Budget03 2024 : महंगाई नियंत्रण, सेवा निर्यात में दोगुना वृद्धि, और भारत की वैश्विक भूमिका में सुधार !
Budget03 2024 : के तहत पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। महंगाई और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए उठाए गए कदम प्रभावी रहे हैं। “भारत ब्रांड” के तहत जरूरतमंद लोगों को खाद्य पदार्थों की बिक्री को बढ़ावा दिया गया है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। वैश्विक कमॉडिटी की कीमतों में गिरावट ने भारत की मुद्रास्फीति के लिए सकारात्मक संकेत प्रदान किए हैं।
Budget03 2024 : इसके अतिरिक्त, भारत का सेवा निर्यात पिछले 9 वर्षों में दोगुना हो गया है, जो वैश्विक मांग और उच्च गुणवत्ता की सेवाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। ‘चाइना प्लस वन’ रणनीति से भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ हुआ है, जिससे भारत ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही, चीन के मुकाबले भारत से अमेरिका को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्यात बढ़ा है, जो भारतीय उद्योग की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
Budget03 2024: आर्थिक सर्वेक्षण के प्रमुख बिंदु:
- महंगाई और मुद्रास्फीति की स्थिति:
- महंगाई और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण कायम है।
- सरकार की नीतियों और उपायों से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) स्थिर रहने में मदद मिली है।
- मुद्रा और मूल्य नियंत्रण की दिशा में उठाए गए कदम प्रभावी रहे हैं।
- भारत ब्रांड के तहत खाद्य पदार्थों की बिक्री:
- भारत ने “भारत ब्रांड” के तहत खाद्य पदार्थों की बिक्री को बढ़ावा दिया है।
- जरूरतमंद लोगों के लिए सब्सिडी और सस्ती दरों पर खाद्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
- इस पहल से स्थानीय किसानों और उत्पादकों को भी लाभ हुआ है।
- वैश्विक कमॉडिटी की कीमतों में गिरावट:
- वैश्विक कमॉडिटी की कीमतों में गिरावट भारत की मुद्रास्फीति के लिए सकारात्मक संकेत रही है।
- कच्चे माल और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी से घरेलू स्तर पर भी महंगाई में कमी आई है।
- यह भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करने में सहायक रहा है।
- भारत का सेवा निर्यात दोगुना हुआ:
- भारत का सेवा निर्यात पिछले 9 वर्षों में दोगुना हो गया है।
- इस वृद्धि का श्रेय उच्च गुणवत्ता की सेवाओं और वैश्विक मांग में वृद्धि को दिया जा सकता है।
- आईटी, बैक ऑफिस सेवाओं, और प्रोफेशनल सेवाओं में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है।
- चाइना प्लस वन स्ट्रैटिजी से लाभ:
- ‘चाइना प्लस वन’ रणनीति के तहत, वैश्विक कंपनियों ने भारत को अपने आपूर्तिकर्ता नेटवर्क में शामिल किया है।
- इस रणनीति से भारत की निर्माण और निर्यात क्षमताओं में वृद्धि हुई है।
- भारत को विदेशी निवेश और व्यापारिक अवसरों में लाभ हुआ है।
- चीन की जगह भारत से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का एक्सपोर्ट:
- चीन के मुकाबले, भारत से अमेरिका को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्यात बढ़ा है।
- यह बदलाव भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के विकास और वैश्विक सप्लाई चेन में बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
- भारतीय कंपनियों ने गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी कीमतों के साथ वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाई है।
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सारांश:
Budget03 2024 की आर्थिक समीक्षा में महंगाई और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण, भारत के सेवा निर्यात की उल्लेखनीय वृद्धि, और वैश्विक कमॉडिटी की कीमतों में गिरावट पर ध्यान केंद्रित किया गया है। भारत ने खाद्य पदार्थों की बिक्री को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपनी भूमिका को सशक्त किया है। ‘चाइना प्लस वन’ रणनीति और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्यात में वृद्धि से भारतीय अर्थव्यवस्था को सकारात्मक लाभ हुआ है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत और स्थिर नजर आती है, जो भविष्य में और भी विकास की संभावनाओं को खोलती है।
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