New Pension Scheme: 2 दशकों से लागू नेशनल पेंशन स्कीम के बाद अब पेश हुई यूनिफाइड पेंशन स्कीम, जानें इसके विकल्प और लाभ |
New Pension Scheme : करीब 20 साल पहले पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) लागू की गई थी। अब इस प्रणाली के विकल्प के रूप में केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) पेश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को एक नया और बेहतर पेंशन विकल्प देने की दिशा में यह कदम उठाया है।
New Pension Scheme : यूनिफाइड पेंशन स्कीम, जो एनपीएस का विकल्प है, को हाल ही में लॉन्च किया गया है। इसका उद्देश्य उन सरकारी कर्मचारियों को लाभ पहुंचाना है जो नेशनल पेंशन स्कीम से असंतुष्ट थे। नई स्कीम के तहत पेंशनरों को अधिक लाभ और बेहतर सेवा प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी पेंशन की स्थिति में सुधार होगा।
New Pension Scheme : इस नई स्कीम की शुरुआत से सरकारी कर्मचारियों को अधिक वित्तीय सुरक्षा मिलने की उम्मीद है, और यह उनके भविष्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है। सरकार की यह पहल कर्मचारियों की पेंशन संबंधी चिंताओं को दूर करने और उनके वित्तीय स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
डिफॉल्ट नहीं, विकल्प है यूनिफाइड पेंशन स्कीम
New Pension Scheme : यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) को सरकार ने डिफॉल्ट विकल्प के रूप में नहीं प्रस्तुत किया है। लगभग 20 साल पहले, नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की जगह ली थी और तब एनपीएस को डिफॉल्ट पेंशन स्कीम के रूप में लागू किया गया था। इसके विपरीत, यूपीएस को एक विकल्प के रूप में पेश किया गया है।
New Pension Scheme : इसका मतलब यह है कि सरकारी कर्मचारियों को अब एनपीएस और यूपीएस के बीच चयन करने की स्वतंत्रता प्राप्त होगी। वे अपनी पसंद के अनुसार इनमें से किसी एक योजना का चयन कर सकते हैं। इस पहल से कर्मचारियों को अपनी पेंशन योजना की उपयुक्तता के आधार पर निर्णय लेने की सुविधा मिलेगी, जिससे उनके व्यक्तिगत वित्तीय जरूरतों और भविष्य की योजनाओं के अनुसार बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
सरकार की यह नई योजना कर्मचारियों को पेंशन से संबंधित विकल्पों में अधिक स्वतंत्रता और संतुलित निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे उनकी वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
लोकसभा चुनाव में तेज हुई थी बहस
New Pension Scheme : यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) की शुरुआत की ज़रूरत ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) और नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) के बीच लंबे समय से चल रही बहस के कारण महसूस की गई। सरकारी कर्मचारियों के एक हिस्से ने पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने की मांग की थी। इस मुद्दे ने राजनीतिक दलों को भी आकर्षित किया और कई चुनावी मंचों पर पेंशन विवाद को प्रमुख मुद्दा बनाया गया, जिसका असर हाल के लोकसभा चुनाव में भी दिखाई दिया।
New Pension Scheme : इस बहस के बीच, कई राज्य सरकारों ने एनपीएस से किनारा कर लिया और ओपीएस को पुनः लागू कर दिया। यह बदलाव सरकारी कर्मचारियों के बीच बढ़ती असंतोष की प्रतिक्रिया थी, जो पुरानी पेंशन योजना की वापसी चाहते थे। यूपीएस की पेशकश इस पृष्ठभूमि में एक समाधान के रूप में आई है, जो कर्मचारियों को पेंशन योजनाओं के बीच बेहतर विकल्प और संतुलन प्रदान करती है। सरकार की यह नई योजना कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, और इससे पेंशन की नीति में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन की गारंटी
New Pension Scheme : ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) और एनपीएस (नेशनल पेंशन स्कीम) की पुरानी बहस में अब यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) भी जुड़ गई है। इन तीनों योजनाओं की तुलना से पहले, यूपीएस के फायदों को समझना जरूरी है।
New Pension Scheme : यूपीएस के तहत, सरकारी कर्मचारियों को कम से कम 25 साल की सेवा के बाद बेसिक सैलरी का आधा हिस्सा पेंशन के रूप में सुनिश्चित किया जाएगा। पेंशन का कैलकुलेशन रिटायरमेंट के अंतिम 12 महीनों की बेसिक औसत सैलरी के आधार पर किया जाएगा। यदि किसी कर्मचारी ने 10 से 25 साल की सेवा की है, तो पेंशन का कैलकुलेशन प्रोपोर्शनल आधार पर होगा।
