- International Relations: क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी अमेरिका रवाना, पहले भारत में होने वाला था आयोजन |
- International Relations: अगले साल भारत में होगी क्वाड समिट
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- International Relations: पीएम मोदी के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
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International Relations: क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी अमेरिका रवाना, पहले भारत में होने वाला था आयोजन |
International Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय दौरे पर ‘क्वाड शिखर सम्मेलन’ में भाग लेने के लिए शनिवार को अमेरिका रवाना हो गए। इस सम्मेलन की खास बात यह है कि इसे पहले भारत में आयोजित किया जाना था, लेकिन अंतिम समय में इसे अमेरिका में शिफ्ट कर दिया गया। अगले साल क्वाड शिखर सम्मेलन का आयोजन भारत में किया जाएगा।क्वाड (क्वाड्रीलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग) चार प्रमुख देशों – भारत, अमेरिका, जापान, और ऑस्ट्रेलिया – का एक मंच है, जो प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करता है। इस बार की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की चुनौतियाँ शामिल होंगी।
International Relations: हालांकि, यह सवाल उठता है कि इस साल का आयोजन भारत से अमेरिका क्यों स्थानांतरित किया गया। बताया जा रहा है कि कूटनीतिक और रणनीतिक कारणों के चलते अमेरिका को मेजबानी सौंपी गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की टीम ने इस आयोजन के लिए विशेष तैयारी की है, और उम्मीद की जा रही है कि यह बैठक कई वैश्विक मुद्दों पर प्रभावी समाधान प्रस्तुत करेगी।
International Relations: नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की ओर से ईस्ट एशिया और ओशिनिया विभाग ने स्पष्ट किया कि इस साल भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित न करने का निर्णय क्यों लिया गया। उन्होंने कहा कि जब इस कार्यक्रम की पूरी योजना और आवश्यकताओं का गहन विश्लेषण किया गया, तब यह महसूस हुआ कि इस बार अमेरिका इस आयोजन के लिए अधिक उपयुक्त स्थान होगा।
इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सहमति व्यक्त की थी, जिसके बाद अमेरिका को मेजबान देश के रूप में चुना गया। इस निर्णय के पीछे कूटनीतिक और रणनीतिक कारणों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सदस्य देश सहजता से भाग ले सकें और वैश्विक मुद्दों पर प्रभावी चर्चा हो सके।
International Relations: अगले साल भारत में होगी क्वाड समिट
बाइडन प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका में हो रहा है, जबकि इसका मूल आयोजन भारत में होना था। अगले साल इसका आयोजन भारत में किया जाएगा। प्रशासन ने बताया कि इस वर्ष सम्मेलन भारत में आयोजित न होने का कारण नेताओं के व्यस्त कार्यक्रम हैं, जिसके चलते पूरी योजना में बदलाव करना पड़ा।
International Relations: नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के ईस्ट एशिया और ओशिनिया विभाग ने भी कहा कि शुरुआती योजना के अनुसार यह कार्यक्रम भारत में होना था, लेकिन जब सभी नेताओं के कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, तो उनके शेड्यूल को मिलाना संभव नहीं था। इसके परिणामस्वरूप, सम्मेलन का आयोजन अमेरिका में करने का निर्णय लिया गया। हालांकि, अगले साल यह महत्वपूर्ण आयोजन भारत में होगा, जहां क्वाड के सदस्य देशों के नेता एक साथ मिलकर आगामी योजनाओं और रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। इस बैठक से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
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International Relations: पीएम मोदी के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
International Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। 21 सितंबर को वह डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित होने वाले ‘क्वाड लीडर्स समिट’ में शामिल होंगे, जिसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी भाग लेंगे।
इसके अलावा, 22 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम के जरिए वह प्रवासी भारतीयों से सीधे संवाद करेंगे और भारत-अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में चर्चा करेंगे।
International Relations: राष्ट्रपति बाइडेन ने क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अपने गृहनगर विलमिंगटन को चुना है, जिससे यह सम्मेलन विशेष महत्व रखता है। इसमें क्वाड के चारों सदस्य देश विभिन्न वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, खासकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को लेकर। यह शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को और गहरा करने का अवसर प्रदान करेगा।
International Relations: क्वाड, जिसका पूरा नाम ‘क्वाड्रिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग’ है, का उद्देश्य चार देशों – भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, और जापान – के बीच सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इसकी शुरुआत 2004 में हुई थी, जब हिंद महासागर में आई विनाशकारी सुनामी से कई तटीय देश बुरी तरह प्रभावित हुए थे। इस आपदा के बाद इन चार देशों ने एकजुट होकर तटीय प्रभावित देशों की सहायता करने के लिए मिलकर काम किया।
International Relations: 2007 से 2010 के बीच क्वाड शिखर सम्मेलन की नियमित बैठकें होती रहीं, जिसमें विभिन्न सुरक्षा और सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की गई। लेकिन इसके बाद कुछ समय के लिए यह बैठकें बंद हो गईं। इस अवधि में चीन ने ऑस्ट्रेलिया पर काफी दबाव डाला, जिसके परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलिया ने क्वाड से दूरी बनानी शुरू कर दी। हालांकि, बीते कुछ वर्षों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ने पर क्वाड फिर से सक्रिय हुआ। अब यह संगठन न केवल सुरक्षा, बल्कि आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर भी जोर देता है, खासकर चीन की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर।
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