Stock Market: मोदी-शाह के विश्वास ने बाजार को दी नई दिशा, चुनावी नतीजों से पहले शेयर बाजार ने बनाया ऑलटाइम हाई

Stock Market: शेयर बाजार, 4 जून, 2024 को लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले तेजी, आने वाले हफ्तों में उतार-चढ़ाव की संभावना |

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Stock Market: लोकसभा चुनावों का छठा चरण शनिवार, 25 मई को होगा और सातवें चरण के लिए मतदान 1 जून को होगा। 4 जून, 2024 को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव के बाद, कम मतदान की वजह से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई थी। लेकिन चौथे और पांचवें चरण के मतदान के बाद बाजार ने बेहतरीन सुधार दिखाया है।

Stock Market: चौथे और पांचवें चरण के मतदान में बढ़ी हुई सहभागिता के कारण निवेशकों का विश्वास वापस लौटा है। इस विश्वास ने बाजार को एक नई ऊर्जा दी है, जिससे बाजार में स्थिरता और तेजी देखने को मिली है। इसके अलावा, राजनीतिक स्थिरता की संभावनाओं ने भी बाजार को समर्थन दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भी बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि में स्थिरता बनी रहेगी।

Stock Market: वित्तीय विश्लेषकों का कहना है कि चुनाव के नतीजे बाजार के रुझान को प्रभावित कर सकते हैं। यदि कोई स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनती है, तो बाजार में स्थिरता और बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं, अगर परिणाम अनिश्चित होते हैं, तो बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सतर्क रहें और अपने निवेश के फैसले सोच-समझकर लें।

Stock Market: कुल मिलाकर, लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले और बाद में बाजार में कई उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। लेकिन मौजूदा परिस्थिति में चौथे और पांचवें चरण के मतदान के बाद शेयर बाजार ने जिस तरह से रिकवरी की है, वह निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। आगामी चुनावी नतीजे निश्चित रूप से बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे।

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मोदी-शाह के भरोसे ने बदली बाजार की चाल 

Stock Market: बाजार में एक बार फिर चर्चा हो रही है क्योंकि कम मतदान की स्थिति ने सभी को चिंतित किया था, खासकर एनडीए गठबंधन को। लेकिन 13 मई, 2024 को, गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने दावा किया कि 4 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में फिर से केंद्र में एनडीए सरकार बनेगी। इस बयान के बाद, बाजार में नयी ऊंचाईयों की उम्मीद हो गई और निवेशकों को खरीदारी की सलाह दी गई। इसके परिणामस्वरूप, शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थम गया और उसके बाद से ही बाजार में तेजी देखने को मिली है।

Stock Market: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस संकेत को बढ़ाते हुए कहा कि 4 जून को बाजार ऑलटाइम हाई रिकॉर्ड बनाएगा। इस संदेश ने निवेशकों की आत्मविश्वास को और भी मजबूत किया है और बाजार में एक नई ऊर्जा को जगाया है। वर्तमान में, बाजार में तेजी और स्थिरता दोनों देखने को मिल रही है।

Stock Market: यह निश्चित है कि चुनावी घोषणाओं का बाजार पर प्रभाव पड़ता है, और प्रधानमंत्री के बड़े बयान के बाद, बाजार में निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ गया है। आगे चलकर भी बाजार में तेजी की संभावना है, लेकिन निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और अपने निवेश के फैसले को सावधानीपूर्वक लेना चाहिए।

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बाजार ऑलटाइम हाई पर

Stock Market: लोकसभा चुनाव के नतीजे की तारीख आते-आते भारतीय शेयर बाजार ने इतिहास में नए रिकॉर्ड बनाने की शुरुआत की है। 24 मई, 2024 को, बीएसई सेंसेक्स ने 75,636 के ऑलटाइम हाई को छूने का इतिहास रचा और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी पहली बार 23,000 के आंकड़े को पार करते हुए 23,026 के लेवल तक पहुंचा। जबकि 13 मई को सेंसेक्स 71,866 और निफ्टी 21,821 के निचले स्तर पर था। लेकिन उस लेवल से अब तक सेंसेक्स में 3,770 और निफ्टी में 800 अंकों की बढ़ोतरी देखी गई है।

Stock Market: बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स की मार्केट कैपिटलाइजेशन ने 420 लाख करोड़ रुपये के पार जाकर एक नया उच्च स्तर स्थापित किया है, जो 10 मई 2023 को 396 लाख करोड़ रुपये के पास था। इससे स्पष्ट होता है कि निवेशकों की संपत्ति में मात्र 11 दिनों के समय में 24 लाख करोड़ रुपये का वृद्धि हो गया है।

Stock Market: इस तरह की बढ़ती हुई ऊंचाई ने शेयर बाजार में निवेशकों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। अन्य साधारण सांकेतों के साथ-साथ, चुनावी परिणामों की आगामी घोषणा के अभिप्राय को भी ध्यान में रखकर निवेशकों ने अपने निवेश में बढ़ोतरी की दिशा में कदम बढ़ाया है।

इस संदर्भ में, शेयर बाजार के संचार माध्यम और अनुसंधान विभागों ने भी अपने उम्मीदवारों को बाजार की स्थिति के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और सलाह प्रदान करने के लिए अपने प्रयासों को तेजी से बढ़ाया है।

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4 जून का बाजार को इंतजार 

Stock Market: बाजार में उठापटक के बीच कई ब्रोकरेज हाउस ने रिपोर्ट जारी की है, जिसमें इस बात का भरोसा जताया गया है कि मौजूदा सरकार की फिर से सत्ता में वापसी हो सकती है। इंवेस्टेक ने दावा किया कि कम मतदान को लेकर उन्हें लगता है कि सत्ताधारी दल के लिए कोई खास चुनावी लहर नहीं है। वे इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव वास्तव में एक चुनावी लहर नहीं है, जो किसी नोटर के सेंटीमेंट को प्रभावित कर सके।

Stock Market:ब्रोकरेज और स्टॉक रिसर्च फर्म जेफरीज के एनालिस्ट क्रिस वुड का मानना है कि अगर एनडीए सरकार को पूरी तरह से जनमत नहीं मिलता है, तो बाजार में गिरावट की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में किसी भी ऐतिहासिक लहर की संभावना नहीं है, जिससे बाजार को भारी प्रभाव पड़े।

Stock Market: यह सार्वजनिक प्रतिक्रियाएँ दिखा रही हैं कि बाजार में अभी भी कुछ अस्थिरता है। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और इस समय में निवेश के फैसले को सावधानीपूर्वक लेना चाहिए। चुनावी नतीजों के आने के बाद बाजार में और भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, इसलिए सबर और निवेश के फैसले में धैर्य बनाए रखना जरूरी है।

वुड बताते हैं कि दो-तिहाई सीटों पर मतदान हो चुका है, जो 2019 के मुकाबले 2 फीसदी कम है। इससे यह संकेत मिल रहा है कि चुनावी नतीजे बीजेपी के लिए पहले सोचे गए अनुमानों के खिलाफ भी हो सकते हैं। इसके बावजूद, बाजार के कई जानकार लोकसभा चुनाव के नतीजों के एलान से पहले निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।

 

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