड़ी मोहरा क्षेत्र के पास आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। सूत्रों के अनुसार, गोलीबारी की यह स्थिति सुबह 6 बजे तक रुक-रुक कर जारी रही।
J&K Encounter: इस मुठभेड़ में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और ऑपरेशन को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। इस समय, इलाके में सुरक्षा को सुनिश्चित करने और आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए खोजबीन जारी है। सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई क्षेत्र में आतंकवाद की गतिविधियों को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
J&K Encounter: पुंछ में मिला चीन में बना ग्रेनेड
J&K Encounter: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सेना और आतंकियों के बीच एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ के दौरान सेना को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है, जब उन्होंने सिंधरा इलाके में आतंकियों से मुकाबला किया। इस ऑपरेशन में सेना ने आतंकियों के कब्जे से छह चीनी ग्रेनेड बरामद किए हैं। ये ग्रेनेड वर्तमान में सेना के कब्जे में हैं और आगे की कार्रवाई के लिए सुरक्षित रखे गए हैं।
J&K Encounter: इन ग्रेनेड की चीन में बने होने की जानकारी से यह संभावना जताई जा रही है कि ये हथियार चीन के माध्यम से पाकिस्तान को प्रदान किए गए होंगे। इसके बाद, पाकिस्तान ने इन हथियारों को आतंकियों को सौंपकर सीमा के इस पार दहशत फैलाने के लिए भेजा होगा। यह स्थिति सीमा पर आतंकवाद की जड़ों को उखाड़ने और सुरक्षा बलों की सतर्कता को दर्शाती है।
सेना की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ निरंतर और प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान बरामद किए गए हथियार आतंकवादियों के इरादों को विफल करने में सहायक साबित होंगे, और यह सीमा पर शांति बनाए रखने के प्रयासों को मजबूत करेगा।
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