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Sapa MLA controversy: सपा विधायक की मुश्किलें बढ़ीं; घर में नाबालिग बच्ची की मौत, यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप |

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  1. Sapa MLA controversy: बाल कल्याण समिति के न्यायालय ने यूपी पुलिस और श्रम विभाग की लापरवाही को लेकर उठाए सवाल, विधायक और परिवार पर कार्रवाई न होने पर भी उठे सवाल |

Sapa MLA controversy: बाल कल्याण समिति के न्यायालय ने यूपी पुलिस और श्रम विभाग की लापरवाही को लेकर उठाए सवाल, विधायक और परिवार पर कार्रवाई न होने पर भी उठे सवाल |

Sapa MLA controversy: सपा विधायक की मुश्किलें बढ़ीं; घर में नाबालिग बच्ची की मौत, यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप |

Sapa MLA controversy: भदोही, उत्तर प्रदेश में बाल कल्याण समिति न्यायालय ने समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक के मामले में यूपी पुलिस और श्रम विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग बच्ची की मौत और चाइल्ड लेबर के मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस और श्रम विभाग की ओर से भारी लापरवाही देखने को मिली है। उनकी इस लापरवाही के कारण मामले की उचित जांच नहीं हो पाई है। अध्यक्ष ने इस मामले की पुनः जांच कराने की मांग की है।

गौरतलब है कि सपा विधायक के घर से पहले एक नाबालिग बच्ची का शव बरामद हुआ था, जबकि एक अन्य नाबालिग युवती को सुरक्षित निकाल लिया गया था। इस घटना ने पूरे मामले की गंभीरता को और उजागर कर दिया है। बाल कल्याण समिति का कहना है कि संबंधित विभागों की जिम्मेदारी बनती है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

Sapa MLA controversy: भदोही विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के दो बार के विधायक जाहिद बेग के आवास पर हाल ही में एक नाबालिग नौकरानी की मौत और दूसरे दिन एक अन्य नाबालिग नौकरानी के रेस्क्यू की घटना ने बाल कल्याण समिति न्यायालय की पीठ को गहरी चिंता और नाराजगी में डाल दिया है। इस दौरान विधायक और उनका पूरा परिवार घर पर ही मौजूद था।

Sapa MLA controversy: बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पीसी उपाध्याय ने कहा कि घटना के चार से पांच दिन बीत जाने के बावजूद विधायक और उनके परिवार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जो बेहद चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है, जिससे संदेह की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उपाध्याय ने मांग की है कि मामले की तुरंत पुनः जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण मामले की गंभीरता कम हो रही है, और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि न्याय मिल सके।

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Sapa MLA controversy: नाबालिग लड़की को छापा मार कर बरामद किया

Sapa MLA controversy: नाबालिग बेटी की मौत के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक के घर पर श्रम प्रवर्तन विभाग, पुलिस की टीम, मजिस्ट्रेट और बाल कल्याण समिति (CWC) की टीम ने एक नाबालिग लड़की को बाल श्रम में संलिप्त पाया। इस दौरान छापेमारी के बाद नाबालिग लड़की को सुरक्षित निकाल लिया गया। बाल कल्याण समिति के न्यायपीठ के अध्यक्ष पीसी उपाध्याय ने पत्रकारों से बातचीत में इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी गंभीर घटना के बावजूद अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

Sapa MLA controversy: सपा विधायक की मुश्किलें बढ़ीं; घर में नाबालिग बच्ची की मौत, यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप |

उपाध्याय ने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरती गई है, और प्रशासन की ओर से उचित कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि वे जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के बाद त्वरित और कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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Sapa MLA controversy: बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाबालिग लड़की को 17 वर्षीय बताने पर आपत्ति जताते हुए इसे हास्यपद करार दिया है। उनका कहना है कि लड़की की उम्र देखकर स्पष्ट होता है कि वह बहुत छोटी है, और इस प्रकार की गलत जानकारी को लेकर जांच की आवश्यकता है। उन्होंने जोर दिया कि इस मामले की पुनः सही तरीके से जांच करानी चाहिए ताकि सरकार और न्यायालय पर आम जनता का विश्वास बना रहे।

Sapa MLA controversy: भदोही शहर कोतवाली थाना क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के दो बार के विधायक के आवास पर 9 सितंबर की तड़के एक नाबालिग लड़की का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना के बाद पुलिस ने शव को गुपचुप तरीके से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। यह घटना गंभीर चिंता का विषय है, और इसके प्रति प्रशासन की जवाबदेही तय करने की आवश्यकता है। उचित कार्रवाई के अभाव में मामले की गंभीरता पर सवाल उठते हैं, और इससे प्रभावित परिवार और समुदाय में न्याय की उम्मीदें बनी रहती हैं।

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Sapa MLA controversy: घंटो बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस

Sapa MLA controversy: समाजवादी पार्टी के विधायक के घर पर हुई नाबालिग लड़की की मौत की घटना की सूचना देर से मिली, क्योंकि घटना की जानकारी को छुपा लिया गया था। यह जानकारी पत्रकारों को दोपहर के समय मिली, जिसके बाद सूचना लखनऊ तक पहुंची। इसके बाद जनपद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस उप महानिरीक्षक विन्ध्याचल परिक्षेत्र मिर्ज़ापुर भी घटनास्थल पर पहुंचे, हालांकि शव को सुबह भेजे जाने के बाद वे घंटों बाद घटनास्थल पर पहुंचे।

Sapa MLA controversy: फोरेंसिक टीम ने भी मामले की गहराई से जांच शुरू की। इस बीच, मंगलवार की शाम को एक अन्य नाबालिग नौकरानी को सरकारी विभाग ने बाल श्रम से मुक्त करवा लिया। यह स्थिति दर्शाती है कि घटनाओं को छुपाने और न्याय की प्रक्रिया में लापरवाही की गई है। मामले की सही जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, ताकि न्याय प्रणाली पर लोगों का विश्वास बना रहे और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

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