- Jan Aarogya Yojana: पटना के ज्ञान भवन में रविवार को हुआ कार्यक्रम, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने साझा की महत्वपूर्ण बातें |
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Jan Aarogya Yojana: पटना के ज्ञान भवन में रविवार को हुआ कार्यक्रम, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने साझा की महत्वपूर्ण बातें |
आयुष्मान दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार (22 सितंबर) को मुख्यमंत्री Jan Aarogya Yojana का शुभारंभ किया गया। इस योजना का उद्देश्य बिहार के 58 लाख राशन कार्डधारकों को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना है। बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन पटना के ज्ञान भवन में किया गया, जो आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री Jan Aarogya Yojana के छह वर्षों के सफल कार्यान्वयन का जश्न मनाने के लिए था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में अब तक 1,624 करोड़ रुपये की राशि गरीब परिवारों के मुफ्त इलाज के लिए प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना के माध्यम से 13 लाख 22 हजार लोगों का इलाज किया जा चुका है, जो स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में कुल 1.79 करोड़ राशन कार्डधारी परिवार इस योजना के तहत लाभ लेने के योग्य हैं। इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने और गरीब परिवारों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार, मुख्यमंत्री Jan Aarogya Yojana बिहार में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने में एक मील का पत्थर साबित होगी।
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‘आयुष्मान कार्ड बनाने देश में तीसरे नंबर पर बिहार’
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने घोषणा की कि मुख्यमंत्री Jan Aarogya Yojana के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लगभग 50 लाख लाभार्थियों के कार्ड बनाने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 1 करोड़ 21 लाख परिवारों के लगभग 3 करोड़ 60 लाख पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड तैयार किया जा चुका है। इस संदर्भ में, बिहार कार्ड बनाने में देश में तीसरे स्थान पर है।
मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि 2024 में रिकॉर्ड 2.50 करोड़ आयुष्मान कार्ड का निर्माण हुआ, जो स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने में मदद करेगा। बिहार में कार्ड बनाने के लिए लगभग 8.50 करोड़ पात्र लाभार्थियों की संख्या है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि योजना का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार भी लाना है। यह कदम निश्चित रूप से राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा, “आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री Jan Aarogya Yojana (एबी- पीएमजेएवाई) के तहत लाभार्थी परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री Jan Aarogya Yojana के माध्यम से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के उन सभी लाभार्थियों को भी जो एबी- पीएमजेएवाई में शामिल नहीं हैं, स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है।
इन लाभार्थियों को देशभर के एबी- पीएमजेएवाई से सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस व्यवस्था के तहत प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुरक्षा प्राप्त होती है। यह व्यवस्था स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता को बढ़ाने के साथ ही गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने में मददगार साबित हो रही है। इस प्रकार, मुख्यमंत्री Jan Aarogya Yojana न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने का कार्य कर रही है, बल्कि इसे व्यापक रूप से फैलाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल राज्य के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक होगी।
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जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
इस अवसर पर आयुष्मान कार्ड निर्माण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों के जिला अधिकारियों, जिला क्रियान्वयन इकाइयों, अस्पतालों और सिविल सर्जन आदि को सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पुरस्कार उन अधिकारियों के प्रयासों को सराहने का एक तरीका है, जिन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मंत्री ने आयुष्मान जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सभी प्रमंडलों में रवाना किया। यह रथ लोगों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं और योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करेगा। इसके अलावा, उन्होंने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री Jan Aarogya Yojana और बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की अब तक की यात्रा पर आधारित एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और उसका भ्रमण भी किया।
यह प्रदर्शनी योजना की उपलब्धियों और लाभार्थियों के अनुभवों को प्रदर्शित करती है, जो लोगों को इस योजना के महत्व को समझने में मदद करेगी। इस प्रकार, यह कार्यक्रम न केवल सम्मानित करने का अवसर था, बल्कि जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच भी था।
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