Election Commission: इस साल चार राज्यों में विधानसभा चुनाव; इंडिया गठबंधन और बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए के बीच कड़ा संघर्ष |
Election Commission शुक्रवार (16 अगस्त) को चार प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनावों के शेड्यूल की घोषणा करने वाला है। इस साल के अंत तक जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होंगे। आयोग इन राज्यों के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान करेगा, जिससे उम्मीदवारों और मतदाताओं के लिए तैयारियों में तेजी आएगी। जम्मू-कश्मीर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि यहां आर्टिकल 370 के हटने के बाद पहली बार चुनाव होंगे।
यह चुनाव जम्मू-कश्मीर की नई राजनीतिक दिशा और व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। इस बार, राज्य के लोग पहली बार नई परिस्थितियों में वोट डालेंगे, और यह देखना दिलचस्प होगा कि राजनीतिक दल और उनके उम्मीदवार किस तरह की रणनीति अपनाते हैं। इसके अलावा, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में भी चुनावी माहौल गरमाएगा, जहां स्थानीय मुद्दों और विकास योजनाओं पर जोर रहेगा। Election Commission की इस घोषणा के बाद, सभी दल और प्रत्याशी अपनी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट जाएंगे।
Election Commission आज दोपहर 3 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा, जिसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा की जाएगी। जम्मू-कश्मीर में चुनाव संभावित रूप से पांच से सात चरणों में कराए जा सकते हैं। केंद्रशासित प्रदेश में चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए Election Commission ने वहां के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की थी। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थितियों का गहराई से आकलन किया गया।
सुरक्षा के संदर्भ में सकारात्मक रिपोर्ट मिलने के बाद, Election Commission ने चुनावी तैयारियों की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। चुनावी गतिविधियों को व्यवस्थित और सुरक्षित रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से Election Commission इन राज्यों के चुनावी कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जिससे राजनीतिक दल और मतदाता अपने चुनावी दृष्टिकोण और तैयारियों को अंतिम रूप दे सकेंगे।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का Election Commission की टीम ने किया था दौरा
हाल ही में, केंद्रीय Election Commission ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। Election Commission की टीम ने 8 से 10 अगस्त के बीच जम्मू-कश्मीर का दौरा किया, इसके बाद वे हरियाणा पहुंची। इस दौरे के दौरान, आयोग की टीम ने गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति का विस्तृत जायजा लिया। इस बैठक में सुरक्षा प्रबंधों और चुनावी तैयारियों पर चर्चा की गई। Election Commission ने जो नोटिफिकेशन जारी किया है, उसमें इन राज्यों की विधानसभा चुनावों के आयोजन का उल्लेख है।
इस संदर्भ में, यह उम्मीद जताई जा रही है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा शीघ्र की जाएगी। आयोग की ओर से किए गए इस दौरे और सुरक्षा हालातों की समीक्षा के बाद, चुनावी शेड्यूल को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह महत्वपूर्ण घोषणा चुनावी मैदान में नए उत्साह और गतिविधियों को जन्म देगी, जिससे उम्मीदवारों और मतदाताओं की तैयारी में तेजी आएगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के आयोजन को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर से पहले चुनाव कराए जाएं। अगस्त का महीना चल रहा है और सरकार को कोर्ट के इस आदेश का पालन करना अनिवार्य है। इसलिए, यह संभावना बढ़ गई है कि Election Commission जल्द ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा।
हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव की समय-सीमा को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को समाप्त हो रहा है, और चुनावी प्रक्रिया को समय पर पूरा करना आवश्यक है। इस स्थिति में, हरियाणा में विधानसभा चुनाव कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही कराए जाएंगे। Election Commission और संबंधित सरकारी विभाग चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं, ताकि सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से सम्पन्न हो सकें। इन चुनावों की तारीखों की घोषणा से पहले, सभी दल और उम्मीदवार अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं।
महाराष्ट्र और झारखंड में भी चुनावी तारीख का हो सकता है ऐलान
महाराष्ट्र और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान भी Election Commission द्वारा किया जा सकता है, क्योंकि दोनों राज्यों के विधानसभा कार्यकाल की समाप्ति की तारीखें नजदीक हैं। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नवंबर 2024 में समाप्त हो रहा है, जिससे चुनावी प्रक्रिया को समय पर पूरा करना आवश्यक हो जाता है। इसी तरह, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल जनवरी 2025 के पहले हफ्ते में समाप्त हो जाएगा।
इन परिस्थितियों को देखते हुए, Election Commission इन दोनों राज्यों में चुनावी शेड्यूल की घोषणा करने की संभावना पर विचार कर रहा है। Election Commission के इस कदम से राजनीतिक दल और मतदाता दोनों को पर्याप्त समय मिलेगा अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए। महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी गतिविधियाँ तेज हो चुकी हैं, और इस समय पर Election Commission द्वारा तारीखों की घोषणा से राजनीतिक परिदृश्य में स्पष्टता आएगी। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी उम्मीदवार और राजनीतिक दल अपने-अपने क्षेत्रों में चुनावी अभियान को व्यवस्थित तरीके से संचालित कर सकें और मतदाता सही जानकारी के साथ मतदान कर सकें।
हरियाणा-महाराष्ट्र समेत तीन राज्यों में कब चुनाव हुए?
हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का इतिहास और वर्तमान स्थिति विभिन्न संदर्भों में महत्वपूर्ण है। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं, और 2019 के विधानसभा चुनाव में एक चरण में 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था। परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे। इसी प्रकार, महाराष्ट्र में भी 288 सीटों पर 21 अक्टूबर 2019 को मतदान हुआ, और परिणाम भी 24 अक्टूबर को सामने आए थे।
झारखंड की बात करें तो यहां विधानसभा चुनाव 2019 में हुए थे, जिसमें 81 सीटों के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान हुआ था। यह चुनावी प्रक्रिया लंबी अवधि के दौरान की गई थी, जो राज्य की विविधता और जनसंख्या के हिसाब से जरूरी थी।
जम्मू-कश्मीर की स्थिति कुछ अलग है। यहां आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे, जिसमें 87 विधानसभा सीटें थीं—37 जम्मू, 46 कश्मीर घाटी और 6 लद्दाख में। इसके बाद बीजेपी-पीडीपी की गठबंधन सरकार गिर गई और राज्य का पुनर्गठन हुआ। 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं हुए हैं। परिसीमन के बाद, जम्मू-कश्मीर विधानसभा की सीटों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है—43 जम्मू में, 47 कश्मीर में और लद्दाख को अलग कर दिया गया है। इन परिवर्तनों के साथ, आगामी विधानसभा चुनाव के आयोजन की दिशा और प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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