- Global Security Alert: ताइवान पर हमले की तैयारी में चीन की सेना, जापान और अमेरिका पर बढ़ा खतरा, विशेषज्ञों की चेतावनी |
- इससे भी पढ़े :- बिहार के 58 लाख राशन कार्डधारकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना; मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में होगा शामिल |
- Global Security Alert: चीन के पास मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा
- क्या अब जापान बनाएगा परमाणु बम?
- इससे भी पढ़े :- बिहार में ज़मीन सर्वे जारी, ‘विशेष’ समूह को 3 महीने की राहत – जानें महत्वपूर्ण जानकारी |
Global Security Alert: ताइवान पर हमले की तैयारी में चीन की सेना, जापान और अमेरिका पर बढ़ा खतरा, विशेषज्ञों की चेतावनी |
Global Security Alert: ताइवान तनाव और सेनकाकू द्वीप पर विवाद के बीच चीन और जापान के रिश्ते गंभीर स्थिति में पहुंच गए हैं। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से शांति की ओर बढ़ते जापान ने अब अपनी सुरक्षा को लेकर बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जापान ने 2024 के बजट में रक्षा के लिए एक बड़ी राशि आवंटित की है, जिससे चीन की चिंताएं बढ़ गई हैं। जापान ने एफ-35 लड़ाकू विमानों और टॉमहॉक मिसाइलों के अधिग्रहण की योजना बनाई है, साथ ही अपनी नौसेना को भी सुदृढ़ कर रहा है।
Global Security Alert: विशेषज्ञों का मानना है कि इन हालात के बीच चीन किसी भी समय जापान पर हमला कर सकता है। इस स्थिति ने एशियाई क्षेत्र में एक नई उथल-पुथल पैदा कर दी है, जहां चीन के आक्रामक रुख के चलते अन्य देशों की सुरक्षा रणनीतियाँ भी प्रभावित हो रही हैं। जापान की बढ़ती सैन्य क्षमताओं और चीन की आक्रामकता ने क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती दी है, जिससे वैश्विक समुदाय को भी चिंता है। ऐसे में, दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ सकता है।
Global Security Alert: अमेरिकी एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ रिसर्चर डान ब्लूमेंथाल के अनुसार, चीन का खतरा केवल जापान के लिए नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी बढ़ रहा है। उनका कहना है कि चीन किसी भी समय जापान और अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों की बारिश कर सकता है। वर्तमान में, चीन ताइवान पर कब्जा करने की योजना बना रहा है, और इस बीच जापान और अमेरिका उसके ऑपरेशन में दखल दे सकते हैं।
Global Security Alert: ब्लूमेंथाल ने चेतावनी दी कि यदि चीन को लगता है कि ताइवान पर हमले से पहले जापान और अमेरिका उसकी योजनाओं में बाधा डाल सकते हैं, तो वह सबसे पहले इन दोनों देशों पर प्रहार कर सकता है। इससे न केवल क्षेत्रीय तनाव बढ़ेगा, बल्कि वैश्विक सुरक्षा पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।इस स्थिति ने अमेरिका और जापान को अपनी सुरक्षा रणनीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों को चीन के बढ़ते खतरे का सामना करने के लिए मिलकर काम करना होगा, ताकि क्षेत्र में स्थिरता बनी रहे।
इससे भी पढ़े :- बिहार के 58 लाख राशन कार्डधारकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना; मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में होगा शामिल |
Global Security Alert: चीन के पास मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा
विशेषज्ञों का मानना है कि ताइवान पर कब्जा करने के लिए चीन को पहले हवाई और जल क्षेत्र में अपनी शक्ति स्थापित करनी होगी। जापान में बड़ी संख्या में सेना और युद्धपोत तैनात हैं, जो किसी भी संभावित हमले का सामना करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, जानकारों का कहना है कि यदि चीन हमला करता है, तो यह तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत कर सकता है।
Global Security Alert: डान ब्लूमेंथाल ने बताया कि चीन ने वर्तमान में जासूसी और सटीक हमलों की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की है, और इसके पास दुनिया का सबसे बड़ा मिसाइलों का भंडार है। विश्लेषक थॉमस शूगार्ट और तोशी योशीहारा का कहना है कि अगर चीन जापान पर हमला करता है, तो जापान में भारी तबाही मच सकती है।
इस स्थिति में, चीन जापान में तैनात अमेरिकी हथियारों को नष्ट कर सकता है और अमेरिकी विमानों को उड़ान भरने से पहले ही समाप्त कर सकता है। इससे न केवल जापान की सुरक्षा पर खतरा होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी गंभीर परिणाम ला सकता है। ऐसी स्थिति में, अमेरिका और जापान को अपनी रक्षा रणनीतियों को मजबूत करना होगा।
क्या अब जापान बनाएगा परमाणु बम?
Global Security Alert: डान ब्लूमेंथाल के अनुसार, चीन के बढ़ते खतरों के मद्देनजर जापान के कुछ लोग परमाणु शक्ति हासिल करने की मांग कर रहे हैं। जबकि जापान ने हमेशा परमाणु बमों से दूर रहने की नीति अपनाई है। अब तक, जापान अमेरिकी परमाणु बमों की सुरक्षा छतरी के तहत रहा है और साथ ही विश्व में परमाणु हथियारों के निष्कासन की अपील करता आया है।
Global Security Alert: हालांकि, यूक्रेन युद्ध के बाद जापान की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इस संकट ने जापान में सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा को और भी तेज कर दिया है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि जापान को अपने रक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, खासकर जब चीन की सैन्य गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। इस संदर्भ में, जापान में विभिन्न प्रकार की चर्चाएँ हो रही हैं, जिसमें परमाणु विकल्प पर विचार भी शामिल है। देश के भीतर इस विषय पर मतभेद हैं; कुछ लोग मानते हैं कि परमाणु शक्ति से सुरक्षा बढ़ेगी, जबकि अन्य इसका विरोध करते हैं। यह स्थिति जापान की भविष्य की सुरक्षा नीतियों को प्रभावित कर सकती है।
Mucize borçtan kurtulma yöntemi SEO optimizasyonu, web sitemizin performansını inanılmaz derecede artırdı. https://www.royalelektrik.com//istanbul-elektrikci/