Daily Print News

Prashant Kishor Politics: लालू यादव पर हमला; जन सुराज की पोस्टर वार में परिवारवाद का आरोप |

Prashant Kishor Politics: जन सुराज का आरोप; पटना में पोस्टरों के माध्यम से आरजेडी पर लालू यादव द्वारा परिवार और यादवों को ही प्राथमिकता देने का आरोप |

Prashant Kishor Politics: लालू यादव पर हमला; जन सुराज की पोस्टर वार में परिवारवाद का आरोप |
Prashant Kishor Politics: लालू यादव पर हमला; जन सुराज की पोस्टर वार में परिवारवाद का आरोप |

Prashant Kishor Politics: पटना की सड़कों पर अब एक नई राजनीतिक जंग छिड़ गई है। जन सुराज ने रविवार को एक पोस्टर वार की शुरुआत की है, जिसमें लालू यादव और उनके परिवार को निशाना बनाया गया है। इन पोस्टरों के माध्यम से जन सुराज ने यादव समाज को यह संदेश देने की कोशिश की है कि लालू यादव ने केवल अपने परिवार के सदस्यों को राजनीतिक लाभ पहुंचाया है और अन्य यादव नेताओं को अवसर देने में असफल रहे हैं।

Prashant Kishor Politics: पोस्टर में स्पष्ट रूप से लिखा गया है, “लालू यादव ने देखा सिर्फ अपना परिवार, बाकी सभी यादव नेताओं का किया राजनैतिक संघार।” यह संदेश यादव समाज को यह बताने की कोशिश कर रहा है कि लालू यादव की प्राथमिकता केवल अपने परिवार के सदस्यों तक सीमित रही है, और उन्होंने अन्य यादव नेताओं के विकास और उन्नति के लिए कोई कदम नहीं उठाए।

Prashant Kishor Politics: इन पोस्टरों को पटना के प्रमुख स्थानों, जैसे कि इनकम टैक्स गोलंबर और अन्य सार्वजनिक जगहों पर लगाया गया है। इन पोस्टरों में अपर्णा यादव के नाम के नीचे “जन सुराज” लिखा हुआ है, जो इस अभियान का समर्थन कर रहा है। इस पोस्टर वार से राजनीतिक माहौल में तना-तनी और गर्माहट देखने को मिल रही है, और यह आगामी चुनावी रणभूमि पर एक नया मोड़ ले सकता है।

जन सुराज के निशाने पर लालू परिवार

Prashant Kishor Politics: बिहार की राजनीति में लालू परिवार अक्सर आलोचना का सामना करता रहा है, और अब जन सुराज ने इसे नया मोड़ दिया है। अपर्णा यादव ने हाल ही में पटना में पोस्टर लगाकर यादव समाज को एक स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है। पोस्टरों के माध्यम से उनका कहना है कि यादव जाति से आने वाले नेता, चाहे कितनी भी मेहनत और संघर्ष करें, आरजेडी को आगे बढ़ाने में उनका योगदान सीमित रहेगा।

पोस्टरों में आरोप लगाया गया है कि जब बात यादव नेताओं को प्रमोट करने की आती है, तो लालू यादव अपने परिवार के सदस्यों को ही प्राथमिकता देंगे। इस संदेश के जरिए अपर्णा यादव ने यह संकेत दिया है कि आरजेडी के अंदर केवल लालू परिवार के सदस्यों को ही प्रमुख पदों पर बढ़ावा मिलता है, जबकि अन्य यादव नेताओं को उपेक्षित किया जाता है। यह पोस्टर वार बिहार की राजनीति में एक नया विवाद उत्पन्न कर सकता है, और यह देखने योग्य होगा कि इसका क्या असर होता है।

Prashant Kishor Politics: लालू यादव पर हमला; जन सुराज की पोस्टर वार में परिवारवाद का आरोप |
Prashant Kishor Politics: लालू यादव पर हमला; जन सुराज की पोस्टर वार में परिवारवाद का आरोप |

Prashant Kishor Politics: इस पोस्टर का कई दृष्टिकोण से विश्लेषण किया जा रहा है। इसे प्रशांत किशोर और जन सुराज की रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें अपर्णा यादव को प्रमुखता दी गई है। यह प्रयास इस बात को उजागर करने की कोशिश है कि यादव जाति से आने वाले नेता भी अब जन सुराज के साथ जुड़ रहे हैं। पोस्टर के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि जन सुराज में यादव समाज को उचित सम्मान मिल रहा है, और अब यादवों की राजनीतिक पहचान केवल आरजेडी तक सीमित नहीं रह गई है।

Prashant Kishor Politics: इस कदम से यह भी स्पष्ट होता है कि जन सुराज ने यादव समाज को अपनी पार्टी में समाहित किया है और उन्हें एक प्रमुख स्थान दिया है। इस प्रकार, पोस्टर यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि यादव जाति के लोग अब केवल आरजेडी नहीं बल्कि जन सुराज में भी अपना राजनीतिक भविष्य देख सकते हैं। यह रणनीति यादव वोटबैंक को मजबूत करने और जन सुराज की पहुंच को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।

बिहार चुनाव में उतरेंगे प्रशांत किशोर 

Prashant Kishor Politics: प्रशांत किशोर बिहार में लगातार सक्रिय हैं और गांव-गांव जाकर लोगों से राज्य की समस्याओं और बदहाली पर चर्चा कर रहे हैं। वे विभिन्न राजनीतिक पार्टियों पर हमला बोलते हुए अपनी आलोचनात्मक आवाज उठा रहे हैं। किशोर का दावा है कि अगर उन्हें एक मौका मिला, तो वे बिहार को देश के सबसे उन्नत और बेहतर राज्यों में से एक बना देंगे।

Prashant Kishor Politics: इस साल 2 अक्टूबर को, प्रशांत किशोर अपनी नई पार्टी की औपचारिक घोषणा करने वाले हैं। उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि उनकी पार्टी, जन सुराज, बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। यह कदम किशोर की चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वे राज्य के हर कोने में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और एक मजबूत राजनीतिक दल के रूप में उभरने की योजना बना रहे हैं। इस तरह की गतिविधियों से उनका उद्देश्य बिहार की राजनीति में एक नई दिशा और ऊर्जा लाना है, जो उन्हें अपने अभियान में महत्वपूर्ण लाभ दे सकता है।

इससे भी पढ़े :-

मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा; 5 बिंदुओं में जानें क्यों इजरायल और हिज़्बुल्लाह में हुआ टकराव, दुनिया पर क्या हो सकते हैं इसके असर?

दूसरे वीकेंड पर ‘खेल खेल में’ की कमाई में तेजी, ‘वेदा’ हुई फ्लॉप! देखें ताजे कलेक्शन |

मायावती का कांग्रेस के ‘संविधान सम्मान समारोह’ पर पलटवार; ‘दोगली सोच और चाल से रहें सतर्क’

Exit mobile version
Skip to toolbar