New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |

New Political Party: पीके ने 2025 के चुनावों की रणनीति बनाई, दो अक्टूबर को पटना में देंगे हुंकार |

New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |
New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |

New Political Party: प्रशांत किशोर ने 2025 के चुनाव के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। वे दो अक्टूबर को पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने जा रहे हैं। यह कार्यक्रम दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित होगा, जिसमें किशोर अपनी पार्टी की रूपरेखा पेश करेंगे। इस अवसर पर वे बिहार की जनता के सामने अपने विचारों और लक्ष्यों को साझा करेंगे, जिससे यह स्पष्ट होगा कि वे राज्य में किस तरह का परिवर्तन लाना चाहते हैं। यह कार्यक्रम बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है।

New Political Party: जन सुराज अभियान का दल बनने की तैयारी

New Political Party: ‘जन सुराज अभियान’ अब एक राजनीतिक दल के रूप में आकार लेने जा रहा है। पिछले कुछ समय से इसकी तैयारियों में तेजी लाई गई है, जिसमें पटना के ज्ञान भवन में कई बैठकें आयोजित की गई हैं। इस दौरान पार्टी के गठन से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, और आगे भी कुछ और बैठकें होने की संभावना है। प्रशांत किशोर, जो इस अभियान के मुख्य रणनीतिकार हैं, 2 अक्टूबर को पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में एक भव्य कार्यक्रम के जरिए इस नए दल की घोषणा करेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रशांत किशोर अपनी विचारधारा और पार्टी की दिशा को स्पष्ट करेंगे।

New Political Party: मंगलवार, 24 सितंबर को जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, 2 मई 2022 से शुरू हुआ जन सुराज अभियान अब राजनीतिक दल के रूप में अपनी पहचान बनाने जा रहा है। इस दौरान प्रशांत किशोर ने लगभग 5000 किलोमीटर की पदयात्रा की और पूरे बिहार में जनसंपर्क किया। इस व्यापक संपर्क के बाद, सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के लिए इस अभियान को दल के रूप में आगे बढ़ाना आवश्यक है।

यह कार्यक्रम बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लाने का संकेत दे रहा है, और प्रशांत किशोर की कोशिश है कि वे बिहार की जनता के लिए एक प्रभावशाली विकल्प प्रस्तुत करें। जन सुराज अभियान का यह नया चरण आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

New Political Party: बिहार में जन सुराज दल का गठन: एक नई राजनीतिक पहल

New Political Party: पार्टी के गठन को लेकर स्पष्ट किया गया है कि “स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, ज्ञान की भूमि और लोकतंत्र की जननी के रूप में प्रसिद्ध बिहार के लाखों लोग एक साथ मिलकर ऐसा दल बनाने जा रहे हैं जो किसी व्यक्ति, जाति, वर्ग या परिवार के इर्द-गिर्द नहीं होगा। यह दल बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के सपने को साकार करने के लिए संकल्पित लोगों का होगा।” यह बयान इस नए राजनीतिक पहल के महत्व को उजागर करता है, जिसमें बिहार की जनता को शामिल किया गया है। कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए पूरे बिहार से लोगों को आमंत्रित किया गया है, जो इस सामूहिक प्रयास के एक महत्वपूर्ण पड़ाव का हिस्सा बनना चाहते हैं।

New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |
New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |

New Political Party: जन सुराज पार्टी का आधिकारिक गठन 2 अक्टूबर को होने जा रहा है, हालांकि इस पार्टी की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी। प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि जन सुराज पार्टी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पिछले दिनों से पार्टी का संविधान भी तैयार किया जा रहा है, जिसमें लोगों के लिए कई बड़े वादे किए गए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशांत किशोर के इन वादों का वास्तविकता में कितना प्रभाव पड़ता है और उनकी योजनाएं कितनी सफल होती हैं। इस नए दल के गठन से बिहार की राजनीतिक परिदृश्य में एक नई हलचल देखने को मिल सकती है, जो बिहार के विकास और बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

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New Political Party: जन सुराज के संविधान में क्या-क्या है?

