Bhupendra Chaudhary ने पीएम मोदी से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव में पार्टी की विफलताओं पर चर्चा की, यूपी सरकार के गृह और सूचना विभागों का विशेष उल्लेख |
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष Bhupendra Chaudhary ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। Bhupendra Chaudhary की पीएम मोदी के साथ यह बैठक करीब सवा घंटे तक चली। इस दौरान चौधरी ने प्रधानमंत्री को यूपी की जमीनी स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजहें बताईं और कार्यकर्ताओं की स्थिति पर भी चर्चा की।
Bhupendra Chaudhary ने पीएम मोदी को संगठन की ‘चार्जशीट’ सौंपी, जिसमें कई शिकायतें शामिल थीं। इनमें यूपी सरकार के कुछ विभागों, विशेषकर गृह और सूचना विभाग, पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। चौधरी ने यह भी बताया कि कैसे कुछ मुद्दे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कार्यकर्ताओं में असंतोष पैदा कर रहे हैं। बैठक में इन समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने पर भी विचार किया गया।
इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करना और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना था। चौधरी ने पीएम मोदी से संगठन के भीतर की चुनौतियों और सुधार के संभावित उपायों पर विस्तृत चर्चा की।
पीएम मोदी के साथ बैठक में Bhupendra Chaudhary ने उत्तर प्रदेश सरकार के गृह और सूचना विभागों पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि इन दोनों विभागों की कार्यप्रणाली से संगठन और कार्यकर्ताओं को गंभीर नुकसान हो रहा है। गृह विभाग के तहत पुलिस की निरंकुश और अनियंत्रित कार्यवाहियों पर ध्यान आकर्षित किया गया, जिससे जनता और कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है।
चौधरी ने सूचना विभाग की कार्यशैली पर भी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि सूचना विभाग के तहत कुछ तत्व पार्टी नेताओं के चरित्र हनन की साजिश रच रहे हैं, जिससे पार्टी की छवि को धक्का लग रहा है। चौधरी ने यह स्पष्ट किया कि इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल संगठन की एकता को खतरे में डाल रही हैं बल्कि आगामी चुनावों में भी पार्टी के प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
Bhupendra Chaudhary ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि इन समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाए ताकि पार्टी और कार्यकर्ताओं का मनोबल बना रहे और वे प्रभावी ढंग से आगामी चुनावों की तैयारियों में जुट सकें। इस बैठक में दोनों विभागों में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने पर भी चर्चा हुई।
‘कड़े फैसले लेने की जरूरत’
पीएम मोदी के साथ बैठक में Bhupendra Chaudhary ने लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान मतदाताओं के नाम सूची से काटने और जातीय गोलबंदी जैसी साजिशें रची गईं, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। चौधरी ने स्पष्ट किया कि इन गतिविधियों ने न केवल मतदाताओं के बीच असंतोष पैदा किया, बल्कि पार्टी की छवि को भी धूमिल किया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश में कड़े फैसले लेने की सख्त जरूरत है। चौधरी ने पीएम मोदी को यह भी बताया कि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के मनोबल को बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि वे आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार रह सकें। उन्होंने संगठन की एकता और अनुशासन को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया।
चौधरी ने यह भी सुझाव दिया कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए आवश्यक सुधार किए जाएं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि मतदाता सूचियों में गड़बड़ी न हो और जातीय ध्रुवीकरण जैसी रणनीतियों का मुकाबला किया जा सके। बैठक में यूपी के राजनीतिक परिदृश्य को सुधारने और पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए विस्तृत रणनीति पर चर्चा की गई।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष Bhupendra Chaudhary ने पीएम मोदी को विपक्ष द्वारा फैलाए गए संविधान के भ्रम और उसके प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस भ्रम ने जनता के बीच असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है, जिसे दूर करने के लिए सरकार की कार्यप्रणाली में बदलाव की आवश्यकता है। चौधरी ने जोर देकर कहा कि 2027 के लिए कार्यकर्ताओं में नया उत्साह फूंकना जरूरी है ताकि पार्टी की स्थिति मजबूत हो सके।
बैठक में चौधरी ने यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर संगठन की रणनीति और तैयारियों की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उपचुनावों के लिए पार्टी को एक ठोस और सुव्यवस्थित योजना की जरूरत है, जिससे सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित हो सके।
चौधरी ने पीएम मोदी को यह भी बताया कि कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी की सफलता के लिए कार्यकर्ताओं की एकजुटता और उत्साह महत्वपूर्ण हैं। बैठक में संगठन को मजबूत करने और चुनावी रणनीतियों को और भी प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की गई।
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