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Mamata Banerjee Claim: प्रधानमंत्री बनने की इच्छा, ममता बनर्जी पर BJP का तीखा जवाब |

Mamata Banerjee Claim: ममता बनर्जी के दावे पर बीजेपी का पलटवार; फैक्ट चेक में झूठी साबित |

Mamata Banerjee Claim: प्रधानमंत्री बनने की इच्छा, ममता बनर्जी पर BJP का तीखा जवाब |
Mamata Banerjee Claim: प्रधानमंत्री बनने की इच्छा, ममता बनर्जी पर BJP का तीखा जवाब |

Mamata Banerjee Claim: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार, 27 जुलाई को नीति आयोग की बैठक से बीच में ही उठकर चली गईं। उनका कहना था कि उन्हें बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया गया, इसलिए विरोध स्वरूप उन्होंने बैठक से बाहर जाने का निर्णय लिया। ममता बनर्जी के इस कदम पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखा पलटवार किया है। बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा के चलते इस प्रकार का नाटक कर रही हैं।

चटर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी का यह कदम केवल राजनीतिक ड्रामा है, जिससे वह अपने समर्थकों को दिखाना चाहती हैं कि वह केंद्र सरकार के खिलाफ खड़ी हैं। ममता बनर्जी के इस कदम पर राजनीति गरमाने के आसार हैं, और इसके चलते विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी ने ममता बनर्जी के आरोपों को निराधार बताते हुए उनकी आलोचना की है और कहा है कि यह उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा का हिस्सा है। इस विवाद ने देश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है और इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ममता बनर्जी झूठ बोल रही हैं। पीआईबी फैक्ट चेक ने इसकी पुष्टि की है। उन्हें प्रधानमंत्री और बड़ा नेता बनना है, इसलिए वह यह ड्रामा कर रही हैं। टीएमसी की राजनीति ड्रामों से भरी हुई है। ममता दीदी की कोई इच्छा नहीं है कि वह पश्चिम बंगाल का भला करें। इसलिए, मीटिंग से पहले ही वह निकल आईं।” चटर्जी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का यह कदम केवल लोगों को गुमराह करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते वे इस तरह के नाटक कर रही हैं।

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी का व्यवहार केवल उनके व्यक्तिगत लाभ के लिए है और इससे राज्य की जनता का कोई भला नहीं होने वाला है। चटर्जी ने यह भी कहा कि टीएमसी की राजनीति में पारदर्शिता की कमी है और इस तरह के ड्रामे केवल जनता का ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे हैं। बीजेपी ने ममता बनर्जी को चुनौती दी कि वे जनता के सामने सच्चाई पेश करें और राज्य के विकास के लिए सकारात्मक कदम उठाएं। इस बयानबाजी से राजनीतिक माहौल गरमा गया है और आने वाले दिनों में इसकी प्रतिक्रिया देखी जा सकती है।

निर्मला सीतारमण ने क्या कहा?

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी के अन्य नेताओं ने इसे पूर्व नियोजित कदम बताया, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हर मुख्यमंत्री को बोलने के लिए उचित समय दिया गया था। सीतारमण ने ममता बनर्जी पर झूठ पर आधारित कहानी गढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका यह कदम केवल जनता को गुमराह करने के लिए था। बीजेपी नेताओं का कहना है कि ममता बनर्जी का यह व्यवहार उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का हिस्सा है और इससे राज्य के विकास पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

अधीर रंजन चौधरी ने भी साधा ममता बनर्जी पर निशाना

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी के अलावा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी झूठ बोल रही हैं। अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो कुछ कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता बनर्जी जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है। उनके पास पूरी स्क्रिप्ट थी।”

Mamata Banerjee Claim: चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी यह हरकत केवल राजनीतिक ड्रामा है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जानबूझकर बैठक से बाहर आईं ताकि वह जनता के सामने केंद्र सरकार पर आरोप लगा सकें और अपनी छवि को मजबूत कर सकें। चौधरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ममता बनर्जी जैसे वरिष्ठ नेता इस तरह की राजनीति कर रहे हैं, जिससे राज्य और देश का भला नहीं हो सकता।

Mamata Banerjee Claim: प्रधानमंत्री बनने की इच्छा, ममता बनर्जी पर BJP का तीखा जवाब |
Mamata Banerjee Claim: प्रधानमंत्री बनने की इच्छा, ममता बनर्जी पर BJP का तीखा जवाब |

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी और कांग्रेस दोनों के नेताओं ने ममता बनर्जी के इस कदम को आलोचना का शिकार बनाया है, जिससे राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। ममता बनर्जी के इस कदम से राजनीति में नई हलचल मच गई है और यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में इस पर और क्या प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।

पीआईबी फैक्ट चेक में क्या निकला?

Mamata Banerjee Claim: वहीं, पीआईबी फैक्ट चेक में भी ममता बनर्जी के दावे को निराधार पाया गया। पीआईबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि यह दावा भ्रामक है और इसे खारिज किया जाता है। पीआईबी की तथ्य-जांच में स्पष्ट किया गया कि ममता बनर्जी के बोलने का समय समाप्त हो चुका था।

Mamata Banerjee Claim: पीआईबी के अनुसार, नीति आयोग की बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। ममता बनर्जी का यह दावा कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला, पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। पीआईबी ने कहा कि ममता बनर्जी के इस कदम का कोई ठोस आधार नहीं है और यह केवल राजनीतिक ड्रामा है।

Mamata Banerjee Claim: बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने भी ममता बनर्जी के इस दावे की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी के नेताओं का कहना है कि ममता बनर्जी ने जानबूझकर यह दावा किया ताकि वह केंद्र सरकार को बदनाम कर सकें और अपनी राजनीतिक छवि को बढ़ावा दे सकें।

इस मुद्दे ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया है, और विभिन्न दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। ममता बनर्जी के इस कदम से देश की राजनीति में नई हलचल मच गई है और इसके दूरगामी प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

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