1.जन सुराज नामक दल, जो राष्ट्रीय स्तर की पार्टी के रूप में स्थापित होगा, रजिस्ट्रेशन चुनाव आयोग में हो चुका है। मार्च में चुनाव आयोग ने इस दल को सेब का प्रतीक (सिंबल) प्रदान किया था। हालांकि, अब इस सिंबल को लेकर नए सिरे से विचार-विमर्श किया जा रहा है। पार्टी के गठन की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है, और इसके तहत नए प्रतीक के चयन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जन सुराज पार्टी का उद्देश्य बिहार और राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाना है।

2. इस राष्ट्रीय स्तर की पार्टी में एक अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी, जो दल के नेतृत्व का कार्यभार संभालेगा। अध्यक्ष के बाद संगठन महासचिव का पद स्थापित किया गया है। इसके साथ ही, दल में उपाध्यक्ष और सचिव के पद भी होंगे। पार्टी की केंद्रीय कमेटी को सबसे शक्तिशाली माना जाएगा, जिसमें 19 से 21 सदस्य शामिल होंगे। यह संरचना पार्टी के भीतर निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत बनाने और संगठन को प्रभावी ढंग से संचालित करने में मदद करेगी। इस प्रकार, जन सुराज पार्टी एक मजबूत और संगठित रूप में अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर होगी।

3. सेंट्रल कमेटी दल के सभी महत्वपूर्ण फैसलों को लेगी, जिससे संगठन की दिशा और नीति को निर्धारित किया जा सके। चर्चा है कि प्रशांत किशोर भी इस कमेटी के सदस्य बन सकते हैं। कमेटी के गठन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विभिन्न वर्गों की भागीदारी हो, ताकि सभी समुदायों की आवाज को सुना जा सके। इसके लिए आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे पार्टी में समावेशिता और विविधता बनी रहे। यह रणनीति जन सुराज पार्टी को एक मजबूत आधार प्रदान करेगी और इसके निर्णयों में सामूहिकता को प्रोत्साहित करेगी।

4. पार्टी ने अपने संविधान में विधायकी के टिकट के लिए न्यूनतम अर्हता निर्धारित की है। सूत्रों के अनुसार, अब केवल 10वीं पास व्यक्ति ही इस पद के लिए दावेदारी कर सकता है। पहले पार्टी 12वीं कक्षा की योग्यता रख रही थी, लेकिन कुछ सदस्यों का यह मानना था कि इससे दलित और वंचित वर्ग के लोग राजनीति में भाग नहीं ले पाएंगे। इस बदलाव का उद्देश्य सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान करना और राजनीतिक प्रक्रिया में समावेशिता को बढ़ावा देना है। यह कदम पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह सभी की आवाज को महत्व देती है।

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5. जन सुराज के संविधान में ‘राइट टू रिकॉल’ की व्यवस्था शामिल की गई है। इसके अंतर्गत, यदि कोई प्रतिनिधि अपने वादों को पूरा नहीं कर पाता, तो उसे अपना पद छोड़ना होगा। यह प्रावधान अन्ना आंदोलन के दौरान चर्चा का विषय बना था, लेकिन तब किसी भी पार्टी ने इसे लागू नहीं किया। जन सुराज का यह कदम राजनीतिक जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह व्यवस्था जनहित को प्राथमिकता देने और जनता की अपेक्षाओं के प्रति संवेदनशील रहने का संकल्प व्यक्त करती है, जिससे लोकतंत्र को मजबूत बनाने की कोशिश की जा रही है।