New Pension Scheme : 10 साल से अधिक की सेवा वाले कर्मचारियों को इस स्कीम के तहत न्यूनतम 10 हजार रुपये की मासिक पेंशन की गारंटी प्राप्त होगी। इसके अलावा, यूपीएस में फैमिली पेंशन की भी सुविधा है, जिसमें पेंशनर की मृत्यु के बाद परिवार को मिलने वाली पेंशन, पेंशनर की वर्तमान पेंशन का 60 फीसदी होगा।
New Pension Scheme : यूपीएस की यह विशेषताएँ कर्मचारियों को बेहतर वित्तीय सुरक्षा और एक स्थिर भविष्य प्रदान करने का आश्वासन देती हैं। नई स्कीम की यह पहल ओपीएस और एनपीएस के बीच की खाई को पाटने में मददगार साबित हो सकती है, और पेंशन व्यवस्था को अधिक संतुलित और लाभकारी बनाने में सहायक हो सकती है।
ग्रेच्युटी के साथ में मिलेगा एकमुश्त भुगतान
New Pension Scheme : यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) का सारांश ‘एश्योर्ड पेंशन, मिनिमम पेंशन, और एश्योर्ड फैमिली पेंशन’ में निहित है। इस स्कीम में सरकार ने ग्रेच्युटी के साथ-साथ लम्प-सम पेमेंट की सुविधा भी प्रदान की है। लम्प-सम पेमेंट का कैलकुलेशन नौकरी के हर 6 महीने के आधार पर किया जाएगा।
New Pension Scheme : इस पेमेंट का आंकलन मंथली वेतन के 10 फीसदी और डीए (डियरनेस अलाउंस) के आधार पर होगा। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई व्यक्ति 10 साल तक सेवा करता है, तो उसे 20 छमाही के हिसाब से एकमुश्त भुगतान प्राप्त होगा। इसका गणना विधि में, मंथली वेतन का 10 फीसदी और डीए को जोड़कर इसे 20 से गुणा किया जाएगा।
New Pension Scheme : यह नई स्कीम कर्मचारियों को सुनिश्चित पेंशन, न्यूनतम पेंशन, और परिवार के लिए सुनिश्चित पेंशन की सुविधा प्रदान करती है, जिससे उनकी वित्तीय सुरक्षा और भविष्य के लिए एक ठोस आधार मिलता है। यूपीएस का उद्देश्य कर्मचारियों को एक स्थिर और भरोसेमंद पेंशन योजना प्रदान करना है, जो उनकी सेवा अवधि के दौरान प्राप्त वेतन और भत्तों के आधार पर समग्र लाभ सुनिश्चित करती है।
ओपीएस और एनपीएस का मिश्रण है यूपीएस
New Pension Scheme : यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) को लागू करते हुए सरकार ने नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के बीच एक तरह से सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया है। ओपीएस के तहत, रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों को उनकी अंतिम सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा पेंशन के रूप में प्राप्त होता था। यूपीएस भी इसी प्रकार की गारंटी प्रदान करता है, जिससे कर्मचारियों को एक स्थिर और भरोसेमंद पेंशन मिलती है।
New Pension Scheme : इसके विपरीत, एनपीएस में पेंशन की राशि कंट्रीब्यूशन के आधार पर निर्धारित होती है, और इसमें कोई निश्चित पेंशन गारंटी नहीं होती। एनपीएस के तहत, कर्मचारी अपने योगदान के आधार पर पेंशन की राशि की गणना की जाती है, जो भविष्य में उनकी वित्तीय सुरक्षा पर प्रभाव डाल सकती है।
New Pension Scheme : यूपीएस में ग्रेच्युटी का प्रावधान भी जारी रखा गया है, जो एक सकारात्मक पहल है। पुरानी पेंशन योजना में जीपीएफ (जनरल प्रोविडेंट फंड) का प्रावधान था, जिसके तहत रिटायरमेंट के समय एकमुश्त भुगतान मिलता था। यूपीएस में भी इसी तरह की व्यवस्था की गई है, जिससे कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता मिलती है।
New Pension Scheme : एनपीएस में, कर्मचारी अपने योगदान के हिस्से में से अधिकतम 60 फीसदी फंड को एकमुश्त निकाल सकते हैं, जबकि बाकी 40 फीसदी फंड को एन्युटी खरीदने के लिए उपयोग किया जाता है, जो मंथली पेंशन प्रदान करता है। इस व्यवस्था के अंतर्गत, कर्मचारियों को एक स्थिर पेंशन प्राप्त होती है, लेकिन यह सुविधा पूरी तरह से यूपीएस की तरह गारंटी नहीं होती।
इस प्रकार, यूपीएस ने ओपीएस और एनपीएस की सुविधाओं को संतुलित करने का प्रयास किया है, जिससे सरकारी कर्मचारियों को बेहतर पेंशन और वित्तीय सुरक्षा की गारंटी मिल सके। यह नई स्कीम कर्मचारियों को पेंशन के क्षेत्र में एक स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे उनकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को सुरक्षित बनाया जा सके।
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