25th Anniversary of Kargil victory: करगिल वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि के बाद प्रधानमंत्री मोदी का बयान;पाकिस्तान ने नहीं सीखा इतिहास से सबक |
25th Anniversary of Kargil victory पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को द्रास में वॉर मेमोरियल पहुंचे। वहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लिए दिया गया बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता, वह सदा अमर रहता है।
25th Anniversary of Kargil victory पर प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में मां भारती के वीर सपूतों के बलिदान को नमन किया। उन्होंने कहा कि करगिल के वीरों ने अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन करते हुए दुश्मनों को मात दी और हमारे देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा की। मोदी ने कहा कि शहीदों का बलिदान हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है और हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।
प्रधानमंत्री के इस दौरे ने देशभर में देशभक्ति और राष्ट्रीय गर्व की भावना को और भी प्रबल कर दिया है। शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों के प्रति सम्मान प्रकट कर प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की सुरक्षा में उनके योगदान को सर्वोच्च मान्यता दी।
25th Anniversary of Kargil victory: 26 जुलाई, 2024 की सुबह करीब साढ़े नौ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करगिल युद्ध स्मारक का दौरा किया और बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। द्रास पहुंचने से पहले, पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था, “26 जुलाई हर भारतीय के लिए एक खास दिन है।”
25th Anniversary of Kargil victory: इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और असाधारण वीरता को श्रद्धांजलि देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। राष्ट्रपति ने कहा कि यह दिन हमें उन बहादुर जवानों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
25th Anniversary of Kargil victory: प्रधानमंत्री के इस दौरे और राष्ट्रपति के संदेश ने देशभर में राष्ट्रभक्ति और गर्व की भावना को और मजबूत किया। करगिल विजय दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारे जवानों ने अपने साहस और पराक्रम से देश की सीमाओं की रक्षा की और हमें सुरक्षित रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिन उनके बलिदान और उनकी वीरता को सम्मानित करने का अवसर है।
25th Anniversary of Kargil victory: करगिल युद्ध हर भारतीय के दिल में देश की जीत की गौरवशाली यादें ताज़ा करता है। यह उन वीर सैनिकों के बलिदान का सम्मान करता है जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की। विजय दिवस 1999 में करगिल युद्ध में भारतीय सेना की अद्वितीय विजय के स्मरण में मनाया जाता है। यह दिन हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है और हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी और दृढ़ता का प्रतीक है।
25th Anniversary of Kargil victory: मई 1999 में, पाकिस्तानी सेना ने भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य के करगिल जिले के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। इस अतिक्रमण का जवाब देते हुए, भारतीय सेना ने साहस और रणनीति का परिचय देते हुए उन इलाकों को वापस हासिल करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने असाधारण वीरता और साहस का प्रदर्शन किया।
25th Anniversary of Kargil victory: 26 जुलाई 1999 को, भारतीय सेना ने करगिल की महत्वपूर्ण चोटियों पर फिर से कब्जा कर लिया, जिससे पाकिस्तानी सेना को हार माननी पड़ी और अंततः उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा। इस महत्वपूर्ण जीत ने न केवल भारतीय सेना की सामरिक कुशलता को साबित किया, बल्कि देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा भी की।
25th Anniversary of Kargil victory: करगिल विजय दिवस हर साल हमारे सैनिकों के उस महान बलिदान की याद दिलाता है जो उन्होंने हमारे देश की सुरक्षा के लिए दिया। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने वीर जवानों की कुर्बानियों को हमेशा याद रखें और देश की सेवा में समर्पित रहें। यह सिर्फ एक युद्ध की जीत नहीं, बल्कि देशभक्ति, बलिदान और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है।
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