6. जिला और ब्लॉक स्तर पर संगठन की शक्ति को दो भागों में विभाजित किया गया है। एक मुख्य संगठन होगा, जबकि दूसरा भाग अभियान समिति के रूप में कार्य करेगा। अभियान समिति विभिन्न मुद्दों पर जनता के बीच जाएगी और लोगों से संवाद स्थापित करेगी। यह समिति स्थानीय समस्याओं को उजागर करने और समाधान के लिए जन जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी। दूसरी ओर, मुख्य संगठन फीडबैक और अन्य आवश्यक कार्यों की देखरेख करेगा, ताकि सही समय पर निर्णय लिए जा सकें। इस संरचना के माध्यम से संगठन स्थानीय स्तर पर अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बन सकेगा।

New Political Party
New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |

7. जन सुराज के संविधान में फ्रंटल संगठन का उल्लेख किया गया है। वर्तमान में तीन फ्रंटल संगठन स्थापित किए जाएंगे: महिला, युवा और किसान। ये संगठन पार्टी के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और संबंधित वर्गों की आवाज को सशक्त बनाएंगे। महिला संगठन महिलाओं के अधिकारों और मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा, युवा संगठन युवा शक्ति को संगठित करेगा, और किसान संगठन कृषि से संबंधित मुद्दों पर काम करेगा। भविष्य में पार्टी इन फ्रंटल संगठनों की संख्या बढ़ाने की योजना भी बना सकती है, जिससे और अधिक वर्गों को राजनीतिक मंच पर शामिल किया जा सके।

New Political Party: 2 अक्तूबर को पटना में जन सुराज के नाम का आधिकारिक ऐलान किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण मीटिंग में पार्टी के अध्यक्ष के नाम की भी घोषणा की जाएगी। जन सुराज में अध्यक्ष की पहली कुर्सी दलित समुदाय के राजनेता को दी जाएगी। हालांकि, अध्यक्ष के लिए तीन दावेदार रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन अभी तक किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई है। पार्टी की योजना है कि दूसरे साल में अध्यक्ष की कुर्सी अति पिछड़ा वर्ग को सौंपी जाएगी, जबकि तीसरे साल यह कुर्सी मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि को मिलेगी। चौथे साल में पिछड़े समुदाय के लिए अध्यक्ष का पद निर्धारित किया गया है, और पांचवें साल में सवर्ण समुदाय के राजनेता इस पद पर आसीन होंगे।

New Political Party: जन सुराज ने स्थापना के बाद से एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। बिहार की कुल जनसंख्या लगभग 12 करोड़ है, जिसमें चुनाव आयोग के अनुसार 7 करोड़ 64 लाख 33 हजार 329 मतदाता शामिल हैं। इनमें 4 करोड़ 29 लाख पुरुष और 3 करोड़ 64 लाख महिलाएं हैं। यह पार्टी की योजना विभिन्न समुदायों को समावेशित करने और लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |
New Political Party: प्रशांत किशोर की नई पार्टी, ‘ताकत’ दिखाने की तैयारी में |

New Political Party: जन सुराज पार्टी सबसे पहले बिहार में विधानसभा उपचुनाव के जरिए चुनावी मैदान में उतरेगी। इस समय बिहार में चार सीटें रिक्त हैं, जिन पर इस साल के अंत में उपचुनाव प्रस्तावित हैं। प्रशांत किशोर ने हाल ही में इसकी आधिकारिक घोषणा की थी। उपचुनाव की चार सीटों में कैमूर की रामगढ़, गया की ईमामगंज और बेलागंज, तथा भोजपुर की तरारी सीट शामिल हैं।

New Political Party: सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर इस उपचुनाव के माध्यम से सियासत का लिटमस टेस्ट करना चाहते हैं। यह चुनौती इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि साल 2000 के बाद से बिहार में गठित किसी भी दल ने स्थायी रूप से अपनी पहचान नहीं बनाई है। ऐसे में प्रशांत के लिए यह एक बड़ा अवसर है।प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसमें अक्तूबर 2025 में 243 सीटों पर मतदान प्रस्तावित है। जन सुराज पार्टी का यह पहला कदम न केवल राजनीतिक प्रभाव को दिखाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह बिहार की राजनीतिक परिदृश्य में नए बदलाव की संभावनाओं को भी उजागर करता है।

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