Site icon Daily Print News

Jammu Kashmir: शपथ ग्रहण के बाद चार दिन में चार आतंकी हमले, पीएम मोदी ने NSA और गृह मंत्री से की बात, बोले- अब पूरी…!

Jammu Kashmir: पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हालातों पर एलजी मनोज सिन्हा से बात की, गृह मंत्री से चर्चा हुई।

Jammu Kashmir: शपथ ग्रहण के बाद चार दिन में चार आतंकी हमले, पीएम मोदी ने NSA और गृह मंत्री से की बात, बोले- अब पूरी…!

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में सिलसिलेवार आतंकी हमले हो रहे हैं। आतंकवादियों ने पिछले चार दिनों में रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर हमले किए हैं, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों और एक सीआरपीएफ (CRPF) जवान की मौत हुई। इन हमलों में सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल भी हुए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर के हालातों की समीक्षा की। उन्होंने इस घटना के पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें सांत्वना दी कि सरकार उनके लिए सभी संभावनाओं की जांच करेगी और दोषियों को सख्त सजा देगी।

इसके अलावा, उन्होंने सुरक्षा बलों को अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए सलामी दी और उनकी साहसिकता और संकल्प की सराहना की। वे समय-समय पर हो रहे आतंकी हमलों का विरोध करते हुए उन्हें पूरी सहायता और समर्थन देंगे।

आतंकवाद विरोध कार्रवाई में झोंक दे पूरी ताकत- पीएम

Jammu Kashmir: पीएम मोदी को जम्मू-कश्मीर में हो रहे सुरक्षा संबंधी दिवसीय हालातों के साथ-साथ आतंकवाद के खिलाफ हो रही कार्रवाई की पूरी जानकारी दी गई। इस दौरान पीएम ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में पूरी ताकत झोंक देने के लिए कहा है। पीएम मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की और तैनाती और आंतकवादियों के खिलाफ अभियान पर चर्चा की। उन्होंने सुरक्षा बलों के तैनाती के संदर्भ में बातचीत की और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की निर्देशिका दी।

इससे भी पढ़े :- GST परिषद की बैठक 22 जून को, चुनावी परिणामों के बाद क्या घटेगा कर भार?

Jammu Kashmir: पीएम ने भी यह आश्वासन दिया कि सरकार सुरक्षा संबंधित कार्यवाही में जो भी आवश्यक सहायता और समर्थन देने की जरूरत होगी, वह निर्धारित समय पर उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जनसामूहिक जागरूकता के लिए समर्थन और सहयोग देने का संकल्प भी जाहिर किया। इस संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के बाहर से आते विशेषज्ञों के साथ भी चर्चा हुई, ताकि इस क्षेत्र में स्थितिगत सुरक्षा संबंधित चुनौतियों का संभावित समाधान हो सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हालातों का जायजा लेने के लिए वहां के एलजी मनोज सिन्हा से भी बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को स्थानीय प्रशासन की ओर से किए जा रहे कार्रवाई की जानकारी दी।

Jammu Kashmir: प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा संबंधित हालातों का जायजा लेने के लिए इस चर्चा का आयोजन किया। इसके अलावा, वहां की स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रमुख अधिकारियों के साथ चर्चा भी की गई। इस चर्चा में जम्मू-कश्मीर के ताजगी और ताजगी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के उपायों पर भी विचार किया गया।

इस समीक्षा के माध्यम से, प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को अपने कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर में स्थिति को संभालने और विकास की दिशा में कदम उठाने के लिए भी निर्देशित किया गया।

इससे भी पढ़े :-  NTA द्वारा सुप्रीम कोर्ट में NEET मामले का जवाब , छात्रों की परीक्षा जून 30 से पहले |

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले

Jammu Kashmir: रविवार (9 जून) को आतंकवादियों ने रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया, जिससे बस सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 41 लोगों को घायल कर दिया गया। इसके दो दिन बाद आतंकवादियों ने डोडा में एक सिक्योरिटी चौकी पर हमला किया, जिसमें छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

इस बयानक हमले के बाद सुरक्षा बलों ने सुरंग क्षेत्र में ऑपरेशन शुरू किया। आतंकवादियों के बंदूकधारी गुट को बाहरी क्षेत्र से काबू में करने के लिए सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के साथ संयुक्त ऑपरेशन का आयोजन किया गया। इस ऑपरेशन में कई आतंकवादी घायल हो गए और कई को गिरफ्तार किया गया।

पीएम मोदी ने इस हमले को निंदा करते हुए कहा कि इस हमले की घटना बहुत दुखद है। उन्होंने सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और उनकी पूरी सहायता के लिए सरकार का आश्वासन दिया।

इससे भी पढ़े :-  NEET परीक्षा जारी रखने और काउंसलिंग पर रोक न लगाने का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, NTA से जवाब तलब

Jammu Kashmir: कठुआ जिले में एक मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ जवान और एक आतंकवादी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ की शुरुआत हीरानगर के सैदा सुखल गांव में हुई, जहां आतंकवादी घर पर हमला करने आए थे। इस घटना के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी ग्रुप हो सकता है।

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 11 टीमें बनाई हैं, जो इस घटना की पूरी जानकारी निकालने के लिए काम कर रही हैं। पुलिस के अनुसार, इस घटना के पीछे आतंकी ग्रुप की साजिश हो सकती है और इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।

इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने कठुआ जिले में सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि वे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे और आतंकी ग्रुपों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।

इस घटना के पीछे आतंकी ग्रुप के किसी भी आतंकवादी को छुपाने के लिए कोई व्यक्ति नहीं होना चाहिए, और सुरक्षा बलों को अब अधिक जागरूक और सख्त होकर काम करने की जरूरत है।

 

इससे भी पढ़े :-  जन सुराज का नया संकेत: प्रशांत किशोर के दावे और JDU-RJD की चिंता |

Exit mobile version
Skip to toolbar