Tomato Prices: बारिश से बना भाव का शतक! दिल्ली में टमाटर निकला 100 रुपये किलो के पार
Tomato Price Rise: टमाटर उपजाने वाले राज्यों में भारी बारिश के चलते उसकी आपूर्ति बाधित हो रही है, जिसके चलते खुदरा कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. आने वाले दिनों में भाव और बढ़ सकते हैं…
देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के चलते लोगों की जेब पर गहरा असर होने लगा है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमतें 100 रुपये किलो के पार निकल गई हैं. इस तरह प्रतिकूल मौसम ने टमाटर को बाजार में शतकवीर बना दिया है.
100-120 रुपये किलो तक भाव
Tomato Price Rise : हालांकि सरकार के आंकड़ों में टमाटर के भाव अभी 100 रुपये प्रति किलो तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हालात चिंता जनक बने हुए हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 20 जुलाई 2024 को दिल्ली में टमाटर की दैनिक औसत खुदरा कीमत 93 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। इसी दिन राष्ट्रीय स्तर पर टमाटर की औसत कीमतें 73.76 रुपये प्रति किलो रही हैं।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि टमाटर की कीमतों में तेजी बनी हुई है, जो कि उपभोक्ताओं के लिए एक आर्थिक चुनौती बन चुकी है। हालांकि अभी तक टमाटर के भाव 100 रुपये के आंकड़े को पार नहीं कर पाए हैं, लेकिन इन बढ़ती कीमतों ने घरेलू बजट पर दबाव बढ़ा दिया है। सरकार की ओर से कीमतों को स्थिर रखने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन बाजार की स्थिति और आपूर्ति की कमी इस महंगाई को बढ़ा रही है। उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि महंगाई के इस बोझ को कम किया जा सके।
इस कारण टमाटर के भाव में तेजी
Tomato Price Rise: टमाटर की कीमतों में आई तेजी का मुख्य कारण प्रतिकूल मौसम को माना जा रहा है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि हीट वेव के बाद हुई भारी बारिश ने टमाटर(Tomato Price Rise) की आपूर्ति को प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश से खुदरा बाजारों में टमाटर की आपूर्ति में बाधा आने के कारण इसकी कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। अधिकारी का कहना है कि इस प्रतिकूल मौसम के असर से सिर्फ टमाटर ही नहीं, बल्कि आलू और प्याज की कीमतें भी दिल्ली में ऊंची चल रही हैं।
इस प्रकार की मौसम संबंधी समस्याओं ने खाद्य सामग्री की उपलब्धता को प्रभावित किया है, जिससे बाजार में महंगाई का दबाव बढ़ गया है। इसके चलते उपभोक्ताओं को उच्च कीमतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की ओर से स्थिति को संभालने के लिए उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए राहत की उम्मीदें कम नजर आती हैं।
पिछले साल यहां तक गए थे भाव
Tomato Price Rise: टमाटर की कीमतों में हर साल इन महीनों के दौरान वृद्धि देखी जाती है। पिछले साल, स्थिति और भी गंभीर हो गई थी, जब टमाटर के भाव खुदरा बाजार में 350 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे। इस महंगाई से निपटने के लिए सरकार ने सहकारी एजेंसियों की मदद से कई शहरों में रियायती दर पर टमाटर बेचना शुरू किया। इसके साथ ही, मदर डेयरी के सफल स्टोरों पर दिल्ली-एनसीआर के ग्राहकों को भी रियायती कीमतों पर टमाटर उपलब्ध कराए गए।
हालांकि, इस साल भी कीमतों में तेजी जारी है, लेकिन सरकार की रणनीतियों और रियायती कार्यक्रमों से उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने का प्रयास जारी है। मौसमी उतार-चढ़ाव के बावजूद, इन उपायों से बाजार में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, ताकि महंगाई से प्रभावित लोगों को राहत मिल सके।
दिल्ली में आलू-प्याज का ताजा हाल
Tomato Price Rise : दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज और आलू की कीमतों में भी हाल के दिनों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। शनिवार को पश्चिम दिल्ली स्थित मदर डेयरी के आउटलेट पर प्याज की कीमत 46.90 रुपये प्रति किलो और आलू की कीमत 41.90 रुपये प्रति किलो थी। वहीं, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में प्याज की औसत कीमत 50 रुपये प्रति किलो और आलू की 40 रुपये प्रति किलो है।
इन कीमतों में वृद्धि से स्पष्ट है कि खाद्य वस्तुओं की महंगाई की समस्या केवल टमाटर(Tomato Price Rise) तक सीमित नहीं है, बल्कि प्याज और आलू जैसी बुनियादी वस्तुएं भी महंगी हो रही हैं। इस महंगाई के कारण उपभोक्ताओं को बजट बनाते समय मुश्किलें पेश आ रही हैं। सरकार और संबंधित एजेंसियों को इस स्थिति से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि खाद्य पदार्थों की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके और आम जनता को राहत मिल सके।