- Delhi CM Residence: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि के विधायकों, पार्षदों, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से घर की पेशकश मिल रही है|
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- Delhi CM Residence: कहां रहना चाहते हैं पूर्व CM?
- Delhi CM Residence: संजस सिंह ने क्या कहा था?
- Delhi CM Residence: 17 जून को दिया था इस्तीफा
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Delhi CM Residence: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि के विधायकों, पार्षदों, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से घर की पेशकश मिल रही है|
Delhi CM Residence: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब दिल्ली की कमान आतिशी के हाथों में है। इस बदलाव के साथ ही, अरविंद केजरीवाल के लिए नया आवास तलाशने की प्रक्रिया तेज हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, केजरीवाल जल्द ही मुख्यमंत्री आवास को खाली कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए आवास आवंटित करने की मांग की थी, लेकिन अब तक केंद्र सरकार की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है। इस अनिश्चितता के बीच, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के आवास को लेकर कई विकल्प सामने आ रहे हैं।
Delhi CM Residence: दिलचस्प बात यह है कि पार्टी के कई विधायक, पार्षद, और कार्यकर्ता, साथ ही आम नागरिक भी, अपनी सामाजिक, आर्थिक या राजनीतिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना केजरीवाल को अपना घर देने की पेशकश कर रहे हैं। इन लोगों ने अपने घरों को उपलब्ध कराकर उनके प्रति समर्थन और सम्मान व्यक्त किया है। हालाँकि, इनमें से अधिकांश घर नई दिल्ली क्षेत्र के बाहर स्थित हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री के रहने के लिए विचार किए जा रहे हैं।
Delhi CM Residence: केजरीवाल के समर्थन में दिख रही यह एकजुटता यह दर्शाती है कि उनके नेतृत्व में किए गए कार्यों को समाज के विभिन्न वर्गों से सराहना मिल रही है। अब देखना यह होगा कि उन्हें नए आवास के रूप में कौन सा विकल्प चुना जाता है और वह अपनी भविष्य की योजनाओं के साथ किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।
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Delhi CM Residence: कहां रहना चाहते हैं पूर्व CM?
Delhi CM Residence: अरविंद केजरीवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली के आस-पास रहने को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि वह अपने क्षेत्र से लगातार जुड़े रह सकें। उनके लिए आवास की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि वह कहां रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल जल्द ही अपना नया ठिकाना तय कर सकते हैं।
Delhi CM Residence: नई दिल्ली से जुड़े रहने की उनकी यह इच्छा उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से निकटता बनाए रखने के उद्देश्य से है। हालांकि अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि वह जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएंगे। इस बीच, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भी उन्हें हर संभव मदद देने के लिए सहयोग जारी है, जिससे यह स्पष्ट है कि केजरीवाल का समर्थन अब भी मजबूत बना हुआ है।
Delhi CM Residence: संजस सिंह ने क्या कहा था?
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने 18 सितंबर को बताया था कि अरविंद केजरीवाल जल्द ही, कुछ हफ्तों के भीतर, अपना सरकारी आवास खाली कर देंगे। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद केजरीवाल ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह सभी सरकारी सुविधाओं का त्याग करेंगे, जो उन्हें सीएम के रूप में प्राप्त थीं।
Delhi CM Residence: केजरीवाल को मुख्यमंत्री रहते हुए कई सरकारी सुविधाएं दी गई थीं, लेकिन इस्तीफा देते ही उन्होंने तुरंत घोषणा की कि वह इन सभी सुविधाओं का उपयोग नहीं करेंगे। यह उनके सिद्धांतों और सादगी भरे जीवन को दर्शाता है, जिसे वह अपने राजनीतिक जीवन में भी कायम रखना चाहते हैं। अब सवाल यह है कि वह नई दिल्ली में अपना अगला ठिकाना कब और कहां तय करेंगे, लेकिन उनकी मंशा साफ है कि वह सरकारी आवास और सुविधाओं का मोह नहीं रखते।
Delhi CM Residence: 17 जून को दिया था इस्तीफा
Delhi CM Residence: अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देते समय उन्होंने कहा था कि कुछ लोग उनकी ईमानदारी पर सवाल उठा रहे हैं, और ऐसे में वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तब तक नहीं बैठेंगे, जब तक दिल्ली की जनता उन्हें फिर से चुनकर उनकी ईमानदारी पर मुहर नहीं लगा देती। केजरीवाल ने अपने इस निर्णय के पीछे जनता का विश्वास जीतने की बात कही और जोर देकर कहा कि वह सत्ता में केवल तभी लौटेंगे जब लोग उन्हें पुनः ईमानदार नेता के रूप में मान्यता देंगे। अपने एक बयान में उन्होंने यह भी कहा था कि विधानसभा चुनाव में यह सोचकर वोट देना कि “अरविंद केजरीवाल ईमानदार है”।
इससे साफ है कि केजरीवाल अपनी ईमानदारी और जनता के समर्थन को सबसे ऊपर रखते हैं और इसके लिए वह किसी भी पद या सुविधा का त्याग करने के लिए तैयार हैं। उनकी यह भावनात्मक अपील न केवल उनके समर्थकों के बीच लोकप्रिय हुई है, बल्कि उनके राजनीतिक सिद्धांतों को भी मजबूती से पेश करती है।
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